लोहरदगा: पुलिस एनकाउंटर में मारा गया पांच लाख का इनामी माओवादी बालक गंझू

झारखंड के लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती अति उग्रवाद प्रभावित पेशरार पुलिस स्टेशन एरियाके बुलबुल जंगल और लोहरदगा-लातेहार जिले के बोर्ड एरिया जमुनिया पानी और नारायणपुर जंगल में एक बार फिर बुधवार को सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच एनकाउंटर हुई है। इस एनकाउंटर में इसमें पांच लाख का इनामी माओवादी बालक गंझू मारा गया।

लोहरदगा: पुलिस एनकाउंटर में मारा गया पांच लाख का इनामी माओवादी बालक गंझू
  • मोर्टार और बम से हमला
  • आधे घंटे तक दोनों ओर से अंधाधुंध फायरिंग

रांची। झारखंड के लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती अति उग्रवाद प्रभावित पेशरार पुलिस स्टेशन एरियाके बुलबुल जंगल और लोहरदगा-लातेहार जिले के बोर्ड एरिया जमुनिया पानी और नारायणपुर जंगल में एक बार फिर बुधवार को सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच एनकाउंटर हुई है। इस एनकाउंटर में इसमें पांच लाख का इनामी माओवादी बालक गंझू मारा गया।
लातेहार का रहने वाला था सब जोनल कमांडर बालक

सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच एनकाउंटर  में मारा गया माओवादी भाकपा माओवादी सब जोनल कमांडर बालक गंझू है। सरकार की ओर से उस पर पांच लाख रुपये का इनाम रखा गया था। पुलिस ने उसके पास से एक आर्न्स और कई अन्य सामान बरामद किया है। बालक गंझू लातेहार जिले के दुधामाटी गांव निवासी स्वर्गीय मंगरा बालक गंझू उर्फ स्वर्गीय बलराम गंजू का पुत्र था।
लोहरदगा, गुमला और लातेहार में है कई मामले दर्ज

बालक गंझू के खिलाफ लोहरदगा, गुमला और लातेहार जिले के विभिन्न थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। हार्डकोर माओवादी के एनकाउंटर में मारे जाने से सुरक्षाबलों का हौसला बुलंद है। पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है। 

काफी दूर सुनी गई बम धमाकों की आवाज

एनकाउंटर के दौरान नक्सलियों की ओर से की गई फायरिंग के बाद सुरक्षा बल के जवानों ने मोर्टार और बम से हमला बोला है। सुरक्षा बलों ने माओवादियों को लक्ष्य कर फायरिंग करते हुए मुंह तोड़ जवाब दिया है। एनकाउंटर के दौरान दोनों ओर से लगभग आधे घंटे तक हुई फायरिंग। धमाकों की आवाज कई किलोमीटर दूर तक जंगली-पहाड़ी क्षेत्र में सुनाई दी। इस दौरान कई राउंड गोलियां चली हैं।

जंगल में पहाड़ी नाला से पानी भरने आये थे माओवादी

बताया जाता है कि माओवादियों के दस्ते के दो-तीन सदस्य पानी लेने के लिए नाले में आये हुए थे। सुरक्षा बल के जवान ऑपरेशन के दौरानवहां पर पहुंचे। माओवादियों की ओर से सुरक्षा बलों को लक्ष्य कर फायरिंग शुरू कर दी गई। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चलानी शुरू कर दी। ही मोर्टार और बम से माओवादियों पर हमला किया। हालांकि माओवादी भागने में कामयाब रहे हैं।

पांच लाख का इनामी बालक गंझू मारा गया
पुलिस सोर्सेज के अनुसार के थोड़ी देर बाद माओवादी दस्ते से दोबारा एनकाउंटर हो गई। इस दौरान सुरक्षा बलों ने एक माओवादी को मार गिराया। छानबीन के बाद पता चला कि मारा गया माओवादी पांच लाख रुपये का इनामी बालक गंझू है। जिस जंगल में एनकाउंटर हुई है वह बेहद घना, दुरूह और सुदूर है। एनकाउंटर के बाद सुरक्षा बलों ने जंगल को घेर रखा है।

माओवादियों का खत्म हो चुका है राशन-पानी, घेर रखा जवानों ने

पुलिस का कहना बुलबुल जंगल और नारायणपुर जंगल के बीच माओवादियों का दस्ता फंस गया है। उनका राशन-पानी भी लगभग खत्म हो चुका है। उन्हें कोई भी बाहरी मदद नहीं मिल रही। ऐसे में माओवादी किसी तरह से छिप कर रहने की कोशिश कर रहे हैं। भोजन पानी की तलाश में बाहर निकलने पर हर दिन उनका सामना सुरक्षाबलों से हो जा रहा है। यही कारण है कि पिछले पांच दिनों से लगातर एनकाउटप की घटना सामने आ रही है।पिछले नौ फरवरी से 16 फरवरी तक सुरक्षा बलों की माओवादियों के साथ एनकाउंटर की यह छठवीं घटना है। थोड़ी देर के अंतराल पर बुधवार को दो बार एनकाउंटर हुई।
पुलिस ने मोर्टार, टीएनटी बम और स्वचालित हथियारों का भी उपयोग किया. पुलिस को भारी पड़ता देख अन्य नक्सली बुलबुल पहाड़ की ओर भागने में सफल रहे।सुरक्षा बलों द्वारा लगातार जारी सर्चऑपरेशन की वजह से नक्सली भूख और प्यास से छटपटा रहे हैं। इसी वजह से वह लोग जंगल से निकलना चाह रहे हैं। नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन, सैट झारखंड जगुआर और जिला पुलिस बल के अधिकारी और जवान शामिल हैं।