झारखंड: चाईबासा में हंगामा, पुलिस पर पारंपरिक हथियार और पत्थरों से हमला, टीयर गैस छोड़े गये, लाठी चार्ज

कोल्हान अलग देश को लेकर युवाओं को दिग्भ्रमित करते हुए नियुक्ति करने का मामला प्रकाश में आने के बाद जिला प्रशासन ने चार लोगों को कस्टडी में लिया है। चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद भीड़ ने पुलिस पर पारंपरिक हथियार और पत्थरों से हमला किया। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद ग्रामीण अपने को बचाने के लिए भागने लगे। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया।

झारखंड: चाईबासा में  हंगामा, पुलिस पर पारंपरिक हथियार और पत्थरों से हमला, टीयर गैस छोड़े गये, लाठी चार्ज

चाईबासा। कोल्हान अलग देश को लेकर युवाओं को दिग्भ्रमित करते हुए नियुक्ति करने का मामला प्रकाश में आने के बाद जिला प्रशासन ने चार लोगों को कस्टडी में लिया है। चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद भीड़ ने पुलिस पर पारंपरिक हथियार और पत्थरों से हमला किया। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद ग्रामीण अपने को बचाने के लिए भागने लगे। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया।

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पश्चिम सिंहभूम जिला के मुफस्सिल पुलिस स्टेशन एरिया के लादूरा गांव में कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के तहत लगभग 50 युवक-युवतियों की कथित सुरक्षा बल में नियुक्ति की जा रही थी। इसकी जानकारी मिलते ही शशिद्र बढ़ाईक, एसडीपीओ अजय खलखो, जिला नियोजनालय पदाधिकारी राजेश कुमार, मुफस्सिल थाना पदाधिकारी पवन चंद्र पाठक समेत अन्य पदाधिकारी दल बल के साथ लादूरा गांव पहुंचे।वहां पूछताछ करने पर पता चला कि युवकों को दिग्भ्रमित कर कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के नाम से सुरक्षा बल में 40 साल के लिए नियुक्ति की जा रही है। हालांकि अफसरों के पूछताछ करने पर युवाओं को धोखा देकर नियुक्ति करने का मामला आया।

बारिश के बीच डटे रहे ग्रामीण

पुलिस  नियुक्ति करने वाले चार लोगों को मुफस्सिल पुलिस पकड़ कर पुलिस स्टेशन में ले आयी। इसकी जानकारी ग्रामीणों को होने के बाद हजारों की संख्या में ग्रामीण पारंपरिक हथियार के साथ मुफस्सिल पुलिस स्टेशन का घेराव कर दिया। लगभग दो घंटे तक नेशनल हाईवे 75 ई को घेरे रखा। ग्रामीणों की मांग थी कि पुलिस के द्वारा पकड़ कर लाए चार लोगों को रिहा किया जाए।हालांकि प्रशासनिक पदाधिकारी मामले को लेकर ग्रामीणों से वार्ता कर रहे थे। इसके बावजूद ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। बारिश के बावजूद ग्रामीण नेशनल हाईवे को जाम कर गिरफ्तार लोगों को छोड़ने की मांग करते रहे। काफी देर के बाद भी जब ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें पुलिस स्टेशन के आसपास से दौड़ा कर खदेड़ा।

पुलिस पर हमला
चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद भीड़ ने पुलिस पर पारंपरिक हथियार और पत्थरों से हमला किया। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने टीयर गैस के गोले दागे। इसके बाद ग्रामीण अपने को बचाने के लिए भागने लगे। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रण करने के लिए  हल्का बल प्रयोग भी किया। लाठी लेकर ग्रामीणों को दौड़ाया।

कोल्हान अलग देश की मांग 
कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के तहत पहले भी कोल्हान अलग देश कीमांग की जाती थी। रामो बिरूवा नामक व्यक्ति अपने आप को कोल्हान का राष्ट्रपति घोषित कर कोल्हान को अलग देश करने की मांग उठा चुके थे। इसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा था। जेल में ही रामो बिरूवा की मृत्यु हो गई थी। उसका सहयोगी आनंद चातार भी देशद्रोह के मामले में जेल में ही था। कुछ दिन पूर्व ही बेल के आधार पर वह जेल से बाहर आया। इसके बाद आनंद चातार पूरे पश्चिम सिंहभूम जिला में कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के नाम से कोल्हान की रक्षा के लिए नव युवकों की बहाली कर रहा था। इसमें आनंद चातार युवाओं को एक नियुक्ति पत्र भी बांट रहा है। 40 साल के लिए नियुक्ति दिखायी गयी है।