मध्य प्रदेश: IIT DM के स्टूडेंट्स ने फार्मूला-1 कार किया डिजाइन,10 सेकेंड में 120 KM/घंटे की पकड़ेगी स्पीड
मध्य प्रदेश के जबलपुर IIT DM के स्टूडेंट्स ने फार्मूला वन कार डिजाइन कर कमाल किया है। ये रेसिंग कार 10 सेकेंड में 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने की क्षमता रखती है। स्टूडेंट्स ने कार की मैन्युफेक्चरिंग से लेकर डिजाइन तक का काम अपने लेवल से इंस्टीच्युट में ही किया है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के जबलपुर IIT DM के स्टूडेंट्स ने फार्मूला वन कार डिजाइन कर कमाल किया है। ये रेसिंग कार 10 सेकेंड में 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने की क्षमता रखती है। स्टूडेंट्स ने कार की मैन्युफेक्चरिंग से लेकर डिजाइन तक का काम अपने लेवल से इंस्टीच्युट में ही किया है।
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एफ-1 कार की लागत इंटरनेशनल मार्केट के मुकाबले बेहद कम
IIT DM के स्टूडेंट्स प्रयास को नेशनल व स्टेट लेवल तक पुरस्कृत किया गया है। फार्मूला वन कार को बनाने में बीटेक के थर्ड और फोर्थ सेमेस्टर के स्टूडेंट्स का योगदान रहा। टीम कैप्टन सिद्धांत मधुकर ने बताया कि इंटरनेशनल मार्केट में फार्मूला वन कार की कीमत लगभग एक करोड़ रुपये के है। इस फार्मूला कार को हमने इसे सिर्फ सात लाख रुपये में तैयार किया है। डिजाइन से लेकर टेकनीक हमने खुद तैयार की है। वर्कशाप की टीम में छात्र मंदर, अरुणभ, रिषभ, निखिल, आशी, आर्यन, यश, राजीव, अंशुमन, ओम, दीपांकर, नयन, नीलेश, आयुश, पार्थ, चंद्रास, अक्षत, योहना ने मिलकर इसे तैयार किया है। हालांकि, इस कार में अभी और टेकनीकी सुधार करने को लेकर स्टूडेंट्स का प्रयास जारी है।
रिइंफोर्सड प्लास्टिक से तैयार हुई रेसिंग कार की बॉडी
फार्मूला वन कार कार की रूपरेखा संकाय प्रभारी प्रोफेसर पीके जैन के दिशा निर्देश में तैयार की गई है। इस कार में अनेक विशेषताएं हैं, जो इसे अन्य रेसिंग कार से अलग बनाती है। स्टूडेंट्स द्वारा बनाई गई इस कार का वजन मात्र 230 किलो है। इसकी लंबाई 1.6 मीटर है। कार में 390 सीसी का इंजन लगाया गया है। स्टूडेंट्स ने फार्मूला कार को लगभग छह महीने में तैयार किया है। स्टूडेंट्स ने बताया कि कार की ऊपर बाडी के लिए फाइबर रिइंफोर्सड प्लास्टिक जैसी टेकनीक का उपयोग किया है।
मेक इन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
प्रो पीके जैन ने बताया कि इंस्टीच्युट के स्टूडेंट्स ने देशी प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए बहुत ही न्यूनतम कीमत पर बेहतरीन कार को असेंबल किया है। स्टूडेंट्स के इस प्रयास से पीएम नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को भी बढ़ावा मिलेगा। इंस्टीच्युट के डायरेक्टर प्रो.प्रवीण कोंडेकर ने कहा कि स्टूडेंट्स ने काबिले तारीफ काम किया है। इस प्रयास में फार्मूला वन रेस कार के प्रति लोगों का रूझान बढ़ेगा।
नेशनल लेवल पर मिला 23वां स्थान
सोसायटी आफ आटोमोटिव इंजीनियर द्वारा सुप्रा एसएई इंडिया- 2022 स्पर्धा 23 से 25 अगस्त के बीच यूपी के ग्रेटर नोएडा में आयोजित हुई। इस प्रतियोगिता में देश के 105 तकनीकी संस्थानों ने हिस्सा लिया था। जबलपुर ट्रिपलआइटी डीएम के स्टूडेंट्स ने यहां अपनी डिजाइन की हुई फार्मूला वन कार प्रदर्शित की। इसे नेशनल लेवल पर 23वां स्थान प्राप्त हुआ। वहीं, शासकीय तकनीकी शिक्षण संस्थानों में फार्मूल को दूसरा नंबर मिला। शासकीय तकनीकी संस्थान में एनआइटी वारंगल ने पहले नंबर था।