Dhanbad: सूर्यदेव सिंह की 32वी पुण्यतिथि पर दी गयी भावभीनी श्रद्धांजलि
कोयलांचल के लेबर लीडर सह झरिया के एक्स एमएलए व जनता मजदूर संघ के संस्थापक सूर्यदेव सिंह की 32 वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को भावभीनी श्रद्धांजिल दी गयी। झरिया कतरास मोड़ स्थित जनता मजदूर संघ ऑफिस में स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह की वाइफ एक्स एमएलए कुंती देवी, सूर्यदेव सिंह के भाई विक्रमा सिंह ,संजीव सिंह की धर्मपत्नी सह बीजेपी लीडर रागिनी सिंह, सिद्धार्थ गौतम ,धनबाद एमपी पीएन सिंह सहित परिवार के लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
धनबाद। कोयलांचल के लेबर लीडर सह झरिया के एक्स एमएलए व जनता मजदूर संघ के संस्थापक सूर्यदेव सिंह की 32 वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को भावभीनी श्रद्धांजिल दी गयी। झरिया कतरास मोड़ स्थित जनता मजदूर संघ ऑफिस में स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह की वाइफ एक्स एमएलए कुंती देवी, सूर्यदेव सिंह के भाई विक्रमा सिंह ,संजीव सिंह की धर्मपत्नी सह बीजेपी लीडर रागिनी सिंह, सिद्धार्थ गौतम ,धनबाद एमपी पीएन सिंह सहित परिवार के लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
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उक्त अवसर पर भारी संख्या में सिंह मेंशन समर्थक, बीजेपी व जनता मजदूर संघ व कार्यकर्ता पहुंचे थे।. सभी ने लोकप्रिय मजदूर नेता सूर्यदेव सिंह की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर सूर्यदेव सिंह की बहन राजेश्वरी देवी, लालमुनी देवी, संतोष सिंह, धनबाद भाजपा महानगर जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमलेश सिंह, गिरिडीह के एक्स एमपी रविन्द्र पांडेय, सूर्यदेव सिंह की पुत्री किरण सिंह, सुशीला सिंह पूर्व एमएलसी प्रवीण सिंह इंटक नेता एके झा, ललन चौबे, लक्ष्मीनारायण सिंह, भाजपा जिला उपाध्यक्ष मानस प्रसून, उमेश यादव, संजय झा, नितिन भट्ट, तमाल राय,दिलीप भारती, इंद्रजीत सिंह संतोष शर्मा राजकुमार अग्रवाल रंजीत रवानी, छोटू सिंह, अखिलेश सिंह, स्वरूप भट्टाचार्य, दिलीप आडवाणी, अजय निषाद समेत हजारों की संख्या में मजदूर उपस्थित थे।
झरिया के चार बार रहे एमएलए
बताया जाता है कि 14 वर्ष की उम्र में रोजगार की तलाश में उत्तर प्रदेश के बलिया के गोनिया छपरा से निकलकर देश की कोल कैपिटल धनबाद के झरिया पहुंचे सूर्यदेव सिंह अपनी किस्मत और मेहनत से कोयलांचल के किंग बन गये। उनके रसूख और प्रभाव से दिल्ली की राजनीति तक फिदा रहीं। देश के पीएम रहे चंद्रशेखर सिंह के बेहद करीबी सूर्यदेव सिंह को कोयलांचल के अलावा बिहार यूपी में भी बादशाहत कायम थी।1970के दशक में उनके दबदबा के वजह से उन्हें कोल माफिया तक कहा गया। हालांकि सच्चे अर्थों में वे गरीबों ,मजलूमों की आवाज के साथ मजदूरों के मसीहा बन गये। यही कारण है कि वर्ष 1977,1980,1985 और 1990 में वे चार बार झरिया विधानसभा से चुनाव जीतकर आजीवन एमएलए रहें।
जिंदगी में कभी भी हार नही मानने वाले सूर्यदेव सिंह 1991 में आरा से लोक सभा का चुनाव लड़े थे। चुनाव परिणाम आने से पूर्व ही उनका हृदय गति रुकने से निधन हो गया। वहअपनी जन्म भूमि गोनिया छपरा जा रहें थे। उस समय उनके भाई विक्रमा सिंह के चुनाव लड़ रहे थे।15 जून 1991 की जब मजदूरों के मसीहा सदा के लिए दुनिया छोड़ कर चले गये। सूर्यदेव सिंह ने 40 साल पहले जनता मजदूर संघ का गठन किया था। हालांकि सिंह मैंशन परिवार की तरह जनता मजदूर संघ का भी बंटवारा हो गया है। फैमिली में भी फुट पड़ गयी है। सूर्यदेव सिंह की सिंह मेंशन वर्तमान में पांच भागों में बंट गयी है।सूर्यदेव सिंह के बेटे संजीव सिंह जेल में हैं। संजीव सिंह की फैमिली सिंह मेंशन में रहती है। संजीव के अनुज सिद्धार्थ गौतम अपनी फैमिली के साथ कुंती निवास में रहते हैं। एक्स मिनिस्टर बच्चा अलग रहते हैं। राजन सिंह की फैमिली में रघुकुल में रहती है। रामधीर सिंह की फैमिली इंडोरी हाउस में रह रही है। रामधीर सिंह जेल में हैं। रामधीर के पुत्र शशि सिंह फरार चल रहे हैं।