नई दिल्ली:Indian Railways ने ट्रेन में स्मो किंग और ज्वेलनशील पदार्थ को लाने- ले जाने पर लगायी बैन,लगेगा जुर्माना
इंडियन रेलवे ने ट्रेन में सफर को सुरक्षित बनाने केलिए नियमों में बदलाव किए हैं। अब पैसेंजर रात को अपना मोबाइल-लैपटॉप चार्ज नहीं कर पायेंगे। रेलवे ने सफर के दौरान धूम्रपान करने या फिर ज्वंलनशील पदार्थ ले जाने वाले यात्रियों पर कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है।
- रात 11 बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक ट्रेन मेंमोबाइल चार्ज नहीं होगा
- ट्रेन के सभी कोचों में चार्जर प्वाइंट को जोड़ने वाले सभी स्विच एक साथ बंद रहेंगे
- ट्रेन यात्रा को सुरक्षित बनाने को महत्व पूर्ण यात्री सुविधा में कटौती का एलान
रांची। इंडियन रेलवे ने ट्रेन में सफर को सुरक्षित बनाने केलिए नियमों में बदलाव किए हैं। अब पैसेंजर रात को अपना मोबाइल-लैपटॉप चार्ज नहीं कर पायेंगे। रेलवे ने सफर के दौरान धूम्रपान करने या फिर ज्वंलनशील पदार्थ ले जाने वाले यात्रियों पर कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है।
रेलवे ने सफर के दौरान पैसेंजर्स की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तौर-तरीकों में बड़ा बदलाव किया गया है। हाल के शताब्दीे ट्रेनों में अगलगी की बड़ी घटनाओं के बाद महत्वापूर्ण यात्री सुविधाओं में कटौती का एलान किया है। इसके साथ ही ट्रेनों में स्मोयकिंग और ज्वटलनशील पदार्थ को लाने- ले जाने पर कड़ाई से रोक लगाने के लिए बड़ा अभियान चला रहा है। रेलवे की ओर से कहा गया है कि ट्रेन पैसेंजर्स की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। इस लिहाज से सफर को आरामदायक और सुरक्षित बनाने के लिए रेलवे ने ये बड़ा कदम उठाया है।
रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सुरक्षा के दृष्टिकोण से रात 11 बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक अब रेल पैसेंजर ट्रेन में अपना मोबाइल चार्ज नहीं कर पायेंगे। ट्रेन के सभी कोचों में चार्जर प्वाइंट को जोड़ने वाले सभी स्विच एक साथ बंद कर दिये जायेंगे। कहा जा रहा है कि रात को अधिकतर पैसेंजर लापरवाह तरीके से अपना मोबाइल चार्जिंग पर रखकर सो जाते हैं। ऐसे में ओवर चार्जिंग की वजह से मोबाइल के ब्ला स्ट करने का खतरा होता है। इस दौरान मोबाइल की चोरी का खतरा भी बना रहता है।
पैसेंजर सेफ्टी को पुख्ता बनाने के लिए रेलवे बोर्ड ने यह महत्वपूर्ण फैसला किया
इंडियन रेलवे ने ई व्यवस्था के तहत सभी डिवीजन में उक्त नियम को लागू कर दिया है। ईसीआर, हाजीपुर के अधीन संचालित की जाने वाली सभी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों में तत्कासल प्रभाव से रात 11 बजे के बाद चार्जिंग प्वाइंट से जुड़े स्विच को रातभर बंद रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।कहा गया है कि ट्रेन में सफर कर रहे यात्री रात 11 बजे तक अपना मोबाइल फुल चार्ज कर लें, नहीं तो सुबह पांच बजे तक उनका मोबाइल और लैपटॉप को पावर नहीं मिल पायेगा। रात में तमाम कोचों के सभी चार्जर प्वाइंट बंद कर दिए जायेंगे। पैसेंजर्स को इस बारे में जानकारी देने के लिए चार्जिंग प्वाइंटों पर जागरूकता संदेश लिखे जा रहे हैं। ट्रेन में शार्ट सर्किट की किसी भी संभावना को खारिज करने के उद्देश्य से और पैसेंजर सेफ्टी को पुख्ता बनाने के लिए रेलवे बोर्ड ने यह महत्वपूर्ण फैसला किया है।
ट्रेनों में आग लगने की घटनाएं शार्ट सर्किट के वजह से
रेलवे का मानना है कि ट्रेनों में आग लगने की घटनाएं शार्ट सर्किट के वजह से होती हैं। जबकि पैसेंजर सिरहाने लगे चार्जिंग प्वाघइंट में देर रात या पूरी रात तक मोबाइल-लैपटॉप चार्ज करते रहते हैं। ऐसे में शार्ट सर्किट की संभावना बनी रहती है।वर्तमान में रेलवे ने पैसेंजर सिक्युरिटी को आगे कर सभी कोचों में खुले इलेक्ट्रिक वायर को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है। ट्रेनों को गंतव्य तक रवाना किए जाने से पहले पेंट्रीकार सहित सभी कोचों की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही हैं। ईसीआर से चीफ पीआरओ राजेश कुमार का कहना है कि सभी रूटों पर चलने वाली ट्रेनों में चार्जिंग की नई व्यवस्था लागू कर दी गई है।
सभी कोच में Fire Fighting Equipment and Alarm अनिवार्य
रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों में फायर से जुड़े हादसे को शत-प्रतिशत रोकने के लिए सभी कोचों में Fire Fighting Equipment and Alarm अनिवार्य कर दिया है।स्मोuकिंग पर पूरी तरह बैन के साथ ही किसी तरह के विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थों को लेकर रेलवे ने ऑपरेशन शुरु कर दिया है। रेल सफर के दौरान विस्फोटक व ज्वलनशील पदार्थ साथ लेकर चलने वाले पैसेंजर्स पर कड़ी कार्रवाई और फाइन लगाने की प्रक्रिया शुरु की गई है।