Jharkhand: पुलिस ड्यूटी मीट 2023 का समापन,दुमका ओवर ऑल चैंपियन,रांची टीम बनी रनरअप
झारखंड की राजधानी रांची के जैप-1 ग्राउंड में चल रहे तीन दिवसीय 18 वीं स्टेट पुलिस ड्यूटी मीट 2023 का शनिवार को समापन हो गया। तीन दिनों तक चले इस आयोजन के दौरान झारखं पुलिस की सात टीमों के प्रतिभागियों ने क्राइम इन्विस्टीगेशन के विषयों को लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया। पुलिस ड्यूटी मीट में सर्वाधिक पुरस्कार के साथ दुमका ओवर ऑल चैंपियन बनी, जबकि रांची की टीम दूसरे स्थान पर रहकर रनरअप बनी।
रांची। झारखंड की राजधानी रांची के जैप-1 ग्राउंड में चल रहे तीन दिवसीय 18 वीं स्टेट पुलिस ड्यूटी मीट 2023 का शनिवार को समापन हो गया। तीन दिनों तक चले इस आयोजन के दौरान झारखं पुलिस की सात टीमों के प्रतिभागियों ने क्राइम इन्विस्टीगेशन के विषयों को लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया। पुलिस ड्यूटी मीट में सर्वाधिक पुरस्कार के साथ दुमका ओवर ऑल चैंपियन बनी, जबकि रांची की टीम दूसरे स्थान पर रहकर रनरअप बनी।
पुलिस ड्यूटी मीट समापन समारोह में चीफ गेस्ट मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि पुलिस मजबूत होगी तभी जनता सुरक्षित रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस अब टेक्निकली पूरी तरह से दक्ष है। नये बहाल सब इंस्पेक्टर में इंजीनियर हैं तो कोई दूसरे टेक्निकल मामलों में दक्ष है। आने वाला एक दिन ऐसा भी आयेगा जब झारखंड में गंभीर अपराध के मामले पूरी तरह से थम जायेंगे। इक्के-दुक्के अपराध ही होंगे। मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस में अभूतपूर्व सफलता पाई है। जिसे आगे भी कायम रखने की जरूरत है। साइबर क्राइम को लेकर चिंता जताते हुए उन्होंने डीजीपी से यह अनुरोध किया कि इस पर विशेष तौर पर काम होना चाहिए ताकि राज्य से साइबर अपराध का भी खात्मा हो सके।
चीफ गेस्ट मिनिस्टर मिथिलेश ठाकुर ने चार से सात अक्टूबर तक चली प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न और कप देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में डीजीपी अजय कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड में पुलिसिंग को दुरूस्त करने के लिए हर तरह के प्रयास किये जा रहे हैं। झारखंड पुलिस ड्यूटी मीट एक बेहतर मंच है जहां आकर प्रतियोगिता के तौर पर पुलिसकर्मी अपने अनुसंधान के गुर का प्रदर्शन करते हैं। प्रतियोगिता में विजेता रहे पुलिसकर्मी दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस ड्यूटी मीट में शामिल होंगे। इसके लिए उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा।पुलिसकर्मियों को अत्याधुनिक तरीके से अनुसंधान के तरीके सिखाये जा रहे है,ताकि अनुसंधान का काम तेज गति से हो सके और लंबित मामलों में कमी आए। सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता ने भी समापन समारोह को संबोधित किया।
पुलिस ड्यूटी मीट 2023 में संथाल रेंज का दबदबा रहा। सर्वाधिक पुरस्कार के साथ दुमका ओवरऑल चैंपियन रहा, दूसरा स्थान रांची जिला रहा।सबसे ज्यादा मेडल देवघर जिला बल के शाहदेव प्रसाद ने जीता है।
किस प्रतियोगिता में कौन कितने नंबर पर रहा
फॉरेंसिक साइंस (लिखित)
इंस्पेक्टर शाहदेव प्रसाद ,देवघर
सब इंस्पेक्टर मीनू कुमारी ,वेस्ट सिंहभूम
सब इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार ,बोकारो
फिंगर प्रिंट (प्रेक्टिकल एंड ओरल)
सब इंस्पेक्टर नविता कुमारी, लोहरदगा
इंस्पेक्टर अनिल कुमार तिवारी,एटीएस
सब इंस्पेक्टर मीनू कुमारी, वेस्ट सिंहभूम
फोटोग्राफी (सीन एंड क्राइम)
इंस्पेक्टर शाहदेव प्रसाद, देवघर
इंस्पेक्टर अनिल कुमार तिवारी, एटीएस
सब इंस्पेक्टर मीनू कुमारी, वेस्ट सिंहभूम
क्राइम इंवेस्टिगेशन लॉ रूल्स एंड प्रोसिजर्स एंड कोर्ट जजमेंट
इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद ,देवघर
सब इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार ,बोकारो
इंस्पेक्टर राजीव रंजन (साहेबगंज)और अनिल तिवारी ( एटीएस)
मेडिको लीगल (ओरल)
इंस्पेक्टर सहदेव प्रसाद, देवघर
सब इंस्पेक्टर नविता कुमारी महतो, लोहरदगा
सब इंस्पेक्टर रवि शंकर,रांची
लिफ्टिंग पैकिंग एंड फारवार्डिंग ऑफ एक्जिविट्स
सब इंस्पेक्टर इकबाल हुसैन, कोडरमा
सब इंस्पेक्टर रोहित कुमार कालिंदी,रांची
इंस्पेक्टर सतीश कुमार, सीआईडी
सब इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, बोकारो
चाईबासा सदर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सम्मानित
महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील मामले में उत्कृष्ट अनुसंधान करने के लिए पुलिस इंस्पेक्टर सह चाईबासा सदर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार को उत्कृष्ट अनुसंधानकर्ता के रूप में बीबी सहाय ट्रॉफी और कैश से सम्मानित किया गया। मिनिस्टर मिथिलेश कुमार ठाकुर ने पुलिस इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार को सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें चाईबासा पुरानी एरोड्रम में घटी एक घटना के अनुसंधान के लिए दिया गया है। घटना 20 अक्टूबर 2022 की है। 26 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपने परिचित दोस्त के साथ घूमने के लिए चाईबासा पुरानी एरोड्रम गयी थी। वहां पर नौ-10 युवकों के द्वारा दोनों की पिटाई कर मोबाइल, पर्स, डेबिट कार्ड, रुमाल पैसा छीन लिया।र सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इसी मामले के बेहतरीन अनुसंधान करने के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया।