झारखंड: लोहरदगा में नक्सल ऑपरेशन के दौरान IED ब्लास्ट, CRPF कोबरा के दो जवान घायल
झारखंड के लोहरदगा जिले के उग्रवाद प्रभावित पेशरार पुलिस स्टेशन एरिया के बुलबुल जंगल नक्सल विरोधी ऑपरेशनके दौरान आईईडी बलास्ट में से सीआरपीएफ कोबरा 203 बटालियन के दो जवान दिलीप कुमार एवं नारायण दास गंभीर रूप से घायल हो गये। दोनों को हेलिकॉप्टर से रांची के मेडिका हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजा गया।
लोहरदगा। झारखंड के लोहरदगा जिले के उग्रवाद प्रभावित पेशरार पुलिस स्टेशन एरिया के बुलबुल जंगल नक्सल विरोधी ऑपरेशनके दौरान आईईडी बलास्ट में से सीआरपीएफ कोबरा 203 बटालियन के दो जवान दिलीप कुमार एवं नारायण दास गंभीर रूप से घायल हो गये। दोनों को हेलिकॉप्टर से रांची के मेडिका हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजा गया।
बताया जाता है कि गुरुवार को उग्रवादियों एवं पुलिस के बीच इसी इलाके में मुठभेड़ हुई थी। पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी भाग गये थे। पुलिस को उग्रवादियों के कुछ सामान भी हाथ लगे थे। पुलिस व सीआरपीएफ की टीम उग्रवादियों की खोज में जुटी थी। बुलबुल इलाके में रेड के दौरान अचानक आईईडी ब्लास्ट हो गया और कोबरा के दो जवान घायल हो गये। घायल नारायण दास उड़ीसा के रहने वाले हैं। जबकि दिलीप जम्मू के निवासी हैं। दोनों का स्थिति खतरे से बाहार बतायी गयी है। दोनों का रांची में इलाज चल रहा है।
आनन-फानन में इसकी सूचना झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर को दी गई ।रांची से हेलिकॉप्टर मंगाया गया। हेलिकॉप्टर से घायल जवानों को तत्काल रांची भेजा गया। पुलिस का उग्रवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन जारी है। सीआरपीएफ के डीआईजी वीरेंद्र ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ गुमला के बिशनपुर के आसपास के जंगलों में ऑपरेशन चलाया जा रहा था। ऑपरेशन समाप्त हो गया था। जवान वापस लौट रहे थे। इसी बीच शुक्रवार की सुबह 9:22 पर यह घटना घटी।
माओवादी के रीजनल कमांडर और 15 लाख के इनामी की खोज
बताया जाता है कि पुलिस को भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर और 15 लाख के इनामी रविंद्र गंझू का हथियारबंद दस्ता पेशरार पुलिस स्टेशन एरिया के सुदूरवर्ती जंगलों में होने की जानकारी पुलिस को मिली थी। इसके बाद नक्सलियों के खिलाफ अभियान को सतर्कता के साथ तेज किया गया है। पुलिस और सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन की टीम सर्च ऑपरेशन में निकली थी।
उल्लेखनीय है कि लोहरदगा जिले में पिछले कुछ समय से उग्रवादी घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। उग्रवादी गतिविधियां भी लगातार बढ़ रही है। ती जा रही हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है।नक्सलियों के खिलाफ गुरुवार से ही जोरदार अभियान चलाया जा रहा था। किसी भी परिस्थिति से निपटने को लेकर बीएस कॉलेज में हेलीकॉप्टर उतारने को लेकर अस्थाई हेलीपैड का निर्माण भी किया गया है। जहां से लगातार सीआरपीएफ जवानों के आने-जाने का सिलसिला जारी है।