झारखंड: CM हेमंत ने किया एलान,एक मई से सभी को कोरोना वैक्सीनेशन फ्री,रिम्स को छोड़ सभी मेडिकल कॉलेज-हॉस्पीटल अब DC के जिम्मे
झारखंड में 18 वर्ष तथा इसे ऊपर आयु वर्ग के सभी लोगों को फ्री में कोरोना टीका लगेगा। सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार कोयह बड़ा एलान किया है। सीएम ने रिम्स, रांची को छोड़कर स्टेट के सभी मेडिकल कॉलेजों तथा हॉस्पीटल को अब डीसी के प्रशासनिक नियंत्रण में दे दिया है।
रांची। झारखंड में 18 वर्ष तथा इसे ऊपर आयु वर्ग के सभी लोगों को फ्री में कोरोना टीका लगेगा। सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार कोयह बड़ा एलान किया है।सीएम ने रिम्स, रांची को छोड़कर स्टेट के सभी मेडिकल कॉलेजों तथा हॉस्पीटल को अब डीसी के प्रशासनिक नियंत्रण में दे दिया है।
सीएम के आदेश के बाद ने इसकी तैयारी युद्धस्तर पर शुरू कर दी गयी है। सीएमओ तथा हेल्थ डिपार्टमेंट की पहल शुरु हो गयी है। एक मई से 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण होना है। इसमें 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीका सेंट्रल गवर्नमेंट उपलब्ध कराती रहेगी। वहीं, 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए राज्य सरकार को कंपनी से सीधे टीका खरीद करना होगा। इसका खर्च स्टेट को को वहन करना होगा। ऐसे में राज्य सरकार को इस आयु वर्ग के लोगों के दोनों डोज के लिए (प्रति डोज 400 रुपये) राज्य सरकार को 1,400 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
झारखंड की कम से कम 70 परसेंट आबादी का भी टीकाकरण करना हो तो राज्य में वर्तमान अनुमानित आबादी 3.77 करोड़ के अनुसार, लगभग 2.64 करोड़ लोगों को टीका लगाना होगा। इनमें से 25 लाख 690 लोगों को पहली डोज का टीका 21 अप्रैल तक लग चुका है। शेष लगभग 2.39 करोड़ आबादी को पहली डोज का टीका का टारगेट एक मई से अगले तीन माह में पूरा करने के लिए प्रतिदिन लगभग 2.65 लाख लोगों को टीका लगाना होगा। इसी तरह, राज्य में 45 वर्ष से अधिक उम्र की आबादी के टीकाकरण का टारगेट लगभग 83.86 लाख है। इनमें लगभग 20.40 लाख को पहली डोज का टीका लग चुका है। शेष 63.46 लाख की आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य एक माह में पूरा करना है तो प्रतिदिन लगभग 2.12 लाख लोगों को टीका लगाना होगा।
फैक्ट फाइल
25 लाख 690 लोगों को राज्य में 21 अप्रैल तक टीका की पहली डोज लग चुकी है। इनमें 1,95,646 हेल्थ केयर वर्कर्स, 2,64,882 फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा 20,40,162 सामान्य नागरिक शामिल हैं। 3,84,250 लोगों को टीका की दूसरी परसेंट फीसद फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली डोज का टीका लग चुका है।
किस जिले में टारगेट के विरुद्ध कितना टीकाकरण
जिला - टारगेट - पहली डोज का टीकाकरण (परसेंट में)
बोकारो 5,24,313 1,16,893 22
चतरा 2,65,136 65,920 25
देवघर 3,79,334 57,331 15
धनबाद 6,82,486 1,84,439 27
दुमका 3,35,954 86,626 26
पूर्वी सिंहभूम 5,83,190 1,87,725 32
गढ़वा 3,36,296 61,822 18
गिरिडीह 6,21,720 1,35,530 22
गोड्डा 3,33,948 61,840 19
गुमला 260,643 75,552 29
हजारीबाग 4,40,966 1,15,629 26
जामताड़ा 2,01,109 52,182 26
खूंटी 1,35,223 47,008 35
कोडरमा 1,82,097 54,519 30
लातेहार 1,84,822 42,028 23
लोहरदगा 1,17,402 39,523 34
पाकुड़ 2,28,917 45,604 20
पलामू 4,93,179 1,47,701 30
रामगढ़ 2,41,380 58,164 24
रांची 7,40,900 1,76,612 24
साहिबगंज 2,92,512 32,113 11
सरायकेला खरसावां 2,70,773 68,045 25
सिमडेगा 1,52,433 38,313 25
पूर्वी सिंहभूम 3,81,944 89,043 23
रिम्स को छोड़कर स्टेट के सभी मेडिकल कॉलेज-हॉस्पीटल अब DC के जिम्मे
सीएम हेमंत सोरेन ने रिम्स, रांची को छोड़कर स्टेट के सभी मेडिकल कॉलेजों तथा हॉस्पीटल को अब डीसी के प्रशासनिक नियंत्रण में दे दिया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 तथा झारखंड महामारी अधिनियम, 2020 के प्रावधानों के तहत राज्य सरकार ने विशेष परिस्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया है। विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया। इसमें उल्लेख है कि बेहतर समन्वय एवं प्रबंधन के साथ कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से यह निर्णय किया गया है।
डॉक्टर्स को करनी होगी ड्यूटी, जरूरत पड़ने पर करेंगे एक्शन
विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने डॉक्टर्स से अपनी ड्यूटी ईमानदारी पूर्वक निभाने की अपील की है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि डॉक्टर कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि कोई डॉक्टर अपनी ड्यूटी से भागेंगे तो गवर्नमेंट उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई से भी नहीं हिचकिचाएगी। इसी कड़ी में पलामू के सिविल सर्जन को सस्पेंड करने की तैयारी चल रही है।उन्होंने कहा कि जो चिकित्सक या पारा मेडिकल स्टाफ अपनी सेवा का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करेंगे सरकार उन्हें सम्मानित भी करेगी। वे शीघ्र ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर डॉक्टर से परामर्श लेंगे। सरकार वृद्ध डॉक्टर्स से भी सेवा लेगी ताकि वे पेसेंट को ऑनलाइन परामर्श दे सकें।
उन्होंने उन प्राइवेट हॉस्पीटल व दवा प्रतिष्ठानों को भी हिदायत दी है कि वे आपदा को अवसर की बजाय सेवा को अवसर बनाएं। यदि आपदा को अवसर बनाने का प्रयास करेंगे तो सरकार छोड़ेगी भी नहीं।उन्होंने कहा कि सरकार संक्रमण को रोकने के लिए अधिक से अधिक कोरोना जांच पर जोर देगी। इसी कड़ी में गुरुवार को विशेष रैपिड एंटीजन जांच अभियान चलाया गया। इस तरह का अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में जांच की रफ्तार बढ़ी है। बैकलॉग 39 हजार से घटकर अब 22 हजार पर आ गए हैं। उन्होंने मरीजों से पैनिक नहीं होने की अपील भी की है।
सेंट्रल से मिले 15 हजार रेमडेसिविर
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अबतक साढ़े बारह हजार रेमडेसिविर आ चुके हैं। 5 हजार और आनेवाली है।एक लाख रेमडेसिविर का कार्यादेश जारी होनेवाला है। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश से रेमडेसिविर आयात करने की अनुमति अभी सेंट्रल गवर्नमेंट से नहीं मिली है।