Jharkhand: Hemant Soren मामले में व्हाट्सएप चैट की में आया नया मोड़, ED के रडार पर जमीन कारोबारी
झारखंड की राजधानी रांची में जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी को पिछले दिनों जांच में कई नयी जानकारी मिली है। ईडी ने जांच के दौरान सामने आये कुछ तथ्यों से स्टेट गवर्नमेंट को अवगत कराया था।चैट से भी सरकार को अवगत कराया था, जिसमें ट्रांसफर पोस्टिंग में लेन-देन के लिए कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया था।
- ट्रांसफर पोस्टिंग में लाख के लिए फाइल और करोड़ के लिए फोल्डर शब्द का इस्तेमाल
- विनोद सिंह की व्हाट्सएप चैट में मिला कोड वर्ड, फाइल-फोल्डर
- ईडी ने स्टेट गवर्नमेंट को पूर्व में किये गये पत्राचार में दी थी जानकारी, फिर भेजेगी रिमाइंडर
- सीनीयर अफसर भी ट्रांसफर पोस्टिंग में कर रहे हैं कोड का इस्तेमाल
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी को पिछले दिनों जांच में कई नयी जानकारी मिली है। ईडी ने जांच के दौरान सामने आये कुछ तथ्यों से स्टेट गवर्नमेंट को अवगत कराया था।चैट से भी सरकार को अवगत कराया था, जिसमें ट्रांसफर पोस्टिंग में लेन-देन के लिए कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया था।
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छानबीन में यह बात सामने आई है कि ट्रांसफर पोस्टिंग में लाख के लिए फाइल शब्द और करोड़ के लिए फोल्डर शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है।ईडी के पत्राचार के बाद क्या कार्रवाई हुई, इसे लेकर ईडी एक बार फिर राज्य सरकार को रिमाइंडर भेजेगी। यह रिमाइंडर राज्य के मुख्य सचिव को भेजी जायेगी।
विनोद सिंह के ठिकानों पर 3 जनवरी को हुई थी रेड
ईडी ने विनोद सिंह के ठिकानों पर तीन जनवरी को रेड की थी। रेड में उनके ठिकाने से 25 लाख रुपये कैश के अलावा जमीन में निवेश से संबंधित कई कागजात मिले थे। ईडी ने उनके मोबाइल को भी जब्त किया था और उनके व्हाट्सएप चैट को भी निकाला था। सर्वाधिक संदिग्ध व्हाट्सएप चैट उनके व एक्स सीएम हेमंत सोरेन के बीच हुए थे। उसी व्हाट्सएप चैट में ट्रांसफर पोस्टिंग से संबंधित चैट भी थे।
35 पेज की अनुशंसा में कई बातों का उल्लेख
जानकार सोर्सेज के अनुसार, करीब 35 पेज की अनुशंसा स्टेट गवर्नमेंट को भेजी गई है। उसमें एक सरकारी जमीन को एक निजी व्यक्ति को ट्रांसफर करने का जिक्र है। इसके एवज में लिए ढाई करोड़ रुपये नजराना के तौर पर दिये जाने की जानकारी दी गई है। कुछ सीनीयर अफसरों के बारे में भी सरकार को अवगत कराया गया है, जिनके माध्यम से अनियमितता की आशंका जताई गई है। कुछ टेंडर में भी गड़बड़ियों से संबंधित जानकारी भी स्टेट गवर्नमेंट से शेयर की गई है।
जांच के क्रम में कई अरेस्टिंग
रांची में आर्मी के प्रयोग वाली 4.55 एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री मामले में इन्विस्टीगेशन के दौरान ईडी ने बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के ठिकानों पर भी रेड की थी। इस रेड में भानु के आवास से 11 ट्रंक में रखे गये जमीन से संबंधित सरकारी दस्तावेज मिले थे। मूल दस्तावेज में हेराफेरी का मामला भी सामने आया था। उक्त जानकारी को ईडी ने स्टेट गवर्नमेंट को शेयर करते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की थी।स्टेट गवर्नमेंट की अनुशंसा पर ही बड़गाईं के तत्कालीन सीओ मनोज कुमार के बयान पर रांची के सदर थाने में तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के विरुद्ध जालसाजी की सेक्शन में एफआइआर दर्ज हुई थी।
उक्त केस को टेकओवर करते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग में केस दर्ज की और उक्त केस के जांच में ही एक्स सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई। बाद में तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को इस केस में भी गिरफ्तार दिखाया गया है। उसके बाद से ही भानु से रिमांड पर पूछताछ जारी है।
जमीन कारोबारी रमेश गोप से ईडी करेगी पूछताछ
जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी के अधिकारी हर दिन जमीन घोटाला से जुड़े गवाहों व संदिग्धों से पूछताछ कर रहे हैं। पिछले दिनों रांची के कोकर अयोध्यापुरी निवासी जमीन कारोबारी सह जेएमएम लीडर रमेश गोप के ठिकानों पर ईडी को मिले जमीन से जुड़े दस्तावेजों की जांच जारी है। कहा जा रहा है कि बहुत जल्द ही रमेश गोप को भी ईडी समन करेगी और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाएगी। इतना ही नहीं, रमेश गोप के सहयोगियों, करीबियों पर भी ईडी की नजर है। जब्त दस्तावेजों में जो भी संदिग्ध सामने आयेंगे, उनसे पूछताछ की जायेंगी।
विनोद सिंह के वॉट्सएप चैट से मिले तथ्यों का सत्यापन
हेमंत के करीबी आर्किटेक्ट विनोद सिंह के मोबाइल से मिले उनके व हेमंत के बीच वॉट्सएप चैट में जो तथ्य सामने आये हैं, उसका सत्यापन जारी है। विनोद सिंह के करीबी को भी शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हालांकि, सूचना है कि वे नहीं पहुंच सके हैं। संभवत: वे दूसरी तिथि में ईडी ऑफिस जायेंगे।
वॉट्सएप चैट में जमीन के हस्तांतरण, बरियातू की विवादित 8.5 एकड़ जमीन पर बैंक्वेट हाल बनाने संबंधित मैप, स्थानांतरण-पदस्थापन के लिए अनुशंसा, प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को मदद के लिए अनुशंसा सहित कई विवादित जानकारी सामने आ चुकी है। सभी बिंदुओं पर छानबीन जारी है।