झाारखंड: रांची में नेटवर्किंग बिजनेस के नाम पर झांसा दे नाबालिग लड़कियों को बनाया बंधक
राजधानी रांची के पुंदाग ओपी एरिया में बोकारो, रामगढ़, गुमला, धनबाद व गिरिडीह जिले की कई नाबालिग लड़कियों को नेटवर्किंग बिजनेस का झांसा देकर बंधक बना लिया गया।
- नन बैंकिंग कार्यों में नौकरी दिलाने और ट्रेनिंग के लिए लिये थे पांच-पांच हजार
- बोकारो, रामगढ़, गुमला, धनबाद व गिरिडीह जिले की रहनेवाली थीं पीड़ित लड़कियां
रांची। राजधानी रांची के पुंदाग ओपी एरिया में बोकारो, रामगढ़, गुमला, धनबाद व गिरिडीह जिले की कई नाबालिग लड़कियों को नेटवर्किंग बिजनेस का झांसा देकर बंधक बना लिया गया। इन लड़कियों से रकम भी ठगी की गयी। इनमें बाकारो के गोमिया ब्लॉक की 20 नाबालिग लड़कियां भी इनमें शामिल थीं।
पुलिस ने अल्ट्रा वर्ल्ड इंटरनेशनल प्राइवेट कंपनी के अविनाश कुमार नामक युवक के खिलाफ शुक्रवार को FIR दर्ज कर उसे ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया। वह मूलत: हजारीबाग के विष्णुगढ़ का रहनेवाला है। मामले में राधिका नाम की एक लड़की को भी एक्युज्ड बनाया गया है।पुलिस पूछताछ में अविनाश ने ठगी की बात स्वीकार कर ली है।अविनाश का कहना है कि पहले उसने नन बैंकिंग कार्यों में लड़कियों को नौकरी दिलाने और उनकी ट्रेनिंग के लिए पांच-पांच हजार रुपये लिये थे। जब लड़कियां अपना पैसा वापस करने के लिए प्रेशर बनाने लगीं, तब उसने उन्हें बताया कि वह नेटवर्किंग बिजनेस का काम करना है। नेटवर्क में दूसरे लोगों को जोड़ने पर कमीशन दिया जायेगा।
किराये के मकान में ट्रेनिंग के नाम पर रखा जाता था
ठगी के शिकार लड़कियों का कहना है कि आरोपी के बैंक अकाउंट की जांच के दौरान उसमें सिर्फ तीन हजार रुपये मिले। लड़कियों का आरोप था कि अविनाश कुमार ने उन्हें झूठ बोलकर अल्ट्रा वर्ल्ड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम पर बुलाया। उसने लड़कियों को नन बैंकिंग कंपनी के लिए काम करने को कहा। इसके एवज में प्रत्येक लड़की से पांच-पांच हजार रुपये लिये गये थे। एक महीना काम भी करवाया गया कि लेकिन सेलरी पेमेंट नहीं किया।सभी लड़कियों को पुंदाग के आइएसएम चौक के समीप किराये के मकान में ट्रेनिंग के नाम पर रखा जाता था।आरोप है कि इन्हें यहीं बंधक बना लिया गया था।
बंधक बनाये जाने की कंपलेन पर पहुंची पुलिस
गोमिया ब्लॉक की बंधक बनायी गयी नाबालिग लड़कियों में से एक ने मामले की सूचना अपने घर पर दी।लड़की के परिजन ने रांची पुलिस को सूचना पुंदाग ओपी पुलिस ने रेड कर हजारीबाग विष्णुगढ़ पुलिस स्टेशन एरिया अचलगामू निवासी अविनाश कुमार को दबोच लिया। पुलिस ने सभी नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया।इन लड़कियों को शुक्रवार को रांची से गोमिया होसिर रथटांड़ स्थित देवनारायण प्रजापति के आवास पर लाकर परिजनों को सौंप दिया गया।पीड़ित लड़कियों की कंपलेन पर पुंदाग ओपी में एफआइआर दर्ज किया गया है। बंधक बनायी गयी लड़कियों में गोमिया ब्लॉक के जरकुंडा की दो, चिदरी के चार, कोनार डैम, बलकमका, तुलबुल व चैनपुर की एक-एक के अलावा अन्य एरिया की थी।
आइडी बनाने के नाम पर भी लिये पैसे
बंधक से मुक्त करायी गोमिया की नाबालिग लड़कियों ने बताया कि जनवरी में कोनार डैम निवासी काजल कुमारी व राधिका कुमारी ने रांची के अल्ट्रा वर्ल्ड इंटरनेशनल प्राइवेट कंपनी में ऑनलाइन मार्केटिंग, कपड़ा पैकिंग तथा कंप्यूटर सीखने की बात कह कर उन्हें बुलाया था। जब वे लोग वहां पहुंची तो कंपनी का आइडी कार्ड बनाने व अन्य सुविधा के लिए प्रत्येक लड़की से पांच-पांच हजार रुपये लिये गये। पैसे देने के बाद भी उन्हें कोई काम व पेमेंट नहीं दिया। कंपनी के अविनाश, काजल तथा राधिका से वेतन की मांग करने पर एक कमरे में बंद कर दिया। बाहर से लाकर सिर्फ दो टाइम खाना दिया जाता था। फैमिली के लोगों से बात नहीं करने दिया जाता था।किसी तरह एक लड़की ने गुरुवार को छत पर चढ़ कर मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी। इसके बाद पुलिस की मदद से उनलोगों को मुक्त कराया गया।