Jharkhand: रांची पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 51 मामले में फरार चल रहे इनामी PLFI उग्रवादी कृष्णा यादव गिरफ्तार
प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई का झारखंड स्टेट कमिटी सदस्य कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान जी,जो 51 उग्रवादी कांडों में वांछित था,को राँची पुलिस ने 15/16.01.2025 की रात्रि में गिरफ्तार किया। झारखंड पुलिस के द्वारा इसके विरुद्ध दो लाख रुपया का पुरस्कार उद्घोषित है। कृष्ण यादव राँची
रांची। झारखंड में माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई में रांची जिला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने 51 मामले में फरार चल रहा दो लाख का इनामी पीएलएफआई का जोनल कमांडर कृष्णा यादव लोहरदगा से अरेस्ट किया है।
प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई का झारखंड स्टेट कमिटी सदस्य कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान जी,जो 51 उग्रवादी कांडों में वांछित था,को राँची पुलिस ने 15/16.01.2025 की रात्रि में गिरफ्तार किया। झारखंड पुलिस के द्वारा इसके विरुद्ध दो लाख रुपया का पुरस्कार उद्घोषित है। कृष्ण यादव राँची जिला के… pic.twitter.com/16vcv5DCVr
— Ranchi Police (@ranchipolice) January 17, 2025
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डीआईजी सह एसएसपी चंदन सिन्हा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर रांची पुलिस की टीम ने लोहरदगा पुलिस की मदद से कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान को कुडू के धोबीघाट से दबोचा। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर नकटा पहाड़ क्षेत्र के अम्बाटांड़ जंगल में स्थित क्षतिग्रस्त मकान में बैग में छुपा कर रखा हुआ एक कारबाइन, छह राउंड गोली व एक कंबल बरामद किया है। यह जानकारी एसएसपी चंदन सिन्हा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी।
एसएसपी ने बताया कि कृष्ण यादव के खिलाफ रामगढ़, लातेहार, चतरा, रांची और लोहरदगा जिले के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में कुल 51 मामले दर्ज हैं। पुलिस छापेमारी दल में खलारी डीएसपी रामनारायण चौधरी खलारी थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह, मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी गोविंद कुमार समेत कई पुलिस अफसर शामिल थे।
पुलिस गिरफ्त में आने पर भागने की कोशिश
पकड़े जाने पर कृष्ण यादव को लेकर पुलिस नक्शा पहाड़ क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रही थी। इसी दौरान वह पुलिस को धक्का देते हुए रस्सी छुड़ाकर भागने लगा, जिस क्रम में वह गड्डा में गिर गया। गिरनेसे वह चोटिल हो गया। पुलिस ने उसे दोबारा पकड़ कर इलाज के लिए रिम्स में एडमिट कराया। जहां वह पुलिस की कस्टडी में इलाजरत है।
कृष्ण यादव ने पुलिस को बताया कि वह साल 2014 में पीएलएफआई उग्रवादी संगठन से जुड़ा हुआ था। जमीन कारोबारी, कोयला कारोबारी, क्रशर कारोबारी, ईंट भट्ठा मालिक और विकास कार्य में लगे ठेकेदारों से रंगदारी के रूप में मोटी रकम का मांग करता था। रंगदारी नहीं देने पर सदस्यों के साथ जाकर आगजनी, तोड़फोड़ और फायरिंग की घटना को अंजाम देता था। मर्डर की तक की घटना को अंजाम देता था।
बालूमाथ पुलिस स्टेशन से हो गया था फरार
रांची पुलिस ने वर्ष 2021 में भी कृष्णा यादव को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद लातेहार पुलिस ने एक मामले में पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेकर बालूमाथ पुलिस स्टेशन के हवालात में रखा था। 23 मार्च 2021 की सुबह पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया था। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. लेकिन वह पुलिस की पकड़ से दूर था। एक के बाद एक हत्या, गोलीबारी व आगजनी की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुलेआम चुनौती देते आ रहा था।कई जिलों की पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था कृष्णा
कृष्णा यादव कई जिलों की पुलिस के लिए चुनौती बना था। पुलिस ने उसके पास से आर्म्स भी बरामद किया है। कृष्णा यादव ने रामगढ़ लोहरदगा के साथ-साथ रांची, खूंटी, लातेहार समेत अन्य जिलों में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया था।