नई दिल्ली: इंडिया में देर से आयेगी कोरोना की थर्ड वेव, ICMR की रिपोर्ट ने दी राहत
सेंट्रल गवर्नमेंट के कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के चीफ एनके अरोड़ा ने रविवार को कहा कि देश में कोरोना की थर्ड दिसंबर तक टल सकती है। ICMR की स्टडी से पता चला है कि देश में कोरोना की थर्ड वेव देरी से आयेगी।
नई दिल्ली। सेंट्रल गवर्नमेंट के कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के चीफ एनके अरोड़ा ने रविवार को कहा कि देश में कोरोना की थर्ड दिसंबर तक टल सकती है। ICMR की स्टडी से पता चला है कि देश में कोरोना की थर्ड वेव देरी से आयेगी।
उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर देश को वैक्सीनेशन का समय मिल जायेगा। सरकार ने हर दिन एक करोड़ डोज देने का टारगेट रखा है। सेंट्रल पैनल के चेयरमैन ने कहा कि देश में सबको वैक्सीन लगाने के लिए हमारे पास छह से आठ महीने का समय है।आने वाले दिनों में सरकार हर दिन एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगायेगी। उन्होंने कहा कि थर्ड वेव डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से आयेगी, ऐसा अभी नहीं कहा जा सकता है। हालांकि, उन्होंने इससे इनकार भी नहीं किया।
डॉ. अरोड़ा ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि वेव नए वेरिएंट्स या नए म्यूटेशन से जुड़े होते हैं, इसलिए इसकी संभावना है, क्योंकि यह एक नया वेरिएंट है। लेकिन यह थर्ड वेव आयेगा, ऐसा कहना अभी मुश्किल है, क्योंकि यह दो या तीन चीजों पर निर्भर करता है।
क्या थर्ड वेव को आने से रोका जा सकता है?
डेल्टा प्लस वेरिएंट के बढ़ते केसों के बीच देश में कोरोना की तीसरी लहर आशंका बढ़ती जा रही है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसे टाला भी जा सकता है। जिन देशों में 20 परसेंट से अधिक आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है, वहां थर्ड वेव नहीं आई है। आईसीएमआर और इंपीरियल कॉलेज लंदन के साइंटिस्ट्स की एक स्टडी में कहा गया है कि थर्ड वेव सेकेंड वेव की तरह तबाही नहीं मचायेगी।