झारखंड: निशिकांत दूबे ने किया ट्वीट-मिनिस्टर मिथिलेश ठाकुर को सदस्यता समाप्ति का नोटिस भेज रहा चुनाव आयोग
गोड्डा के बीजेपी एमपी निशिकांत दूबे ने ट्वीट कर फिर बड़ा दावा किया है। उन्होंने ट्विटर लिखा कि झारखंड के मंत्री मिथलेश ठाकुर ने ठेकेदारी की बात चुनाव आयोग को नहीं बताई, अब उनकी सदस्यता समाप्ति का नोटिस भारत निर्वाचन आयोग भेज रहा है।
रांची। गोड्डा के बीजेपी एमपी निशिकांत दूबे ने ट्वीट कर फिर बड़ा दावा किया है। उन्होंने ट्विटर लिखा कि झारखंड के मंत्री मिथलेश ठाकुर ने ठेकेदारी की बात चुनाव आयोग को नहीं बताई, अब उनकी सदस्यता समाप्ति का नोटिस भारत निर्वाचन आयोग भेज रहा है।
यह भी पढ़ें:झारखंड: लालू यादव 13 साल पुराने आचार संहिता उल्लंघन मामले में हुए बरी कोर्ट ने लगाया छह हजार का जुर्माना
झारखंड के मंत्री मिथलेश ठाकुर जी ने ठेकेदारी की बात चुनाव आयोग को नहीं बताई, अब उनकी सदस्यता समाप्ति का नोटिस केन्द्रीय चुनाव आयोग भेज रहा है । पहले ग़लत रिपोर्ट देने के कारण झारखंड प्रशासनिक अधिकारी पर भी कार्रवाई हो सकती है
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) June 8, 2022
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन व स्टेट गवर्नमेंट पर लगातार आक्रामक रवैया अपनाने वाले निशिकांत ने मामले में गढ़वा डीसी पर भी कार्रवाई की उम्मीद जताई है। निशिकांत दूबे ने अपने ट्वीट में लिखा- झारखंड के मंत्री मिथलेश ठाकुर जी ने ठेकेदारी की बात चुनाव आयोग को नहीं बताई, अब उनकी सदस्यता समाप्ति का नोटिस केन्द्रीय चुनाव आयोग भेज रहा है। पहले गलत रिपोर्ट देने के कारण झारखंड प्रशासनिक अधिकारी पर भी कार्रवाई हो सकती है।
झारखंड में बालू की किल्लत के कारण निर्माण उद्योग से जुड़े काम पूरी तरह से ठप पड़े हुए है।
हज़ारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। व्यवसायी बता रहे हैं कि 26 सालों में ये सबसे भयावह स्थिति है।
आज ठोस नीति के अभाव और सरकार की अकर्मण्यता से व्यवसायी वर्ग से लेकर आम जनता त्राहिमाम कर रही है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 8, 2022
वहीं झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्विटर पर फिर सरकार पर निशाना साधा। बाबूलाल ने कहा है- झारखंड में बालू की किल्लत के कारण निर्माण उद्योग से जुड़े काम पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं। हजारों लोग बेरोजगार हो गये हैं। व्यवसायी बता रहे हैं कि 26 सालों में ये सबसे भयावह स्थिति है।
पहले तो नियमानुसार चल रहे झारखंड के बालू घाटों को इसलिये बंद कराया ताकि अवैध बालू चोरी का धंधा बेरोकटोक चलता रहे।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 8, 2022
अब खनन घोटाले के पाप का घड़ा फूटने से चोरी का धंधा मंदा हुआ है तो बालू मिलना मुश्किल है।
ज़िम्मेदार कौन? मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी दिल पर हाथ रख कर सोचियेगा!
आज ठोस नीति के अभाव और हेमंत सोरेन सरकार की अकर्मण्यता से व्यवसायी वर्ग से लेकर राज्य की आम जनता त्राहिमाम कर रही है। पहले तो नियमानुसार चल रहे झारखंड के बालू घाटों को इसलिए बंद कराया ताकि अवैध बालू चोरी का धंधा बेरोकटोक चलता रहे। अब माइनिंग घोटाले के पाप का घड़ा फूटने से चोरी का धंधा मंदा हुआ है तो बालू मिलना मुश्किल है। बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट में टैग करते हुए पूछा कि इसका जिम्मेदार कौन? मुख्यमंत्री जी दिल पर हाथ रख कर सोचियेगा!