लोहरदगा। लोहरदगा में रामनवमी पर हिंस झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गयी है। झड़प में एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल हैं। जिले में टेंशन की स्थिति है। जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवा पर बैन लगा दिया है।
शरारती तत्व और उपद्रवी घटना के संबंध में अफवाह नहीं फैला सकें, इसलिए इंटरनेट सेवा रोकी गयी है। शहर से लेकर गांव तक में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात हैं। रांची रेंज के डीआइजी एवं सीआइडी डीआइजी वहां कैंप कर रहे हैं। आधा दर्जन घायलों को इलाज के लिए रांची रिम्स भेजा गया है। हिरही गांव की घटना के बाद से बाजार बंद है। सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया। सांप्रदायिक हिंसा की घटना के बाद लोगों में भय का माहौल है।
उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए शिनाख्त करने की कवायद
सुरक्षा कारणों से हिंसा को फैलने से रोकने के लिए डीसी डा. वाघमारे प्रसाद कृष्ण के आदेश पर अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल ने पूरे लोहरदगा जिले में धारा 144 लागू कर दिया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लोहरदगा जिले में सुरक्षा बल की कई दुकड़ियां तैनात की गई हैं। रैप, आईआरबी, जैप, सैट, जिला पुलिस बल के जवानों ने शहर सं लेकर ग्रामीण क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर मोर्चा संभाल लिया है। सड़कों पर चारों तरफ पुलिस का पहरा है। पुलिस ने तीन गांवों में धारा 144 लागू कर दिया है। लोग घरों में कैद हैं। पुलिस उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए शिनाख्त करने की कवायद में जुटी है।
शहर बंद कराने की कोशिश
सांप्रदायिक हिंसा की घटना के बाद लोहरदगा शहर में सोमवार को भाजपा और हिंदू संगठनों की ओर से शहर को बंद कराने का प्रयास किया गया। इसकी सूचना मिलने के बाद एसडीओ अरविंद कुमार लाल, एएसपी अभियान दीपक कुमार पांडे, एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह, सदर थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक मंटु कुमार ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया। हालांकि बंद समर्थक प्रारंभ में मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद एसडीओ ने धारा 144 लगे होने की बात कहकर समझाने के बाद बंद कराने वाले लोग माने। हालांकि लोगों में अब भी संशय की स्थिति बनी हुई है। लोग परेशान नजर आ रहे हैं। जिले के हालात जानने के लिए लोग एक-दूसरे को फोन भी कर रहे हैं। हालांकि किसी को वर्तमान स्थिति को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा है। सांप्रदायिक हिंसा के बाद शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोहरदगा शहरी क्षेत्र से लेकर गांव-गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। रांची जोन के डीआईजी अनिस गुप्ता के साथ पुलिस और खुफिया विभाग के कई पदाधिकारी भी पूरे मामले पर नजर रख रहे हैं।
लोहरदगा में रविवार को रामनवमी पर शोभायात्रा निकाली गई थी। आरोप है कि एक कब्रिस्तान के पास लोग नारेबाजी करने लगे। इसके बाद दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया। इससे नाराज होकर उपद्रवियों ने दर्जनभर वाहनों में आग लगा दी। इसके विरोध में दूसरे पक्ष ने दो घरों को फूंक दिया। इसके बाद रामनवमी मेला में आग लगा दी गई। कई दुकानें जलकर खाक हो गई। देखते ही देखते पूरा शहर सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आ गया। इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, दर्जन भर लोग घायल हो गये। सभी घायलों का इलाज इस समय रांची रिम्स में चल रहा है।