Bihar Elections 2025 : दुलारचंद यादव मर्डर केस में पुलिस का बड़ा एक्शन, एनडीए कैंडिडेट अनंत सिंह गिरफ्तार

पटना में दुलारचंद मर्डर केस में बड़ी कार्रवाई। एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह समेत तीन गिरफ्तार। CID जांच में जुटी। चुनाव आयोग ने चार अधिकारियों को हटाया।

Bihar Elections 2025 : दुलारचंद यादव मर्डर केस में पुलिस का बड़ा एक्शन, एनडीए कैंडिडेट अनंत सिंह गिरफ्तार
दुलारचंद यादव- अनंत सिंह(फाइल फोटो)।
  • छोटे सरकार के दो करीबी में पुलिस गिरफ्त में
  • चुनावी सियासत में मचा बवाल

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान दुलारचंद यादव मर्डर मामले ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। पटना पुलिस ने शनिवार देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए मोकामा से एनडीए (जदयू) प्रत्याशी व एक्स एमएलए अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उनके करीबी रंजीत राम उर्फ दिमागी और मणिकांत ठाकुर को भी अरेस्ट किया गया है। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अनंत सिंह की गिरफ्तारी की जानकारी दी। मौके पर पटना के डीएम डॉ त्यागराजन एमएस भी थे।
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दुलारचंद यादव की हत्या की जांच अब सीआईडी करेगी

पटना के मोकामा में 30 अक्टूबर को हुए दुलारचंद यादव की हत्या की जांच अब पुलिस अपराध जांच विभाग (सीआईडी) करेगी। यह जानकारी पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। पटना पुलिस ने अब तक इस मामले में कार्रवाई करते हुए मोकामा के एक्स एमएलए अनंत सिंह समेत तीन को अरेस्ट किया है।बिहार पुलिस अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने औपचारिक रूप से केस को अपने अंडर लेने के बाद सीआईडी ​​के डीआईजी जयंत कांत ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया। सभी पहलुओं की जांच की. सीआईडी ​​अधिकारियों ने एफएसएल टीम के साथ मिलकर पूरे इलाके की जांच की।

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने डीएम के साथ ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेस में बताया कि अनंत सिंह, मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम उर्फ दिमागी हैं को अरेस्ट किया गया है।  सभी को रविवार को कोर्ट में पेश किया जायेगा। उन्होंने कहा कि घटना के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन हुआ और कई चश्मदीद गवाहों के बयान दर्ज किये गये हैं। पुलिस ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दबाव या प्रभाव में आए बिना जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

प्रशासन की सख्ती: DM बोले – “कोई भी कानून तोड़ेगा तो कार्रवाई तय”

प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है। सभी थानों को निर्देश दिया गया है कि जितने भी अवैध हथियार हैं, उन्हें तुरंत सीज किया जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही या बाधा उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

CID भी जांच में शामिल

एसएसपी ने बताया कि अब तक चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 36 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कई आरोपितों से पूछताछ जारी है। इस केस की जांच अब CID के हवाले की गयी है ताकि सभी एंगल से तथ्यों की पुष्टि की जा सके। अब तक के अनुसंधान में यह पता चला है कि इसमें आचार संहिता का उल्लंघन भी हुआ है। अनंत सिंह की गिरफ्तारी बेढ़ना गांव के कारगिल चौक स्थित उनके आवास से हुई है। मणिकांत ठाकुर ठाकुर और रंजीत राम की भी गिरफ्तारी हुई है। दोनों अनंत सिंह के पैतृक लदमा गांव के ही रहने वाले है। वो दोनों भी घटनास्थल पर मौजूद थे।  SSP कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि वीडियो फुटेज,बयान,पोस्टमार्टम के आधार पर अरेस्टिंग की गयी है। पटना पुलिस तीनों को चुनाव के बाद रिमांड पर लेगी। 

अब तक 80 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी

दुलारचंद के पोते ने अनंत सिंह समेत चार के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करवायी थी। अनंत सिंह के समर्थक  जितेंद्र कुमार ने ने पीयूूष प्रियदर्शी समेत छह लोगों के विरुद्ध एफआईआर करवायी थी। वहीं, पुलिस ने अपनी जांच के आधार पर अलग से एक प्राथमिकी दर्ज की थी। एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस ने दुलारचंद हत्याकांड मामले में करगिल आवास से आधी रात को गिरफ्तार किया। अनंत सिंह के सहयोगी मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दुलारचंद यादव मर्डर केस में पुलिस पर हमला, पथराव व अन्य मामले में कुल 80 लोगों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है।

उल्लेखनीय है कि अनंत सिंह ने शनिवार को मोकामा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया था। रात लगभग पौने एक बजे पटना जिलेके एसएसपी कार्तिकेय शर्मा पुलिस बल के साथ बेढ़ना गांव के कारगिल चौक स्थित उनके घर पहुंचे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उस समय अनंत सिंह सो रहे थे। समर्थकों के मुताबिक, पुलिस ने ही उन्हें जगाया और साथ चलने को कहा। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पटना लाया गया। इस दौरान मोकामा, बाढ़, घोसवरी, हथीदह और भदौर थाने की पुलिस के साथ केंद्रीय अर्धसैनिक बल के बड़ी संख्या में जवान वहां मौजूद थे। एसएसपी का कहना है कि घटना के समय अनंत सिंह की मौजूदगी के साक्ष्य मिले हैं। उसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। 

लापरवाही पर दो थानाध्यक्ष सस्पेंड

घटना के बाद घोसवरी थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार और भदौर थानाध्यक्ष रविरंजन चौहान को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय ने कहा कि घटना के बाद क्षेत्र में सतर्कता बरती जानी चाहिए थी, जो नहीं की गई।

पथराव और नई प्राथमिकी

शव यात्रा के दौरान राजद प्रत्याशी वीणा देवी के काफिले पर पथराव के आरोप में 25 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है। यह मामला पंडारक थाना में दर्ज हुआ है। घटना के बाद प्रशासन ने मोकामा के सभी प्रमुख प्रत्याशियों की सुरक्षा बढ़ा दी है।

 चुनाव आयोग की कार्रवाई: चार अधिकारी हटाये गये

दुलारचंद यादव हत्या कांड के बाद चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग सहित चार अधिकारियों को हटाने का आदेश दिया है।

हटाये गये अधिकारी

एसपी (ग्रामीण) विक्रम सिहाग

एसडीओ बाढ़ चंदन कुमार

एसडीपीओ बाढ़-1 राकेश कुमार

एसडीपीओ बाढ़-2 अभिषेक सिंह (सस्पेंड)

नये पदस्थ अधिकारी

आशीष कुमार (IAS 2022 बैच) – नये एसडीओ बाढ़

आनंद कुमार सिंह (CID डीएसपी) – नये एसडीपीओ बाढ़-1

आयुष श्रीवास्तव (ATS डीएसपी) – नये एसडीपीओ बाढ़-2

निर्वाचन आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से रविवार दोपहर तक अनुपालन रिपोर्ट तलब की है।

पृष्ठभूमि: कौन थे दुलारचंद यादव?

दुलारचंद यादव जनसुराज पार्टी के समर्थक और मोकामा क्षेत्र के प्रभावशाली बाहुबली नेता माने जाते थे। हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान उन पर हमला हुआ, जिसमें उनकी मौत हो गई। इसके बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया और प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है।

दुलारचंद के टखने के पास लगी थी गोली
पटना के मोकामा इलाके में बृहस्पतिवार 30 अक्टूबर को को जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी व एनडीए कैंडिडेट अनंत सिंह के लिए प्रचार करते समय दोनों पक्षों के झड़प में दुलारचंद यादव की मौत हो गयी थी। पोस्मार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि यादव की मौत का कारण हृदय और फेफड़ों में किसी कठोर और कुंद पदार्थ से लगी चोट के कारण हृदय गति रुकना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यादव को टखने के पास गोली मारी गयी थी, लेकिन गोली का घाव उनकी मौत का कारण नहीं था।

दुलारचंद यादव की मौत गोली से नहीं हुई

बाहुबली से नेता बने RJD के वरिष्ठ नेता दुलारचंद यादव की मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि सीने पर गाड़ी चढ़ाने से हुई थी। शुक्रवार को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने हत्या की पूरी साजिश को उजागर कर दिया है। बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की टीम ने करीब दो घंटे तक पोस्टमॉर्टम किया।  रिपोर्ट के अनुसार, दुलारचंद के छाती की कई पसलियां टूटी थीं। दोनों फेफड़े फट गये थे। जिससे भारी मात्रा में इंटरनल ब्लीडिंग हुई और कार्डियो-पल्मोनरी फेल्योर (हृदय और फेफड़ों की प्रणाली का बंद होना) से उनकी मौत हो गयी।

दाहिने पैर के तलवे के पास गोली लगने का निशान
रिपोर्ट में यह भी दर्ज है कि शरीर के कई हिस्सों पर गहरे घाव, फटे हुए जख्म (lacerated wounds) और घिसने के निशान (abrasions) मिले हैं। विशेष रूप से रीढ़ की हड्डी के पास चोट, सिर, पीठ, घुटने और टखनों पर गंभीर चोटें पाई गयी। दाहिने पैर के तलवे के पास गोली लगने का निशान मिला है, जिससे स्पष्ट होता है कि उन्हें पहले गोली मारी गयी और बाद में वाहन से कुचला गया।

डॉक्टर ने बताया क्या है मौत का कारण?
डॉक्टरों ने स्पष्ट लिखा है कि “मौत का कारण छाती और सिर पर भारी प्रहार व फेफड़े फटना है।” रिपोर्ट बताती है कि दुलारचंद के सीने पर किसी भारी वस्तु संभावित रूप से गाड़ी का जोरदार दबाव पड़ा, जिससे उनकी पसलियां टूट गईं और फेफड़े फट गये।

क्या है पूरा मामला ?
बिहार में 6 और 11 नवंबर को 2 चरणों में मतदान होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। मोकामा में छह नवंबर को चुनाव है। बिहार में चुनावी सरगर्मी के बीच हुई दुलारचंद यादव की हत्या के बाद राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे थे। ऐसे में बिहार पुलिस की सीआईडी टीम ने इस केस की जांच तेज कर दी है। इससे पहले अनंत सिंह ने इस केस को घुमाने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में इस केस मेंआरोपी बनाये जाने के बाद उनके सरेंडर करने की खबरें सामने आ रही थीं। इसके बाद पटना एसएसपी के साथ बिहार पुलिस की एक टीम उनके घर पहुंची थी।