धनबाद: शंकर रवानी व बालिका देवी मर्डर केस के तीन एक्युज्ड ने कोर्ट में किया सरेंडर, ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेजे गये
भौंरा गौरखूंटी भौंरा निवासी जेएमएम लीडर शंकर रवानी व उनकी वाइफ बालिका देवी की मर्डर केस के तीन एक्युज्ड वरुण रवानी, तारा पद रवानी व विष्णु रवानी ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
धनबाद। भौंरा गौरखूंटी भौंरा निवासी जेएमएम लीडर शंकर रवानी व उनकी वाइफ बालिका देवी की मर्डर केस के तीन एक्युज्ड वरुण रवानी, तारा पद रवानी व विष्णु रवानी ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। तीनों ने फस्ट क्लास ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट श्रुति सोरेन की कोर्ट में सरेंडर किया। कोर्ट ने तीनों को ज्यूडिशियल कस्टडी में धनबाद जेल भेज दिया।
फ्लैश बैक
शंकर रवानी व उनकी वाइफ बालिका देवी की गौरखुंटी स्थित आवास में 10 अक्टूबर की रात चाकुओं से गोदकर व गोली मारकर मर्डर कर दी गयी थी। खून से लथपथ दंपत्ति की बॉडी 11 अक्टूबर की अहले सुबह घर में मिली थी। करण रवानी ने अपने पिता व मां की मर्डर मामले में सुदामडीह पुलिस स्टेशन में स्वर्गीय धीरेन रवानी की पत्नी पिंकी रवानी, पुत्र निशांत रवानी, वरुण रवानी, तारा पद रवानी व विष्णु रवानी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया था।
आपसी रंजिश को लेकर शंकर के पुत्र कुणाल हुई थी मर्डर
रेनबो ग्रुप चेयरमैन धीरेन रवानी की मर्डर का आरोप शंकर रवानी व उनके बेटे पर लगा था। वर्ष 2017 की 17 अगस्त की देर शाम में शंकर रवानी बेटे कुणाल की मर्डर आक्रोशित भीड़ ने कर दी थी। रेनबो ग्रुप के चेयरमैन धीरेन रवानी और कुणाल की मर्डर एक ही दिन चंद मिनट के अंतराल में हुई थी। शंकर और धीरेन चचेरे भाई थे। शंकर रवानी उक्त घटना के समय जेल में बंद थे।इसके बाद से ही दोनों परिवार में आपसी रंजिश चरम पर पहुंच गयी थी।