New Delhi : IRS अफसर राहुल नवीन होंगे ED के नये डायरेक्टर
सेंट्रल गवर्नमेंट ने 1993 बैच के IRS अफसर राहुल नवीन को ईडी का नया नियुक्त किया है। नवीन वर्तमान में ईडी के स्पेशल डायरेक्टर हैं।मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने प्रवर्तन निदेशालय में ईडी डायरेक्टर के पद पर आईआरएस अफसर राहुल नवीन, विशेष निदेशक, ईडी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
नई दिल्ली। सेंट्रल गवर्नमेंट ने 1993 बैच के IRS अफसर राहुल नवीन को ईडी का नया नियुक्त किया है। नवीन वर्तमान में ईडी के स्पेशल डायरेक्टर हैं।मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने प्रवर्तन निदेशालय में ईडी डायरेक्टर के पद पर आईआरएस अफसर राहुल नवीन, विशेष निदेशक, ईडी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
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इससे पहले राहुल नवीन ईडी में एक्टिंग डायरेक्टर के रूप में तैनात थे। पिछले साल 15 सिंतबर को पूर्व डायरेक्टर संजय कुमार मिश्रा के रिटायरमेंट के बाद से इस महत्वपूर्ण पद पर स्थाई नियुक्ति नहीं हुई थी। अबसेंट्रल गवर्नमेंट ने राहुल नवीन को दो साल के लिए ईडी का डायरेक्टर नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति पदभार ग्रहण करने की तिथि से दो वर्ष के लिए अथवा अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, प्रभावी रहेगी। राहुल नवीन ईडी डायरेक्टर पद पर रहे संजय कुमार मिश्रा का जगह लेंगे। संजय मिश्रा का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो गया। राहुल नवीन नवंबर 2019 में ईडी के स्पेशल डायरेक्टर नियुक्त हुए थे। उनके एक्टिंग डायरेक्टर रहते हुए ईडी पिछले लगभग एक साल में कई वित्तीय गड़बड़ियों की जांच में जुटी है।
राहुल नवीन के एक्टिंग डायरेक्टर रहते हुए ही ED ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया। हालांकि, दोनों सीएम को बाद में कोर्ट से बेल मिल गई थी।NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, नवीन बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने आईआईटी कानपुर से बी.टेक और एम.टेक की पढ़ाई की है। उन्होंने मेलबर्न में स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी से एमबीए भी किया है। नवीन को इंटरनेशनल टैक्स मामलों का जानकार माना जाता है। उन्होंने 30 सालों तक आईटी डिपार्टमेंट में काम किया है। उन्होंने इंटरनेशनल टैक्स और ट्रांसफर प्राइसिंग पर कई जर्नल्स और आर्टिकल लिखे हैं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि ईडी में डायरेक्टर बनने से पहले, राहुल नवीन ने एक्स डायरेक्टर संजय मिश्रा के साथ करीब से काम किया है।
संजय मिश्रा वही हैं जिनके बार-बार कार्यकाल विस्तार को सुप्रीम कोर्ट ने भी अवैध बताया है। मिश्रा का पहला कार्यकाल नवंबर 2020 में खत्म होने वाला था। लेकिन सरकार ने उनके कार्यकाल को एक साल के लिए बढ़ा दिया था। इसी विस्तार के बीच में केंद्र सरकार एक अध्यादेश लेकर आई थी, जिसे बाद में कानून का रूप भी दिया गया। उस दौरान दो कानूनों में बदलाव हुए थे- पहला, दिल्ली स्पेशल पुलिस स्थापना (संशोधन) एक्ट, 2021। दूसरा, केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) एक्ट, 2021। पहला कानून CBI के डायरेक्टर से जुड़ा है। दूसरा कानून ED के डायरेक्टर से। इन दोनों कानूनों में संशोधन के बाद सरकार को ये अधिकार मिल गया कि वो CBI और ED के निदेशकों के कार्यकाल को एक बार में एक वर्ष के लिए बढ़ा सकती है, जब तक पद पर बैठे व्यक्ति के कार्यकाल की अवधि पांच वर्ष ना हो जाए। इसके पहले तक इन पदों के कार्यकाल की सीमा दो वर्ष थी।
बिहार के गोपालगंज के रहनेवाले हैं ईडी के नये डायरेक्टर राहुल नवीन
ईडी के नये डायरेक्टर राहुल नवीन गोपलगंज जिले के कटैया ब्लॉक के करमैनी करमैनी निवासी रविंद्र प्रसाद श्रीवास्तव के पुत्र हैं। उनके ईडी डायरेक्टर बनने से क्षेत्र में खुशी की लहर है। उनके पैतृक आवास पर बधाई देने वाले लोगों का तांता हुआ है।राहुल नवीन के चाचा दिवाकर प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि तीन भाइयों में सबसे बड़े रविंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, जो आबकारी मे सुपरीटेडेंट थे। उनकी मृत्यु चार साल पहले हुई थी। उनके दो पुत्र राहुल नवीन और शेखर आनंद और एक पुत्री है।
राहुल नवीन बेतिया से हाई स्कूल तक की शिक्षा प्राप्त करने के बााद पटना के किसी कॉलेज से इंटर की शिक्षा प्राप्त कर आईआईटी कानपुर से बीटेक और एम टेक करने के पश्चात् भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी में लग गए।दूसरे प्रयास में 1993 में उन्होंने सफलता प्राप्त कर आईआरएस में चयनित हुए।उनके छोटे भाई शेखर आनंद केंद्रीय आबकारी आयुक्त हैं। उनके चाचा ने बताया कि तीन साल पहले घर पर एक आयोजन था, जिसमें राहुल गांव आए थे। परिवार में किसी तरह का आयोजन होने पर वे जरूर आते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले वे भी उन्हीं के यहां दिल्ली में एक महीना रहकर घर लौटे हैं।
राहुल नवीन संगीतकार आनंद-मिलिंद के फुफेरे भतीजा हैं। परिवार के सभी सदस्यों के साथ उनका आत्मीय संबंध रहता है।भले ही वे कितने ऊंचे पद पर हो लेकिन परिवार के श्रेष्ठ जनों के साथ वे पूरी औपचारिकता का निर्वहन करते हैं।उन्होंने कहा कि हम सभी लोगों को पूर्व से ही यह भरोसा था थी कि राहुल निदेशक जरूर बनेंगे।