IPS Y Puran Kumar suicide case: राहुल गांधी का सरकार पर हमला:“दलित हैं तो दबा देंगे? दोषियों को करें अरेस्ट”
राहुल गांधी चंडीगढ़ में दलित आईपीएस वाई पूरन कुमार के परिजनों से मिले। हरियाणा सरकार पर हमला करते हुए बोले — “दलित परिवार को दबाएंगे? आरोपी अधिकारियों को तुरंत अरेस्ट करें।”
- “संसद में उठेगा दलित अफसर की मौत का मुद्दा”
- “ईमानदार दलित अफसर को सिस्टम ने तोड़ दिया”
चंडीगढ़। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने आत्महत्या करने वाले आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी ने हरियाणा सरकार और केंद्र पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि — “अगर आप दलित हैं, तो आपको दबाया जा सकता है — यह हमें स्वीकार नहीं है। दोषी अधिकारियों की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए।”
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राहुल गांधी ने कहा कि यह घटना सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि संवेदनहीन सिस्टम और जातिगत भेदभाव की परिणति है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी से अपील की कि वे दलित परिवार से किए गए वादों को तुरंत पूरा करें और न्याय सुनिश्चित करें।
दलित अस्मिता का सवाल उठाया
राहुल गांधी ने कहा कि यह किसी एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे देश के दलित समाज की अस्मिता का सवाल है। “वाई पूरन कुमार जैसे ईमानदार अफसर ने पूरी ज़िंदगी न्याय के लिए काम किया, लेकिन सिस्टम ने उन्हें तोड़ दिया। अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो यह हर ईमानदार अधिकारी के मनोबल को तोड़ेगा।” राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को संसद सत्र में उठाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। उन्होंने मृतक की पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार को हरसंभव मदद का भरोसा भी दिया।
“सरकार तमाशा बंद करे” — राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने परिवार को कार्रवाई का भरोसा दिया था, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया।“सरकार तमाशा बंद करे। आरोपी अधिकारियों को गिरफ्तार करे। यह न्याय का सवाल है, राजनीति का नहीं।” उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री सैनी को सीधा संदेश देते हुए कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से लें, क्योंकि मृतक की दोनों बेटियां अब भी मानसिक दबाव में हैं।
“दलित हैं तो दबा देंगे?” — राहुल का सीधा सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि यह मामला पूरे देश में गलत संदेश दे रहा है कि चाहे कोई कितना भी सफल या योग्य क्यों न हो, अगर वह दलित है, तो उसे सिस्टम दबा देगा। यह संदेश बहुत खतरनाक है। यह केवल वाई पूरन कुमार की लड़ाई नहीं, बल्कि करोड़ों दलित भाई-बहनों की अस्मिता की लड़ाई है।”उन्होंने यह भी कहा कि अगर सत्ता में बैठे लोग इस पर चुप हैं, तो यह उनकी नैतिक जिम्मेदारी की हार है।कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी
राहुल गांधी के साथ इस दौरान कांग्रेस के हरियाणा मामलों के प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा, और कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज आद नेता मौजूद थे।






