झारखंड:राज्यसभा चुनाव-2016 में हार्स ट्रेडिंग केस: बड़कागांव MLA अंबा प्रसाद ने कहा- मेरे माता-पिता को फंसाकर जेल भेजा गया
राज्यसभा चुनाव-2016 में हार्स ट्रेडिंग प्रकरण पर पुलिसिया कार्रवाई को बड़कागांव की एमएलए अंबा प्रसाद ने सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव- 2016 में तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया। पद का दुरुपयोग करते हुए सरकारी तंत्र के इस्तेमाल से उनके पिता एक्स मिनिस्टर योगेंद्र साव एवं उनकी मां एमएलए निर्मला देवी को राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में वोट नहीं देने के कारण कई झूठे मामलों में फंसा कर जेल भेज दिया गया।उन्हें राज्य बदर भी करवा दिया गया।
- एक्स मिनिस्टर व एमएलए को स्टेट से बदर किया
- रघुवर दास को राज्यसभा चुनाव प्रकरण में अभियुक्त बनाया जाना जायज
रांची। राज्यसभा चुनाव-2016 में हार्स ट्रेडिंग प्रकरण पर पुलिसिया कार्रवाई को बड़कागांव की एमएलए अंबा प्रसाद ने सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव- 2016 में तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया। पद का दुरुपयोग करते हुए सरकारी तंत्र के इस्तेमाल से उनके पिता एक्स मिनिस्टर योगेंद्र साव एवं उनकी मां एमएलए निर्मला देवी को राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में वोट नहीं देने के कारण कई झूठे मामलों में फंसा कर जेल भेज दिया गया।उन्हें राज्य बदर भी करवा दिया गया।
अंबा ने कहा कि मामले में रघुवर दास के खिलाफ चुनाव आयोग के आदेश पर झारखंड सरकार ने जो कदम उठाये हैं, वह कानून सम्मत और सराहनीय है। पुलिस और प्रशासन भी निष्पक्ष कार्य कर रही है। एक्स सीएम विद्वेष और प्रताड़ित करने की राजनीति करते रहे हैं। उनके द्वारा मेरे माता-पिता, भाई एवं मुझको भी कई फर्जी मुकदमे में अभियुक्त बनाकर पूरे परिवार को प्रताड़ित किया गया। बड़कागांव में कंपनियों को फायदा दिलाने के लिए रैयतों के ऊपर दर्जनों झूठे मुकदमे, लाठीचार्ज, विधायक निर्मला देवी के साथ मारपीट, ढेंगा गोलीकांड, चिरूडीह हत्याकांड भी रघुवर दास के कार्यकाल में ही हुए।
रघुवर दास की तमाम घटनाओं में भूमिका की जांच आवश्यक
एक्स सीएम योगेंद्र साव को अनेकों बार असंवैधानिक ढंग से सीसीए लगा कर वर्षों जेल में रखा गया। एक्स एमएलए निर्मला देवी को कई महीने जेल और वर्षों राज्य से बाहर भोपाल में रहने को विवश किया गया। उन्होंने अनुरोध किया कि रघुवर दास की तमाम घटनाओं में भूमिका की जांच आवश्यक है। निष्पक्ष जांच कराकर चिरुडीह गोलीकांड, ढेंगा गोलीकांड एवं विभिन्न बर्बरता में संलिप्त दोषियों के ऊपर मर्डर केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए।
अंबा ने कहा कि तत्कालीन एमएलए निर्मला देवी बड़कागांव की जनता के हित के लिए तथा उन्हें उचित मुआवजा और अधिकार दिलाने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से धरने पर बैठी थी।रघुवर दास सरकार के इशारे पर सभी नियम-कानून को ताक पर रखकर सुबह चार बजे घसीटते हुए बगैर महिला पुलिस के गाड़ी में बैठाया गया। पुलिस स्टेशन की बजाय कहीं और ले जाने का प्रयास किया गया। इसका विरोध जब ग्रामीणों ने किया तो चीरूडीह गोलीकांड में उन पर लाठियां-गोलियां चलाई गई। इसमें तीन निर्दोष ग्रामीण किसानों की मौत हो गई। योगेंद्र साव को भी इसी तरह से जनहित में किए जा रहे आंदोलनों को कुचलने के लिए दर्जनों झूठे मुकदमों में फंसाकर केवल जेल ही नहीं भेजा गया। बल्कि उन पर तीन बार क्राइम कंट्रोल एक्ट लगाकर जेल में डालने का कुत्सित कार्य रघुवर दास की सरकार ने किया। मेरी मां निर्मला देवी बिल्कुल निर्दोष थी लेकिन उन्हें भी दो-दो बार जेल भेजा गया और राज्य बदर कर दिया गया।
दूध का दूध और पानी का पानी होगा
अंबा प्रसाद ने कहा कि सत्य को विचलित तो किया जा सकता है, परंतु पराजित नहीं किया जा सकता। चुनाव आयोग और सरकार ने जो कदम उठाया है, वह सराहनीय है। मुझे कोर्ट पर पूरा भरोसा है कि बहुत जल्द न्याय होगा। बीजेपी लीडर अपने बयान से अंधी वफादारी निभा रहे हैं। पूरा प्रदेश जानता है कि कैसे एक्स मिनिस्टर और उनके पूरे फैमिली को प्रताड़ित किया गया है। प्रताड़ित करने की राजनीति कांग्रेस और जेएमएम नहीं, बीजेपी करती है। कानून अपना काम कर रही है। जल्द दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।