Jharkhand : झारखंड के DGP ने ऑन ड्यूटी शराब पीने वाले और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस अफसरों व कर्मियों की मांगी लिस्ट

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने स्टेट पुलिस के विभिन्न जिलों और इकाइयों में काम कर रहे गैर अनुशासित पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की लिस्ट मांगी है। उन्होंने रांची केजोनल आईजी और सभी रेंज के डीआईजी को इससे संबंधित निर्देश जारी किया है।

Jharkhand : झारखंड के DGP ने ऑन ड्यूटी शराब पीने वाले और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस अफसरों व कर्मियों की मांगी लिस्ट
डीजीपी अनुराग गुप्ता (फाइल फोटो)।

रांची। झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने स्टेट पुलिस के विभिन्न जिलों और इकाइयों में काम कर रहे गैर अनुशासित पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की लिस्ट मांगी है। उन्होंने रांची केजोनल आईजी और सभी रेंज के डीआईजी को इससे संबंधित निर्देश जारी किया है।
यह भी पढ़ें:Jharkhand: चतरा के हंटरगंज थाना प्रभारी को DGP ने किया सस्पेंड, चाईबासा जिला भेजा गया


डीजीपी की ओर से जारी निर्देश में सात मुख्य बिंदुओं के आधार पर लिस्ट मांगी गयी है। डीजीपी ने एक सप्ताह के अंदर गैर अनुशासित पुलिस अफसरों और कर्मियों की लिस्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है। डीजीपी के आदेश के बाद गैर अनुशासित पुलिस अफसरों और कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
जिन कार्यों में शामिल रहने वाले पुलिसकर्मियों की मांगी गयी है लिस्ट

जिनके खिलाफ आम नागरिक और महिलाओं से दुर्व्यवहार करने के आरोप में कार्रवाई की गयी है।

जिनकी भू माफिया और आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के साथ संलिप्तता पाई गयी है।

जिनके खिलाफ अपने वरीय पदाधिकारी के साथ उदंड तरीके से व्यवहार करने के आरोप में कार्रवाई की गयी है या उदंड तरीके व्यवहार करते हैं।

जो ड्यूटी से फरार (अनुपस्थित) रहते हैं।

जो ड्यूटी के दौरान अक्सर शराब का सेवन करते हैं।

जो अक्सर बिना कारण अवकाश (छुट्टी) लेते हैं।

जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप हो।

चतरा के हंटरगंज थाना प्रभारी को डीजीपी ने किया था सस्पेंड

उल्लेखनीय है कि डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एक दिन पहले चतरा जिले के हंटरगंज थाना प्रभारी मनीष कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। उन्हें भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने के बाद निलंबित कर प्रशासनिक दृष्टिकोण से चाईबासा ट्रांसफर कर दिया गया है।मनीष कुमार पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध वसूली और अन्य भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। इन आरोपों की पुष्टि होने के बाद, डीजीपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पहले भी पुलिसकर्मियों के अनुचित व्यवहार और भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त कार्रवाई की है।