झारखंड: गरीबों के लिए पैसा नहीं, कारपोरेट घरानों का टैक्स करते माफ: हेमंत सोरेन
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास मत के दौरान लगभग 36 मिनट वक्तव्य के दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला। हेमंत ने कहा कि आज हम जब आजादी के 75 साल का जश्न मना रहे हैं, तब देश में झंडा लगाने का एजेंडा फिट किया गया। जीवन में कभी इन लोगों ने तिरंगा झंडा नहीं फहराया, लेकिन देश को बेचने के साथ-साथ इन लोगों ने झंडा भी बेचना शुरू कर दिया है। ये देश के लोकतंत्र को बेचने का प्रयास कर रहे हैं।
- विधानसभा में 36 मिनट के भाषण में बीजेपी पर आक्रामक दिखे सीएम
रांची। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास मत के दौरान लगभग 36 मिनट वक्तव्य के दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला। हेमंत ने कहा कि आज हम जब आजादी के 75 साल का जश्न मना रहे हैं, तब देश में झंडा लगाने का एजेंडा फिट किया गया। जीवन में कभी इन लोगों ने तिरंगा झंडा नहीं फहराया, लेकिन देश को बेचने के साथ-साथ इन लोगों ने झंडा भी बेचना शुरू कर दिया है। ये देश के लोकतंत्र को बेचने का प्रयास कर रहे हैं।
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ये जीत झारखंड की तमाम जनता की जीत है।जनता के विश्वास की जीत है। माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के कुशल नेतृत्व की जीत है।
— Satyanand Bhokta (@BhoktaSatyanand) September 5, 2022
जोहार! pic.twitter.com/s4AZatQCMz
स्टेट को लड़ाने का काम कर रही सेंट्रल गवर्नमेंट
सीएम ने सेंट्रल गवर्नमेंट पर स्टेट को लड़ाने का आरोप लगाते हुए भी कहा कि ये लोग गृह युद्ध की स्थिति पैदा करना चाहते हैं। इनके आलाकमान कहते थे कि चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज पर चलेगा। इन्होंने रोड पर चलने लायक नहीं छोड़ा। भीख मांगने की स्थिति आ जाती। गरीबों को पेंशन देने का इनके पास पैसा नहीं है। जब हम करते हैं तो कहते हैं कि रेबड़ी बांटते हैं। इन्होंने 65 लाख करोड़ रुपये का कारपोरेट टैक्स माफ कर दिया। यह रेबड़ी नहीं है।
रामगढ़ की माननीय विधायक श्रीमती ममता देवी जी को सन्तान रत्न की बधाई एवं शुभाशीष। @MLARamgarh pic.twitter.com/JAdXDnqU9E
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) September 5, 2022
सेंट्रल में बैठकर स्टेट की दुर्गति कर दी
हेमंत ने कहा कि 2014 से आजतक इनलोगों ने केंद्र में बैठकर राज्य की दुर्गति कर दी। राजनीति में नहीं सक (मुकाबला नहीं कर पा रहे) रहे तो गैर भाजपा शासित राज्यों को अस्थिर कर रहे हैं। ये आदिवासियों को हंसी का पात्र समझते हैं। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई का नारा देकर लोगों को बांटते हैं। हिन्दु-मुस्लिम को लड़ाने के लिए तुरंत हवाई जहाज से आ जाते हैं। अगर इतना पैसा है तो खुद क्यों नहीं मुआवजा देते? तीन साल में हमने कितने पेसेंट को बाहर इलाज के लिए भेजा, सबको पता है। इनके एमएलए को भी बेहतर इलाज के लिए राज्य के बाहर भेजा।
गवर्नर पिछले दरवाजे से दिल्ली जाकर बैठ गये
हेमंत सोरेन ने दावा किया कि हम जैसा काम कर रहे हैं, उसे देखकर बीजेपी ने सर्वे करा लिया है। इनको पता चल गया है कि 2024 में इनका सूपड़ा साफ हो जायेगा। आज सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। तीन एमएलए के साथ बंगाल में खरीद-फरोख्त की गई। उसकी जांच चल रही है। निर्वाचन आयोग और राज्यपाल द्वारा25 अगस्त से ऐसा वातावरण बनाया जा रहा है । आयोग कहता है कि हमने मंतव्य दे दिया। राज्यपाल कहते हैं कि हमें पता नहीं। जब प्रतिनिधिमंडल मिलने गया तो स्वीकार करते हैं कि दो-तीन दिनों में बतायेंगे। राज्यपाल राजभवन के पिछले दरवाजे से जाकर दिल्ली में बैठ गए। ये देख एमएलए को डरा-धमका रहे हैं।
सीएम ने जोर देकर कहा - देख लो, हम सदन में कितने मजबूत हैं। बाहर हम कितने मजबूत हैं। ये चाहते हैं कि जो चाहते हैं, वह कर लेंगे। ये केंद्र की सत्ता के अहंकार और घमंड में चूर हैं। हमारी सदस्यता के लिए हाय-तौबा मचा रहे हैं। समरी लाल की सदस्यता का क्या हुआ? बीजेपी को पहचान पाना मुश्किल है। इनकी शाखाओं में आदिवासी और दलितों को बेवकूफ बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है।
दुमका में क्यों नहीं ले गये सुनील सोरेन को
हेमंत सोरेन ने कहा कि दुमका में बच्ची की हत्या में निशिकांत, मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा आए। लोकल एमपी सुनील सोरेन को साथ नहीं लिया। बाद में बाबूलाल मरांडी गये। इनका चेहरा भयावह, डरावना और क्रूर है। हम इनकी क्रूरता को जानते हैं। अगली बार बीजेपी जमानत नहीं बच पायेगी।कहते हैं कि मुझे सुखाड़ की चिंता नहीं है। इनको करना कुछ नहीं, सिर्फ लूटकर खाने की आदत है। ये सामंतवादी-मनुवादी लोग हैं। सरकार सुखाड़ पर गंभीर है। जिलों को चिन्हित किया गया है। समय से पहले बीज वितरण किया गया। बेहतर योजना लागू करेंगे। इन्होंने जब 1985 का स्थानीय नीति घोषित किया तो सुदेश महतो ताली बजा रहे थे।
पैसे की ताकत मत दिखाइए, सामने से वार करो
हेमंत सोरेन ने कहा कि एक-एक की बखियां उधेड़ेंगे तो एक साल तक सत्र चलाना पड़ेगा। डराने-धमकाने से काम नहीं चलेगा। पैसे की ताकत मत दिखाइए। विधानसभा का चुनाव बाद में होगा। लोकसभा चुनाव में ही परिणाम पता चल जायेगा। उन्होंने कहा कि जो हथियार चलाना है, चलाइए। सामने से वार करो।गवर्नर को पटाक्षेप करना चाहिए। इसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हम तैयार हैं। चूहों की तरह काम नहीं करें। आज लोगों के चेहरे देख लीजिए। दंगा कर कभी भला नहीं हुआ। देश के पीएम आधे राज्यों से लड़ रहे हैं। अडाणी के पोर्ट से 90 प्रतिशत ड्रग्स सप्लाई होता है। यहां ईडी को लगाया जा रहा है। इनके गलत विचार, इनकी मंशा को कुचलेंगे।