कार्तिक पूर्णिमा के दिन कल लगेगा चंद्रग्रहण ,सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शाम पांच बजकर 59 मिनट तक रहेगा
कार्तिक पूर्णिमा के दिन 19 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है। इस दौरान पूजा-पाठ व मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। चंद्रग्रहण का सभी 12 राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, ग्रहण सुबह 11 बजकर 34 मिनट से आरंभ होगा और शाम पांच बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगा
नई दिल्ली। कार्तिक पूर्णिमा के दिन 19 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है। इस दौरान पूजा-पाठ व मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। चंद्रग्रहण का सभी 12 राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा।
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सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण
19 नवंबर को सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इस ग्रहण की अवधि ज्यादा होने के कारण इसे सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण कहा जा रहा है।साल का आखिरी चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लगेगा। वृषभ राशि में राहु का गोचर चल रहा है। इस कारण वृषभ राशि पर ग्रहण का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।
चंद्र ग्रहण का समय
हिंदू पंचांग के अनुसार, ग्रहण सुबह 11 बजकर 34 मिनट से आरंभ होगा और शाम पांच बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगा। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण- 19 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगेगा। अगला चंद्र ग्रहण 16 मई 2022 को लगेगा।कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण- कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है। हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है।
सूतक काल लागू नहीं होगा
19 नवंबर को सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण आंशिक ग्रहण होगा, ऐसे में सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण में ही सूतक काल मान्य होगा। चंद्र ग्रहण भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम, अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा।
चंद्र ग्रहण का समय
19 नवंबर को लगने वाला आंशिक चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 19 नवंबर की सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. इस चंद्रग्रहण को भारत में मणिपुर की राजधानी इंफाल और उसके सीमावर्ती क्षेत्रों में देखा जा सकेगा।
इंडिया के इन हिस्सों से देखा जा सकेगा चंद्र ग्रहण
खगोलविदों की मानें तो 19 तारीख को लगने वाला आंशिक चंद्र ग्रहण पूर्वी अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर जैसे कुछ चुनिंदा हिस्सों से देखा जा सकेगा. भारत के कई राज्यों में यह चंद्र ग्रहण नहीं दिखाई देगा। हालांकि अरुणाचल प्रदेश असम जैसे राज्यों से सूर्यास्त के समय इसे कुछ देर के लिए देखा जा सकेगा।
580 वर्षों के बाद लग रहा है इतना लंबा चंद्र ग्रहण
शुक्रवार 19 नवंबर के दिन चंद्रमा और पृथ्वी के बीच अधिक दूरी के कारण यह चंद्रग्रहण काफी लंबी अवधि का होने जा रहा है। 19 नवंबर को लगने जा रहे आंशिक चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड्स की होगी। उल्लेखनीय है कि इस चंद्र ग्रहण से पहले इत लंबा चंद्र ग्रहण 19 फरवरी 1440 को लगा था। यानि 580 वर्षों के बाद इतनी लंबी अवधि का चंद्रग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगने जा रहा है। इसके बाद वर्ष 2669 के 8 फरवरी को ऐसी ही लंबी अवधि का चंद्रग्रहण लगेगा। नासा के अनुसार एक साल में अधिकतम तीन चंद्र ग्रहण हो सकते हैं। अनुमान है कि 21वीं सदी में कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे।
उपछाया ग्रहण
चंद्र ग्रहण की शुरुआत से पहले चंद्रमा धरती की उपच्छाया में प्रवेश करता है। इसके बाद धरती की वास्तविक छाया में प्रवेश करता है। जब ऐसा होता है तब वास्तविक चंद्र ग्रहण लगता है। लेकिन उपच्छाया चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा धरती की वास्तविक छाया में प्रवेश किए बिना ही बाहर आ जाता है। ज्योतिष में उपच्छाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण का दर्जा नहीं दिया गया है।