जमशेदपुर: रेप का आरोपी मिनिस्टर एक्स ड्राइवर अरेस्ट,गया जेल
जमशेदपुर। कदमा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने शादी का झांसा देकर महिला से यौन शोषण मामले में फरार चल रहे प्रद्युत कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। मुन्ना स्टेट के एक मिनिस्टर का ड्राइवर था।
- शादी का झांसा देकर लगातार यौन शोषण करने एवं पैसे की ठगी का है आरोप
जमशेदपुर। कदमा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने शादी का झांसा देकर महिला से यौन शोषण मामले में फरार चल रहे प्रद्युत कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। मुन्ना स्टेट के एक मिनिस्टर का ड्राइवर था।
कोर्ट के आदेश पर मुन्ना के खिलाफ कदमा पुलिस स्टेशन में पिछले 14 जून को एफआइआर दर्ज की गई थी। मामले की जांच डीएसपी हेडक्वार्टर टू कमल किशोर कर रहे थे। महिला का पुलिस ने कोर्ट में 19 जून को 164 के तहत बयान कराया था। परमेश्वर कालोनी और कदमा भाटिया बस्ती हरिओम अपार्टमेंट मुन्ना के खिलाफ यौन शोषण, गर्भपात कराने, धमकी देने, ब्लैक मेलिंग किए जाने, सात लाख रुपये ऐंठ लेने संबंधित सीपी दर्ज होने और कदमा पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज होने के बाद उसे मिनिस्टर के ड्राइवर पद से हटा दिया गया था।
बिहार का रहने वाला है मुन्ना
मुन्ना मूलरूप से बिहार के जमुई जिले के कटौना का रहने वाला है। महिला शादीशुदा है। उसकी दो बेटी है। हसबैंड विवाद होने के कारण वह पति से अलग रहने लगी। इसी दौरान प्रदुत सिंह से उसकी पहचान हुई। नजदीकियां बढ़ती चली गई। महिला से आरोपित ने कहा कि अगर पति से डाईवोर्स ले लेगी तो वह उससे शादी कर लेगा। वह उसके झांसे में आ गई। आरोपित 2012 से यौन शोषण करता रहा। गर्भवती होने पर गर्भपात करा दिया। महिला और उसके भाई से सात लाख रुपये भी ले लिया। इस बीच महिला का पति से डाईवोर्स हो गया। महिला ने आरोपित को शादी करने को कहा तो उसने इंकार कर दिया था।
माह के से फरार चल रहा था फरार
आरोपी एक माह के से फरार चल रहा था। गिरफ्तारी से पहले मुन्ना पीड़ित महिला को मोबाइल पर कॉल कर और घर आकर केस उठा लेने की धमकी दे रहा था। रुपये देने का प्रलोभन दे रहा था। इसकी कंपलेन सिटी एसपी को दी गई थी। पीड़ित महिला आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए मांग पत्र भी सौंपा था। उसने कहा कि उसके पास अब दो नाबालिग पुत्रियों के साथ खुदकुशी करने के सिवाय और कोई चारा नहीं बचा है। पत्र की प्रतिलिपि झारखंड के राज्यपाल, पुलिस महानिदेशक, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और अनुसूचित जनजाति आयोग को भेजी गयी है। महिला का आरोप है कि आरोपित उसे मिनिस्टर के घर भी ले जाता था। वहां की सीसीटीवी बंद करवा देता था।