बिहार में बहुत जल्द कई लाख लोगों को मिलेगी नौकरी, सरकार ने शुरू कर दी है तैयारी: CM नीतीश कुमार
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि अलग-अलग विभागों में बहुत जल्द लाखों लोगों की नियुक्ति की जायेगी। राजधानी पटना में स्थित ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने नवनियुक्त 283 पशु चिकित्सा पदाधिकारियों एवं 194 मत्स्य विकास पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि अलग-अलग विभागों में बहुत जल्द लाखों लोगों की नियुक्ति की जायेगी। राजधानी पटना में स्थित ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने नवनियुक्त 283 पशु चिकित्सा पदाधिकारियों एवं 194 मत्स्य विकास पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
(2/3) राज्य सरकार ने वर्ष 2008 से कृषि रोड मैप पर काम शुरु किया। तीसरा कृषि रोड मैप वर्ष 2022 तक था, जिसे 2023 तक विस्तारित किया गया है। लोगों की आमदनी बढ़ाने हेतु सरकार प्रयासरत है। परिवार की आमदनी बढ़ेगी तो बच्चे भी खुशहाल रहेंगे। pic.twitter.com/v1KAbwnHwa
— Nitish Kumar (@NitishKumar) September 27, 2022
जल्द निकलेगी बहाली
सीएम नीतीश ने कहा कि शेष रिक्त पदों पर कुछ महीने के अंदर ही बहाली की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी। सीएम ने सरकारी विभागों में नई नौकरियों की बात कही। उन्होंने कहा कि हमने सभी विभागों को कहा है कि जो शेष रिक्त पद हैं, उन सभी रिक्त पदों पर जल्द ही नियुक्ति हो। इसके लिए कैबिनेट की बैठक में रिक्त पदों के लिए स्वीकृति दी जा रही है। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी उपस्थित थे।
परिवार की आमदनी बढ़ेगी तो बच्चे भी खुशहाल रहेंगे
सीएम ने कहा कि राज्य में पशु चिकित्सकों के 1820 पद हैं, जिनमें वर्तमान में 1072 पशु चिकित्सक कार्यरत हैं। इस नई बहाली के बाद इनकी कुल संख्या बढ़कर 1355 हो गई है। इसी तरह मत्स्य कर्मियों एवं पदाधिकारियों के कुल 1723 पद हैं, पर मात्र 485 ही कार्यरत हैं। बड़ी संख्या में नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो रही है। सीएम ने कहा कि अब खेती बढ़ रही है। हमलोगों ने कृषि रोडमैप बनाकर लक्ष्य निर्धारित किया था। बिहार के 75 प्रतिशत लोग कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन पर निर्भर हैं। लोगों की आमदनी बढ़ाने को लेकर सरकार काम कर रही है। परिवार की आमदनी बढ़ेगी तो बच्चे भी खुशहाल रहेंगे।
सेंट्रल गवर्नमेंट पर कसा तंज
उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के साथ-साथ महाविद्यालयों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। कृषि हो या पशुपालन दोनों के विकास के लिए हम लोग पूरे तौर पर काम कर रहे हैं। बिहार में मछली उत्पादन 2007-08 मे 2.79 लाख टन था, दो अब बढ़कर 7.62 लाख टन हो गया है। अब बिहार में काफी कम मछली बाहर से आ रही है। बिहार की मछली दूसरे राज्यों में भेजी जा रही है। मांस का उत्पादन भी दोगुना हो गयी है। पशु विज्ञान को बढ़ावा दिए जाने को ले और कालेजों की स्थापना की जायेगी। इससे रोजगार का भी सृजन होगा।
सीएम ने कहा कि बिहार में विधि -व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है। कुछ लोग अनाप-शनाप बोलकर दुष्प्रचार करने में लगे हैं। ऐसे लोग जहां-जहां राज कर रहे, वहां कोई काम नहीं हो रहा। आज केंद्र से राज्यों को उसका हिस्सा भी नहीं मिलता। देश में आज काम नहीं हो रहा सिर्फ प्रचार हो रहा है। बिहार के साथ देश के सभी राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। अगर देश के पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिल गया तो भारत दुनिया के विकसित राज्यों में शामिल हो जायेगा।
कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी याादव, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री आफाक आलम, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी व विभाग के सचिव डा. एन सरवन कुमार ने भी अपने विचार रखे।