झारखंड: नाबालिग से छेड़खानी मामले में गिरिडीह सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट अरेस्ट, पोस्को एक्ट के FIR दर्ज
गिरिडीह सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट राजमोहन राजन को रांची के तुपुदाना ओपी एरिया में 13 साल की नाबालिग के साथ छेड़खानी के आरोप में शनिवार को अरेस्ट कर लिया गया। पुलिस ने उन्हें शुक्रवार को कस्टडी में लिया गया था।
रांची। गिरिडीह सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट राजमोहन राजन को रांची के तुपुदाना ओपी एरिया में 13 साल की नाबालिग के साथ छेड़खानी के आरोप में शनिवार को अरेस्ट कर लिया गया। पुलिस ने उन्हें शुक्रवार को कस्टडी में लिया गया था।
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पीड़िता के कंपलेन पर तुपुदाना ओपी में जेल सुपरिटेंडेंट के खिलाफ यौन उत्पीड़न व प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फ्रोम सेक्सुअल अफेंसेज (पोक्सो) एक्ट में FIR दर्ज कर की गई है। पुलिस जेल सुपरिटेंडेंट राजमोहन राजन को अरेस्ट करने के बाद सदर अस्पताल में उनकी कोविड-19 की जांच कराई। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें जेल भेजा जा सकेगा। शाम तक जांच रिपोर्ट ससमय नहीं मिलने के चलते उन्हें जेल नहीं भेजा जा सका। अब रविवार को आरोपित जेल सुपरिटेंडेंट को रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में भेजा जायेगा। तुपुदाना ओपी की पुलिस ने जेल आइजी मनोज कुमार, एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा, एसपी सिटी सौरभ व हटिया के डीएसपी को पूरे मामले से संबंधित रिपोर्ट भेज दी है। राजन मूलत: रूप से पलामू के पिपरा पुलिस स्टेशन एरिया के गझैरा के रहनेवाले हैं।
पुलिस समय से नहीं पहुंचती तो हो जाती अनहोनी
गिरिडीह के जेल सुपरिटेडेंट राजमोहन राजन ने तुपुदाना ओपी एरिया के जिस अपार्टमेंट में नाबालिग का यौन उत्पीड़न किया, वहां के लोगों में आरोपित के खिलाफ आक्रोश है। इस घटना के बाद से ही वहां के आक्रोशित लोग जेल सुपरिटेडेंट को मारने पर उतारू हो गये। संयोगथी कि तुपुदाना ओपी की पुलिस ससमय मौके पर पहुंच गई, इससेजेल सुपरिटेंडेंट जान बची।
जेल सुपरिटेंडेंट सस्पडें होंगे, चलेगी डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग
जेल सुपरिटेंडेंट का पोस्ट गजिस्टेड अफसर का का होता है, जिसके खिलाफ कार्रवाई स्टेट लेवल पर होती है। जेल आइजी रांची पुलिस की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। रांची पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को जेल आइजी मनोज कुमार स्टेट गवर्नमेंट से जेल सुपरिटेडेंट को सस्पेंड करने की अनुशंसा करेंगे। जेल सुपरिटेडेंट के विरुद्ध डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग भी चलाने की अनुशंसा की जायेगी। सेवा संहिता के अनुसार अगर कोई अफसर 24 घंटे भी जेल में रह जाता है तो उसके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई होती है। विभागीय कार्रवाई चलती है।
मामले को रफा-दफा करने की कोशिश नाकाम
तुपुदाना ओपी में शुक्रवार की रात जेल सुपरिटेंडेंट को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने के लिए और मामले को रफा-दफा करने के लिए कोशिशें होती रही। पीड़ित परिवार पर भी दबाव बनाने की कोशिश की गयी। हालांकि, पीड़िता की मां पूरे आक्रोश में थीं। वह झुकने को तैयार नहीं थीं। इसका असर यह हुआ कि पुलिस को अंतत: FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी।
जेल सुपरिटेडेंट पर बिना छुट्टी लिए हुए रांची में रहने की चर्चा
नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोपित जेल सुपरिटेंडेंट राजमोहन राजन के बारे में विभाग को सूचना मिली है कि बिना छुट्टी लिए ही रांची में थे। सूचना है कि आरोपित ने जेल आइजी से तीन दिनों का अवकाश मांगा था, जिसे विधानसभा सेशन के चलते आइजी ने अस्वीकृत कर दिया था। अवकाश का आवेदन अस्वीकृत होने के बावजूद आरोपित रांची में रहा। इस मामले में भी जेल सुपरिटेंडेंट के विरुद्ध कार्रवाई तय मानी जा रही है। जेल आइजी अपने ऑफिस से इसकी भी रिपोर्ट लेंगे।
महिला सब इंस्पेक्टर ने दर्ज किया नाबालिग का बयान
तुपुदाना ओपी की महिला सब इंस्पेक्टर संध्या टोप्पो ने 13 साल की पीड़िता नाबालिग का बयान लिया है। पीड़िता ने बताया कि वह आरोपित को पहले से जानती थी, क्योंकि आरोपित उसके लोको पायलट पिता के दोस्त भी हैं। आरोपित का उसके घर आना-जाना भी था। उसके पिता शुक्रवार को ड्यूटी पर थे, मां भी रांची से बाहर थी। पीड़िता घर में अकेली थी। इसी बीच आरोपित उसके घर में पहुंचा और उससे छेड़छाड़ शुरू कर दी। उसके प्राइवेट पार्ट को भी छूने की कोशिश की। वह बेहद डर गई और वहां से भागकर पड़ोस की महिला से पूरी बात बताई। इसके बाद उसके पिता भी ड्यूटी से आ गये। पुलिस को मामले की जानकारी दी गयी।