Jharkhand: बालू-शराब के इगलिगल बिजनस से योगेंद्र तिवारी ने कमाये 14.79 करोड़, ED की जांच में हुआ खुलासा
ईडी की रांची स्थित स्पेशल कोर्ट ने शराब बिजनसमैन योगेंद्र तिवारी व उनसे संबद्ध 11 संस्थानों पर दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है। आरोपित व उनके संस्थान से संबंधित जिम्मेदारों को नोटिस जारी कर उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा है। ईडी की ओर से मंगलवार को जारी प्रेस बयान में यह जानकारी दी गई है।
- ED की विशेष कोर्ट ने योगेंद्र तिवारी पर दाखिल चार्जशीट पर लिया संज्ञान
रांची। ईडी की रांची स्थित स्पेशल कोर्ट ने शराब बिजनसमैन योगेंद्र तिवारी व उनसे संबद्ध 11 संस्थानों पर दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है। आरोपित व उनके संस्थान से संबंधित जिम्मेदारों को नोटिस जारी कर उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा है। ईडी की ओर से मंगलवार को जारी प्रेस बयान में यह जानकारी दी गई है।
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ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि योगेंद्र तिवारी बालू व शराब के अवैध धंधे में खुद व अपने नजदीकी करीबियों के माध्यम से आपराधिक कृत्य लिप्त था। सभी करीबियों पर योगेंद्र तिवारी का कंट्रोल था। बालू व शराब के अवैध कारोबार से योगेंद्र तिवारी ने 14.79 करोड़ रुपये का बिजनस किया।
32 ठिकानों पर हुई थी रेड
वित्तीय वर्ष 2021-22 में योगेंद्र तिवारी व उसके अधीनस्थों का शराब के धंधे में पूरे झारखंड पर कब्जा था। जांच के क्रम में ईडी ने 23 अगस्त को झारखंड, बिहार व बंगाल में योगेंद्र तिवारी व उसके सहयोगियों से जुड़े 32 ठिकानों पर एक साथ रेड की थी। छापेमारी व छानबीन में योगेंद्र तिवारी मनी लांड्रिंग का आरोपित मिला, जिसे ईडी ने 19 अक्टूबर को अरेस्ट कर लिया था। योगेंद्र तिवारी अभी ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल में है। ईडी की जांच जारी है।
ईडी ने 16 दिसंबर को योगेंद्र तिवारी व उनसे संबद्ध 11 संस्थानों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की थी। इन संस्थानों में मेसर्स सारण अल्कोहल प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स संथाल परगना प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स मैहर होटल्स एंड रिसार्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स राजमहल ट्रेडर्स आदि शामिल हैं। ईडी स्थित रांची की विशेष अदालत ने ईडी की चार्जशीट पर 23 दिसंबर को संज्ञान लिया था।
झारखंड पुलिस की 19 FIR पर ED ने शुरू किया था जांच
ईडी ने झारखंड पुलिस की एक्शन के बाद आईपीसी के सेक्शन के तहत दर्ज 19 अलग-अलग मामलों के आधार पर इन्विस्टीगेशन शुरू किया था। ये मामले योगेंद्र तिवारी व उनके संबद्ध अन्य लोगों पर दर्ज थे, जो अवैध तरीके से बालू की बिक्री, अवैध तरीके से शराब की बिक्री, अवैध तरीके से जमीन की खरीद-बिक्री व अन्य आपराधिक मामलों से संबंधित थे।