किडनैपिंग व रेप के आरोपी बादल गौतम की बेल पिटीशन हाई कोर्ट हाइकोर्ट में खारिज
बीसीसीएल के रिटायर डीटी की बेटी से रेप के आरोपी बादल गौतम की बेल पिटीशन झारखंड हाई कोर्ट से फिर खारिज हो गयी है। बादल पर युवती व उसके फ्रेंड का किडनैप कर धमकी देकर रेप करने, 10 लाख रुपये के की ज्वेलरी ले लेने और 25 लाख रुपये फिरौती मांगने का आरोप है।
धनबाद। बीसीसीएल के रिटायर डीटी की बेटी से रेप के आरोपी बादल गौतम की बेल पिटीशन झारखंड हाई कोर्ट से फिर खारिज हो गयी है। बादल पर युवती व उसके फ्रेंड का किडनैप कर धमकी देकर रेप करने, 10 लाख रुपये की ज्वेलरी ले लेने और 25 लाख रुपये फिरौती मांगने का आरोप है।
किडनैपिंग व रेप के आरोपी बादल गौतम की बेल पिटीशन हाई कोर्ट हाइकोर्ट में खारिज
एक साल से जेल में है बादल
आरोपित तेतुलतल्ला निवासी बादल गौतम पिछले एक साल से धनबाद जेल में बंद है। बादल की बेल पिटीशन पर शुक्रवार को झारखंड हाइकोर्ट के जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की बेंच में सुनवाई हुई। प्रार्थी की ओर से एडवोकेट सब्यसाची ने बहस की। वहीं सरकारी एडवोकेट भोला नाथ ओझा ने बेल का कड़ा विरोध किया। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद बेल पिटीशन खारिज कर दी।इससे पूर्व भी आरोपी की बेल पिटीशन खारिज हो चुकी थी।
फ्लैश बैक
झारखंड पुलिस के चंद सीनीयर अफसरों और कुछ सफेदपोशों के बीच पैठ रखने का दावा करने वाले बादल गौतम के खिलाफ बीसीसीएल के रिटायर्ड डीटी की बेटी ने वर्ष 2020 की 21 सितंबर को बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन में रेप, किडनैपिंग,लाखों रुपये की ज्वेलरी हड़पने व रैमसन वसूली का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने एफआइआर दर्ज करने के बाद पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराकर 23 सिंतबर को धनबाद कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया था। कोर्ट को दिये बयान में पीड़िता ने एफआइआर समर्थन किया था।आरोपी के खिलाफ अन्य गंभीर आरोप लगाये थे।
मुगलसराय में पकड़ाया था बादल
गिरफ्तारी से डर बादल फरार चल रहा था। धनबाद पुलिस ने आरपीएफ की मदद से वर्ष 2020 की 21 नवंबर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन पर बादल गौतम को दबोचा था।वह डाउन सिकंदराबाद-दानापुर स्पेशल ट्रेन में सफर कर रहा था। बादल को धनबाद जेल भेजने के बाद पुलिस दो दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। हाल में ही बादल के एक संबंधी के घर से पीड़िता की ज्वेलरी बरामद की गयी है। लोअर कोर्ट से दो-दो बार बादल की बेल पिटीशन खारिज हो चुकी है। केस में अभियोजन पक्ष की गवाही चल रही है।