झारखंड: रांची में उपद्रव के बाद हिंसा व पत्थरबाजी, फायरिंग में एक की मौत, 20 से अधिक घायल
झारखंड की राजधानी रांची में हिंसक भीड़ की पत्थरबाजी के बाद भड़की हिंसा में कई लोग घायल हो गये हैं। पुलिस व उपद्रवियों के बीच फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। इनमें आठ लोगों को गोलियां लगी हैं। पथराव में एसएसपी और सिटी एसपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गये।
- हिंदू संगठनों ने किया हनुमान चालीसा का पाठ
- बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की गाड़ी में तोड़फोड़
- शनिवार सुबह छह बजे तक इंटरनेट बंद
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में हिंसक भीड़ की पत्थरबाजी के बाद भड़की हिंसा में कई लोग घायल हो गये हैं। पुलिस व उपद्रवियों के बीच फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। इनमें आठ लोगों को गोलियां लगी हैं। पथराव में एसएसपी और सिटी एसपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गये।
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#WATCH | Jharkhand: Protest over the controversial remarks by suspended BJP leader Nupur Sharma turned violent in Ranchi. Vehicles were torched and vandalised and stone-pelting occurred. Injuries reported. pic.twitter.com/Z5FIndjZzf
— ANI (@ANI) June 10, 2022
उपद्रवियों ने शहर के संकटमोचन मंदिर पर भी पत्थरबाजी की। यहां राह चलते लोगों को पीटा भी गया। बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की गाड़ी में उपद्रवियों नेतोड़फोड़ की गई। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें वहां से निकाला।पत्थरबाजी के दौरान कुछ लोगों ने महावीर मंदिर में छिपने की कोशिश की। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मंदिर पर भी पथराव कर दिया। इस घटना से हिंदू संगठनों का गुस्सा भी भड़क गया और वे सड़कों पर उतर आये। रांची में ऐहतियातन धारा 144 लागू कर दी गई है। रांची में इंटरनेट सुविधा शनिवार सुबह छह बजे तक बंद कर दी गई है। देर शाम महावीर मंदिर में हिंदुओं ने हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। हालांकि प्रशासन ने बातचीत के बाद इन लोगों को वापस घर भेज दिया।
रांची में दंगा भड़काने की साजिश?
नारेबाजी, पथराव और तोड़फोड़ करते हुए कुछ उपद्रवियों ने सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश के तहत मेन रोड दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थल को भी निशाना बनाने की कोशिश की।बवाल के बाद एसडीएम के आदेश पर रांची में लाला लाजपत राय चौक (सुजाता चौक) से अलबर्ट एक्का चौक तक महात्मा गांधी मेन रोड के दोनों तरफ 500-500 मीटर तक दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगा दी गई है। पुलिस ने लोगों को सचेत कर दिया है कि वे एक स्थान पर पांच लोगों से ज्यादा संख्या में खड़ा न हों। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रांची पुलिस के अलावा आतंकवाद निरोधक दस्ता, झारखंड सशस्त्र पुलिस, रैपिड एक्शन पुलिस, विशिष्ट इंडियन रिजर्व बटालियन, राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।
पुलिस की विफलता उजागर
रांची पुलिस को विरोध की सूचना तो थी, लेकिन बवाल इतना बढ़ जाएगा, इसकी उम्मीद नहीं थी। नुपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को रांची के मुस्लिम बहुल हिंदपीढ़ी, मेन रोड के एकरा मस्जिद व डेली मार्केट की दुकानें बंद थीं। पुलिस बल को भी तैनात किया गया था। दोपहर करीब सवा दो बजे जुमे की नमाज के बाद मस्जिद से अचानक भीड़ निकली। सबने विरोध स्वरूप काला झंडा, इस्लाम का झंडा, काला बिल्ला लगा रखा था। पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश करती रह गई, लेकिन वे पुलिस का घेरा तोड़कर आगे बढ़ गए।अगल-बगल के ठेले-खोमचे तोड़ दिए और आगजनी की। रास्ते में दो दर्जन से अधिक वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया। दूसरे समुदाय के लोगों के साथ भी मारपीट की।
मंदिर के पास पुलिस की विशेष तैनाती थी। पुलिसकर्मियों ने उपद्रवियों को रोकने की कोशिश की तो हिंसा पर उतारू लोगों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। इसके बाद मौके पर मौजूद डीसी छवि रंजन ने पुलिस जवानों को फायरिंग करने का आदेश दिया। पहले तो जवानों ने गोली चलाने से आनाकानी की, लेकिन मामला बढ़ता देख गोलियां चलानी शुरू कर दी। उन्हें गोली हवा में चलाने का आदेश था, लेकिन भीड़ उनकी ओर हिंसक हुई तो जवानों ने गोलियां सीधी चलानी शुरू कर दी। इसके बाद भीड़ तितर-बितर हुई। पत्थरबाजी, गोलीबारी में पुलिस व उपद्रवियों की ओर से दो दर्जन से अधिक जख्मी हुए हैं। रांची के मेन रोड पर एक पुलिसकर्मी सीनियर अफसर से फोन पर बात करते हुए कहता है, 'देखिए-देखिए पत्थर चल रहा है। सर पत्थर चल रहा है, हमको कमर पर लगा है। मेरा मोबाइल टूट गया। जल्दी से फोर्स भेज दीजिए। सर पत्थर चला रहा है।'
घटना के बाद दूसरे समुदाय में भी उबाल है। मेन रोड में घटना के प्रतिरोध में दूसरे समुदाय के लोगों ने भी जुटने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया। स्थिति पूरी नियंत्रण में है। मौके पर आइजी मानवाधिकार अखिलेश कुमार झा, डीआइजी रांची अनीश गुप्ता, एसएसपी रांची सुरेंद्र कुमार झा, सिटी एसपी रांची अंशुमन कुमार, एटीएस के एसपी प्रशांत आनंद, रांची के उपायुक्त छवि रंजन, एसडीएम दीपक दूबे आदि मौजूद रहे।