झारखंड में सियासी उथलपुथल की आशंका !PM मोदी से मिलने दिल्ली गये गवर्नर
झारखंड में सियासी उथल-पुथल की आशंका के बीच गवर्नर रमेश बैस रविवार को दिल्ली रवाना पहुंचे हैं। वह पीएम नरेंद्र मोदी और सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह से इस दौरान मुलाकात कर सकते हैं।
रांची। झारखंड में सियासी उथल-पुथल की आशंका के बीच गवर्नर रमेश बैस रविवार को दिल्ली रवाना पहुंचे हैं। वह पीएम नरेंद्र मोदी और सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह से इस दौरान मुलाकात कर सकते हैं।
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निजी कार्यक्रम की बात कहकर दिल्ली गये गवर्नर
गवर्नर रमेश बैस रविवार को शाम में दिल्ली गये। बताया जाता है कि वे निजी कार्यक्रम को लेकर वहां गये हैं। हालांकि वे वहां पीएम नरेंद्र मोदी और सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। झारखंड में वर्तमान राजनीतिक गतिविधियों के कारण गवर्नर के दिल्ली जाने पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सीएम हेमंत सोरेन की सदस्यता को लेकर भारत निर्वाचन आयोग का फैसला आना है। इसलिए सभी की निगाहें राजभवन पर टिकी हैं। यदि आयोग का फैसला सीएम के खिलाफा आता है तो राजभवन की सक्रियता बढ़ जायेगी। गवर्नर 24 अगस्त को रांची वापस लौटेंगे।
गवर्नर की यह दिल्ली यात्रा ऐसे समय में है, जब झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता को लेकर तरह- तरह की आशंका जताई जा रही है। भारत निर्वाचन आयोग हेमंत सोरेन की सदस्यता संबंधित मामले में फैसला सुनाने वाला है। हेमंत सोरेन पर आरोप है कि उन्होंने विभागीय मंत्री रहते अपने नाम से स्टोन माइंस लीज आवंटित करा लिया है। बीजेपी ने चुनाव आयोग से जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन बताते हुए हेमंत सोरेन की विधायकी रद करने की मांग की है। मामले में दोनों ओर से बहस पूरी हो गयी है। अब आयोग कभी भी इस मामले में फैसला सुना सकता है।
विधायक दल की बैठक में 11 एमएलए के नहीं आने से अटकलें
सीएएम हेमंत सोरेन ने शनिवार को झामुमो और कांग्रेस एमएलए की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कई एमएलए निजी कारणों का हवाला देते हुए शामिल नहीं हुए थे। जबकि सभी एमएलए को बैठक में आने के लिए कहा गया था। एमएलए को रांची से बाहर नहीं जाने की हिदायत भी दी गई थी। बावजूद एमएलए की अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, कांग्रेस और झामुमो इस बैठक का विषय झारखंड में सुखाड़ की स्थिति पर चर्चा बता रहे हैं। लेकिन राजनीति के गलियारों में इसे कुछ और नजरिए से देखा-समझा जा रहा है। इस बैठक के ठीक दूसरे दिन गवर्नर की दिल्ली यात्रा से चर्चाओं को और बल मिला है।
बीजेपी कह रही हेमंत अगस्त तक के मेहमान
चुनाव आयोग का फैसला कब आयेगा, अभी इसकी कोई तारीख घोषित नहीं हुई है। लेकिन अगस्त के अंत तक यह फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है। झारखंड बीजेपी ने कह रही है कि हेमंत सोरन अगस्त तक के मेहमान हैं। बीजेपी एमपी डा निशिकांत दुबे के एक टवीट में हैं कि भाभीजी {हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन} के नाम पर जेएमएम के सीनीयर एमएलए व कांग्रेस सहमत नहीं दिखाई दे रहे हैं। कारण यह कि पंचायत चुनाव के नोटीफिकेशन के अनुसार भाभीजी आदिवासी सीट पर चुनाव लड़ने के काबिल नहीं हैं। बसंत भैया {हेमंत सोरेन के भाई} व सीता भाभीजी {हेमंत सोरेन की भाभी} भी चिन्तित हैं। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा-जय श्री राम, झारखंड में हो गया काम?