- झारखंड की चार सीटों पर कांग्रेस आज कर सकती है कैंडिडेट्स का एलान
रांची। झारखंड में कांग्रेस अपने कोटे के धनबाद, चतरा, रांची और गोड्डा से कैंडिडेट्स की घोषणा सोमवार को कर सकती है। पार्टी सोर्सेज के मिली जानकारी के अनुसार धनबाद से अनुपमा सिंह (बेरमो एमएलए कुमार जयमंगल सिंह की वाइफ) , रांची से सुबोधकांत सहाय, गोड्डा से प्रदीप यादव व चतरा केएन त्रिपाठी को कैंडिडेट बनाने पर सहमति बन गयी है। कैंडिडेट के लिस्ट का एलान सोमवार या 21 अप्रैल को किया जा सकता है।
कांग्रेस पहले ही खूंटी, लोहरदगा और हजारीबाग से कैंडिडेट्स के नाम की घोषणा कर चुकी है।धनबाद, चतरा, रांची और गोड्डा से कैंडिडेट्स के नामों की घोषणा होनी है। कांग्रेस सोर्सेज के अनुसार धनबाद लोकसभा सीट से बेरमो एमएलए अनूप सिंह उर्फ कुमार जयमंगल सिंह की वाइफ अनुपमा सिंह, रांची से एक्स सेंट्रल मिनिस्टर सुबोधकांत सहाय, गोड्डा से प्रदीप यादव व चतरा से केएन त्रिपाठी को कैंडिडेट बनाने की अनुशंसा झारखंड कांग्रेस चुनाव समिति की ओर से की गयी है। अलाकमान ने चारों से सीट से एक-एक नामों पर सहमति बनाकर स्टेट कमेटी से लिस्ट मांगा था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से लेकर तमाम सीनियर नेताओं से उनका पक्ष केंद्रीय चुनाव समिति ने ले लिया है। इन्हीं बातों के आधार पर कांग्रेस अपने कैंडिडेट्स के नाम पर मुहर लगायेगी। अब कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चारों कैंडिडेट के नाम पर मुहर लगेगी।
बताया जाता है कि धनबाद से अनुपमा सिंह के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर,अभिजीत राज,अशोक सिंह, ददई दूबे व जलेश्वर महतो भी टिकट रेस में हैं। रांची सिंह से सुबोधकांत सहाय व रामटहल चौधरी के नामों पर विचार चल रहा था। गोड्डा से प्रदीप यादव यादव दीपिका पांडेय सिंह व एक्स एमपी फुरकान अंसारी कैंडिडेट बनने के रेस में थे। चतरा से नागमणि, एक्स एमएलए केएन त्रिपाठी, अरुण सिंह, गिरिनाथ सिंह समेत कई नेता के नाम चल रहे थे।
जानकार सोर्सेज का कहना है कि धनबाद से अनुपमा सिंह को टिकट देने पर एक बड़े तबके में नाराजगी हो सकती है। अनुपमा सिंह संसदीय क्षेत्र का वोटर भी नहीं है। साथ ही पारिवारवाद का आरोप लग सकता है। दिवंगत मिनिस्टर राजेंद्र सिंह के बड़े बेटे अनुप सिंह बेरमो एमएलए हैं। अनुपमा सिंह उनकी वाइफ हैं। झारखंड युवा आयोग के अध्यक्ष व यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कुमार गौरव भी टिकट की रेस में थे। अनूप सिंह राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के प्रसिडेंट व इंटक के राष्टीय उपाध्यक्ष हैं। कोल बेल्ट में इस यूनियन की हालत खास्ता है। वैसे कहने को तो इंटक से संबंधित कांग्रेस की मजदूर संगठन है। लेकिन विवाद का कारण संगठन की हालत कमजोर हो गयी है।
झारखंड में कांग्रेस ने किसी अल्पसंख्यक को लोकसभा का टिकट नहीं दिया है। झारखंड चतरा सीट पर कांग्रेस व आरजेडी में जिच बना हुआ है। ऐस में संभव है कि आरजेडी के सिंबल पर गिरिनाथ सिंह मैदान में उतरे। पिछली बार इस सीट से राजद और कांग्रेस ने अपने-अपने कैंडिडेट उतारे थे और दोनों को मुंह की खानी पड़ी थी। पिछली बार कांग्रेस कैंडिडेट को राजद प्रत्याशी से दोगुने से अधिक वोट मिलने के कारण कांग्रेस का दावा मजबूत लग रहा है।