झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन ने कहा- उपद्रवी बख्शे नहीं जायेंगे,प्रशासन ऐसी हरकतों को पूरी गंभीरता से लेगा
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि उनके काफिले को रोकने के क्रम में उपद्रव फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। सीएम ने कहा कि सोमवार की शाम जब वे सचिवालय से वापस आवास लौट रहे थे तब कुछ लोग घात लगाये उनके इंतजार में बैठे थे। जब उनका प्रयास सफल नहीं हुआ तो वही लोग उपद्रव करने लगे। इस घटना में जो भी लोग शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा।
- अपनी नाकामी छिपाने को पुलिस निर्दोष पर कर रही है कार्रवाई: बाबूलाल
- असमाजिक तत्वों का साथ दे रहे बाबूलाल मरांडी: जेएमएम
रांची। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि उनके काफिले को रोकने के क्रम में उपद्रव फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।सीएम ने कहा कि सोमवार की शाम जब वे सचिवालय से वापस आवास लौट रहे थे तब कुछ लोग घात लगाये उनके इंतजार में बैठे थे। जब उनका प्रयास सफल नहीं हुआ तो वही लोग उपद्रव करने लगे। प्रशासन ऐसी हरकतों को पूरी गंभीरता से लेगा। इस घटना में जो भी लोग शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा।
सबको मालमू है, घटना में कौन शामिल
सीएम ने मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में मीडिया से बातचीत कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी घर पहुंचने के बाद हुई। उन्हें रास्ता दिखाने के लिए लोग होते हैं। वे जिन रास्तों से लेकर निकले, वे उधर से घर पहुंचे। घर पहुंचने के बाद उन्हें सारी बातों की जानकारी मिली। सीएम ने कहा कि रांची छोटा शहर है और सभी लोग एक दूसरे को जानते हैं और चेहरा पहचानते हैं। इसमें कौन लोग और किसके लोग हैं, सबको मालूम है। कानून दल और पार्टी देखकर काम नहीं करता। गलत हरकत करने वालों पर करवाई होगी। उन्होंने लड़की की मर्डर मामले में अभी तक पुलिस कार्रवाई में सफलता नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि ये उन्हीं लोगों का प्रयास है, जो आज खबरों में हैं। सरकार कोई खबर छुपाने के पक्ष में नहीं है। हर चीज लोगों के सामने है।
वहीं स्टेट गवर्नमेंट ने मामले में रांची डीसी और एसएसपी को शो-कॉज जारी किया है। मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। उपद्रव मामले में सुखदेवनगर पुलिस स्टेशन में में 65 नेम्ड सहित 150 के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया है। पुलिस नेम्ड की खोड में ताबड़तोड़ रेड कर रही है। केस में प्रमुख नामजद में भैरव सिंह, अमृत रमण, निशांत कुमार यादव, मोनू सिंह शामिल हैं।
इनाम की राशि 50 हजार रुपये
ओरमांझी में जिस युवती की मर्डर के खिलाफ आक्रोश में उपद्रव की घटना घटी, उसकी जांच के लिए डीएसपी सिल्ली के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया गया है। मामले में क्रिमिनलों की जानकारी देने वालों के लिए पुलिस ने 50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। युवती की पोस्टमार्टम की में गला काटकर मर्डर की पुष्टि हुई है। अब रेप के मामले में एफएसएल की रिपोर्ट का इंतजार है।
अपनी नाकामी छिपाने को पुलिस निर्दोष पर कर रही कार्रवाई: बाबूलाल
एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला रोकने के मामले में की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए निर्दोष लोगों को तंग कर रही है। सरकार को पहले उन पुलिस अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए जो सीएम की सुरक्षा व्यवस्था में लगे थे। उन्होंने इसे खुफिया विभाग और पुलिस प्रशासन की विफलता बताई है।मरांडी ने मंगलवार को स्टेट बीजेपी ऑफिस में मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार पहले उन थानेदारों के विरुद्ध कार्रवाई करे जो रेपकी घटनाएं रोकने तथा क्रिमिनलों को अरेस्ट करने में विफल रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इसमें किसी असामाजिक तत्व द्वारा पथराव किया गया तो उसके विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन किसी निर्दोष को जान बूझकर परेशान किया जाना ठीक नहीं है।
एक्स सीएम ने डीजीपी एमवी राव के उस बयान का भी विरोध किया है, जिसमें उन्होंने कानून तोडऩेवाले के विरुद्ध सख्ती बरतने तथा गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं कियेजाने की बात कही है। उन्होंने इस बयान को लोकतंत्र के विरुद्ध बताते हुए कहा कि पुलिस चीफ आंदोलन करनेवाले को गुंडा करार दे रहे हैं। बाबूलाल ने आरोप लगाया कि भ्रष्ट पुलिस अफसरों को संरक्षण मिला है। डीजीपी आवाज उठाने पर गुंडा कहकर आंदोलन को कुचलने की बात कर रहे हैं।उन्होंने ओरमांझी घटना मामले में युवती के सिर बरामद नहीं होने पर भी सवाल उठाते कहा कि यह घटना निर्भया घटना से भी बड़ी है। उन्होंने स्वीकार किया कि पुलिस द्वारा जिन्हें तंग किया जा रहा है, उनमें कई बीजेपी कार्यकर्ता हैं। मौक रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि कहा कि राज्य में इस सरकार के कार्यकाल में अबतक रेप की 1765 घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें सबसे अधिक घटना आदिवासी महिलाओं के साथ हुई।
असमाजिक तत्वों का साथ दे रहे बाबूलाल मरांडी: जेएमएम
बीजेपीदल के नेता बाबूलाल मरांडी के आरोपों के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी उनपर निशाना साधा है। जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि बाबूलाल मरांडी असमाजिक तत्वों का साथ दे रहे हैं। वे पुलिस को भी धमकी दे रहे हैं, जिसपर असमाजिक तत्वों ने जानलेवा हमला किया। उन्होंने कहा कि इस षड्यंत्र में शामिल लोगों की गिरफ्तारी हो रही है तो बाबूलाल मरांडी को खराब लग रहा है।
यह उनकी सोच को दर्शाता है। सीएम का काफिला रोकना बड़ी साजिश का हिस्सा है। राज्य में किसी को लॉ एंड ऑर्डर हाथ में लेने की छूट नहीं दी जा सकती है। इस मामले को राजनीतिक रंग देना गलत है। उपद्रवियों की मंशा सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की थी, जिसे पुलिस ने तत्परता बरतते हुए काबू पाने में कामयाबी पाई। पूर्व में भी कई मौके पर भाजपा की स्तरहीन राजनीति राज्य के लोगों ने देखी है।सुप्रियो ने कहा कि चुनाव में लगातार हार से भाजपा के नेता बौखलाहट में हैं। वे किसी प्रकार से अस्थिरता फैलाना चाहते हैं। उनकी यह मंशा कभी सफल नहीं होगी। राज्य के लोगों ने बीजेपी को नकार दिया है। उनकी कथनी और करनी में अंतर है। बाबूलाल मरांडी अवसरवादिता का परिचय देते हुए उसी दल में शामिल हो गये जिस दल के खिलाफ उन्होंने चुनाव लड़ा था। उनके मुंह से नैतिकता की बात अच्छी नहीं लगती है।