Dhanbad news:चैंबर डेलीगेशन SSP से मिला, BBMKU दीक्षांत समारोह, पहला कदम स्कूल , डालसा टीम ने वृद्ध पिता को उसके पुत्र से मिलाया
पीएलएफआइ के नाम पर बैंक मोड़ एरिया के चार व्यवसाइयों से व्हाटसएप कॉल कर रंगदारी मांगे जाने मामले में चैंबर डेलीगेशन एसएसपी से मिला। बीबीएमकेयू का पहला दीक्षांत समारोह वर्चुअल होगा। धनबाद डालसा की टीम ने रांची से पांच से लास से लापता मानसिक रूप से दिव्यांग पुत्र को धनबाद में उसके पिता के हवाले कर दिया है। विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर पहला कदम विशेष बच्चों के स्कूल के द्वारा रैली निकली गयी।
धनबाद। पीएलएफआइ के नाम पर बैंक मोड़ एरिया के चार व्यवसाइयों से व्हाटसएप कॉल कर रंगदारी मांगे जाने मामले में चैंबर डेलीगेशन एसएसपी से मिला। बीबीएमकेयू का पहला दीक्षांत समारोह वर्चुअल होगा। धनबाद डालसा की टीम ने रांची से पांच से लास से लापता मानसिक रूप से दिव्यांग पुत्र को धनबाद में उसके पिता के हवाले कर दिया है। विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर पहला कदम विशेष बच्चों के स्कूल के द्वारा रैली निकली गयी।
व्यवसाइयों को लेवी के लिए आ रहे धमकी भरे कॉल, चैंबर एसएसपी से मिला
नक्सली संगठन पीएलएफआइ के नाम पर बैंक मोड़ के चार व्यवसायियों से 50 लाख रुपये की लेवी मांगी जा रही है। लगातार व्हाट्सएप कॉल आ रहे हैं। चारों व्यवसायी भयभीत हैं और चार दिन से दुकान नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को भी व्हाटसएप कॉल कर कहा गया कि पुलिस के पास जा रहे हो। पुलिस कुछ नहीं कर सकेगी, लेवी नहीं दी तो जान से मार देंगे। मामले में जिला चैंबर का डीलेगेशन धनबाद एसएशपी असीम विक्रांत से मिलकर कार्रवाई की मांग की। एसएसपी श्री मिंज ने कहा कि इस मामले को लेकर पुलिस गंभीर है। स्पेशल टीम काम कर रही है। धनबाद के साथ रांची, हजारीबाग, लातेहार की पुलिस संयुक्त रूप से काम कर रही है. मामले में लोकल लिंक की संलिप्ता सामने आ रही है। उसकी तलाश की जा रही है। क्रिमिनल जल्द सलाखों के पीछे होंगे। डेलीगेशन में जिला चेंबर अध्यक्ष चेतन गोयनका, महासचिव अजय नारायण लाल, पूर्व अध्यक्ष राजेश गुप्ता, बैंक मोड़ चेंबर अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया, सरायढेला चेंबर अध्यक्ष शिवाशीष पांडेय शामिल थे।
.सीएम को किया ट्वीट
बैंक मोड़ चेंबर ने सीएम हेमंत सोरेन को ट्वीट कर क्रिमिनलों की अरेस्टिंग की मांग की है। चेंबर सचिव प्रमोद गोयल ने सीएम को ट्वीट कर कहा है कि यह सिर्फ व्यापारियों के लिए ही नहीं बल्कि सरकार और पूरे राज्य के लिए भी चिंताजनक है।
बीबीएमकेयू का पहला दीक्षांत समारोह वर्चुअल होगा
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी का पहला दीक्षांत समारोह वर्चुअल होगा। समारोह फरवरी 2021 के अंतिम सप्ताह में होगा। इसकी तिथि की घोषणा जल्द ही कर दी जायेगी। समारोह के चीफ गेस्ट गवर्नर द्रौपदी मुर्मू होंगी। सीएम हेमंत सोरेन स्पेशल गेस्ट होंगे। हालांकि सामोरह में प्रसिडेंट को भी आमंत्रित किया जा रहा है। अगर उनकी सहमति मिल गई तो गवर्नर व सीएम समारोह में बतौर स्पेशल गेस्ट शामिल होंगे। इससे पहले बीबीएमकेयू का दीक्षांत समारोह अप्रैल 2020 में प्रस्तावित था। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन के कारण समारोह स्थगित करना पड़ा था। दीक्षांत समारोह में तीन सेशन के 2018 और 2019 में यूजी और पीजी के पासआउट स्टेूडेंट्स को डिग्री दी जायेगी।
विश्व दिव्यांगता दिवस पर पहला कदम द्वारा रैली निकली गयी
विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर पहला कदम विशेष बच्चों के स्कूल के द्वारा रैली निकली गयी। रैली के माध्यम से लोगों को दिव्यांग जन के अधिकारों व समाज में इनके समानता को दर्शाया गया। रैली की शुरुआत एक्स मेयर शेखर अग्रवाल, सिटी एसपी आर रामकुमार एवं एएसपी मुकेश स्वर्गीयारी ने हरी झंडी दिखा कर की। रैली पहला कदम स्कूल से सरायढेला थाना होते हुए पुरे जगजीवन नगर कॉलोनी का भ्रमण कर स्कूल परिसर पहुंची। स्कूल के विशेष बच्चों द्वारा रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत की गयी। बच्चों के द्वारा पेश की गयी कार्यक्रम ने अतिथिगण को मंत्रमुग्ध कर दिया।स्कूल के संस्थापिका अनीता अग्रवाल ने तुलसी का पौधा भेट कर एक्स मेयर शेखर अग्रवाल का स्वागत किया। मौके पर मारवाड़ी महिला समिति सिंदरी के सुनीता अग्रवाल व सिंदरी के पूर्व पार्षद मंजू अग्रवाल जी भी मौजूद थी।
विश्व दिव्यांग दिवसः डालसा टीम ने पांच साल से लापता पुत्र को वृद्ध पिता से मिलाया
विश्व दिव्यांग दिवस पर गुरुवार को जिले के प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश ने पांच वर्षों से घर से गायब पुत्र को उसके बूढ़े पिता को सौंप दिया। लगभग पांच वर्ष पूर्व उनका मानसिक रूप से दिव्यांग पुत्र गायब हो गया था, जिसे वापस लाया गया गया है। अपने बेटे को पाकर वृद्ध पिता ने डालसा को धन्यवाद कहा है।भूली रंगूनी बस्ती निवासी मजदूर अमृत दास का पुत्र सुरेश दास मानसिक रूप से दिव्यांग था। मजदूर अपनी बीमार बेटी की पांच वर्ष पूर्व इलाज कराने रांची गया हुआ था। इसी बीच दिव्यांग सुरेश घर से बाहर चला गया। माता-पिता बेटे को ढूंढते-ढूंढते थक गये लेकिन वह नहीं मिला। थक हारकर उसने जिला विधिक सेवा प्राधिकार से अपने पुत्र को ढूंढने की गुहार लगाई थी।
बिलासपुर से किया गया दिव्यांग को रेस्क्यू
प्राधिकार के चेयरमैन सह प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश बसंत कुमार गोस्वामी के निर्देश पर अवर न्यायाधीश सह सचिव डालसा अरविंद कच्छप ने दिव्यांग सुरेश को ढूंढने के लिए विधि स्वयं सेवकों की एक टास्क टीम का गठन किया था। छत्तीसगढ़ विधिक सेवा प्राधिकार और बिलासपुर प्रशासन के सहयोग से दिव्यांग सुरेश को बिलासपुर से रेस्क्यू किया गया। लोकल लोगों ने सुरेश को इलाज के लिए हॉस्पीटल में एडमिट कराया था। लोकल प्रशासन के सहयोग से दिव्यांग को कांस्टेबल सुशील सिंह राजपूत छत्तीसगढ़ से धनबाद लेकर पहुंचे। सिविल कोर्ट धनबाद में प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश बसंत कुमार गोस्वामी ने दिव्यांग सुरेश को उसके पिता के हवाले किया। उसके इलाज के पूरी मुकम्मल व्यवस्था का आदेश जिला प्रशासन को दिया.
वर्ष 2012 में भी 19 बच्चों को किया गया था रेस्क्यू
प्रधान न्यायाधीश बसंत गोस्वामी ने कहा कि समाज सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार समाज के हर तबके के लोगों को हर प्रकार के कानूनी सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से चलाये जा रहे कार्यक्रम (उम्मीद) के तहत सुरेश को रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने कहा कि विश्व दिव्यांग दिवस पर एक वृद्ध पिता को डालसा के सहयोग से उसका पुत्र मिल गया। यह हम लोगों के लिए भी खुशी की बात है। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व भी वर्ष 2012 में उन्होंने झारखंड से गायब 19 बच्चों को केरल से रेस्क्यू कराकर उसके परिजनों को सौंपा था।