महाराष्ट्र में BJP और NCP के बीच पक रही खिचड़ी! अमित शाह एवं शरद पवार की अहमदाबाद में मुलाकात
सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह एवं एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की अहमदाबाद में हुई मुलाकात से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। दोनों दिग्गजों की मुलाकात में एनसीपी सीनीयर लीडर प्रफुल्ल पटेल भी उपस्थित थे।
- दोनों दल मिले को गिर सकती है महाविकास अखाड़ी सरकार
- महाराष्ट्र की राजनीति में भविष्य में उथल-पुथल की संभावनाएं
नई दिल्ली।सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह एवं एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की अहमदाबाद में हुई मुलाकात से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। दोनों दिग्गजों की मुलाकात में एनसीपी सीनीयर लीडर प्रफुल्ल पटेल भी उपस्थित थे।
होली एक दिन पहले देश की राजनीति के दो दिग्गज बड़े नेताओं की गोपनीय मुलाकात महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले समय में बड़े फेरबदल के संकेत दे रही है।इंडस्ट्रलिस्ट मुकेश अंबानी की बिल्डिंग एंटलिया के बाहर विस्फोटक से भरी कार बरामद होने के बाद से देश की राजनीति में उबाल आया हुआ है। महाराष्ट्र में महाराष्ट्र विकास अगाड़ी गठबंधन को लेकर भी कई तरह की अटकलें चल रही हैं। इसी बीच अहमदाबाद में अमित शाह तथा शरद पवार की मुलाकात ने प्रदेश की राजनीति में भविष्य में उथल-पुथल की संभावनाओं को जन्म दे दिया है। महाराष्ट्र में हाल कई बड़े मामलों में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के अलावा कई सेंट्रल एजेंसियां भी एक्टिव हैं।
बीजेपी व एनसीपी नेताओं को साध कर एक बार फिर महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं।इसी संदर्भ में इन दिग्गज नेताओं की मुलाकात को भी देखा जा रहा है।शरद पवार राजस्थान के जयपुर में किसी कार्यक्रम में शिरकत करने गये थे। वहां से एक दिन पहले ही अहमदाबाद पहुंचे देर शाम अमित शाह का भी अहमदाबाद में आगमन हुआ। देश के एक नामी उद्योगपति के रिहायशी इलाके में इन नेताओं की मुलाकात हुई। एक्स सेंट्रल मिनिस्टर एनसीपी लीडर प्रफुल्ल पटेल की मौजूदगी इस बात की भी पुष्टि करती है कि बीजेपी एवं एनसीपी लीडर महाराष्ट्र अथवा गुजरात को लेकर भविष्य की राजनीति की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। पवार को भारतीय राजनीति का बड़ा खिलाड़ी माना जाता है। वे एक तीर से कई निशाने साधने में कुशल हैं।जयपुर से अहमदाबाद आ कर पवार की सेंट्रल होम मिनिस्टर से मुलाकात करना निश्चित तौर पर महाराष्ट्र में केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई के साथ-साथ महाराष्ट्र अथवा गुजरात की राजनीति में बड़े बदलाव की ओर भी इशारा करता है। अचानक देश के दो दिग्गज नेताओं की मुलाकात को भविष्य की राजनीति में कोई बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।
शरद पवार के साथ मुलाकात पर गृहमंत्री अमित शाह के जवाब से बढ़ा सस्पेंस
सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह से रविवार को जब इस मुलाकात को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सबकुछ सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं।अमित शाह के इस जवाब से अटकलों को और बल मिला है। उन्होंने मुलाकात की बात से इनकार नहीं किया है। ऐसे में अब इस पर सस्पेंस बढ़ गया है कि तीनों नेताओं की मुलाकात में आखिर क्या बात हुई है? मीटिंग का एजेंडा क्या था? शाह से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया कि कल आप अहमदाबाद में थे, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आपकी पवार और प्रफुल्ल पटेल के साथ मुलाकात हुई है? होम मिनिस्टर ने चेहरे पर मुस्कान के साथ कहा, ''सब चीजें सार्वजनिक नहीं होतीं।
एक गुजराती अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल ने अमित शाह से मुलाकात की है। बताया गया है कि एक बिजनेसमैन के फार्म हाउस में तीनों नेताओं की बैठक हुई। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पवार ने यात्रा के लिए एक प्राइवेट जेट का इस्तेमाल किया। हालांकि, एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने इस खबर को खारिज किया है।
संजय राउत के बयान पर बोले अजित पवार, 'गठबंधन सरकार में किसी को स्थिति नहीं बिगाड़नी चाहिए
शिवसेना एमपी संजय राउत की ओर से एनसीपी लीडर अनिल देशमुख के संयोगवश होम मिनिस्टर बनने संबंधी बयान के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने रविवार को कहा कि किसी को भी गठबंधन सरकार में स्थिति को बिगाड़ना नहीं चाहिए। अजित पवार ने पुणे के बारामती में मीडिया से बातचीत में कि मंत्री पद का आवंटन एक गठबंधन में हर सत्ताधारी दल के प्रमुख का विशेषाधिकार होता है।
संजय राउत ने कही थी ये बात
दरअसल संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित अपने साप्ताहिक स्तंभ ‘रोकटोक’ में कहा कि देशमुख को गृह मंत्री का पद दुर्घटनावश मिला। जयंत पाटिल और दिलीप वालसे-पाटिल ने जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया। इसी कारण शरद पवार ने अनिल देशमुख को इस पद के लिए चुना।
मंत्री पद का आवंटन हर राजनीतिक दल के प्रमुख का विशेषाधिकार
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अजित पवार ने कहा कि तीनों दलों ने मिलकर महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का गठन किया है। मंत्री पद का आवंटन हर राजनीतिक दल (गठबंधन में) के प्रमुख का विशेषाधिकार होता है। जब तीन दलों की सरकार ठीक से काम कर रही है, ऐसे में किसी को स्थिति बिगाड़नी नहीं चाहिए।अजित पवार ने कहा कि शरद पवार एनसीपी के प्रमुख होने के नाते पार्टी नेताओं को कैबिनेट सीट के आवंटन सहित सभी फैसले लेते हैं। अजित पवार ने कहा कि इसी तरह का तरीका कांग्रेस और शिवसेना भी अपनाती है। उन्होंने कहा कि कोई भी अवांछित टिप्पणी करने के बजाय इसका सम्मान किया जाना चाहिए।