अब हिन्दी में होगी डॉक्टरी की पढ़ाई, अमित शाह ने MBBS कोर्स की हिंदी बुक का किया विमोचन
मध्य प्रदेश पहला स्टेट होगा, जहां मेडिकल एजुकेशन हिंदी में होगी। सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में एमबीबीएस हिंदी पाठ्यक्रम बुक का विमोचन किया। इलके साथ ही देश में हिंदी में चिकित्सा शिक्षा का नया अध्याय आज से शुरू हो गया।
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश पहला स्टेट होगा, जहां मेडिकल एजुकेशन हिंदी में होगी। सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में एमबीबीएस हिंदी पाठ्यक्रम बुक का विमोचन किया। इलके साथ ही देश में हिंदी में चिकित्सा शिक्षा का नया अध्याय आज से शुरू हो गया।
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मौके पर अमित शाह ने इस मौके पर कहा कि आज का दिन भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। जब भी आने वाले दिनों में इतिहास लिखा जायेगा आज के दिन को स्वर्ण के अक्षरों से लिखा जायेगा। ये देश में शिक्षा क्षेत्र के पुनर्जागरण का क्षण है।
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मौके पर एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर कहा - आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में मध्य प्रदेश की धरती पर होगी। हिंदी की पढ़ाई गरीब बच्चों की जिंदगी में एक नया प्रकाश लेकर आयेगी। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज प्रदेश के वो बच्चे जो प्राथमिक शिक्षा में अंग्रेजी माध्यम से नहीं पढ़े उनकी जिंदगी में एक नया सवेरा हो रहा है। आज का दिन इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। हम शिक्षा को अंग्रेजी की गुलामी से मुक्त करेंगे।
एग्जाम में लिखना होगा आसान
एमबीबीएस के करीब 10 परसेंट स्टूडेंट तब से हिंदी या फिर अंग्रेजी और हिंदी के मिले-जुले वाक्य परीक्षाओं में लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब हिंदी में किताबें उपलब्ध होने पर विद्यार्थियों के लिए परीक्षा में लिखना और आसान हो जायेगा। नेशनल मेडिकल कमीशन की भी यह बाध्यता नहीं है कि उत्तर अंग्रेजी में ही लिखे जाएं। एमबीबीएस प्रथम वर्ष के तीन विषयों की हिंदी पुस्तकों का विमोचन लाल परेड मैदान में आयोजित 'हिंदी में ज्ञान का प्रकाश' कार्यक्रम में हुआ।
कई दूसरे देशों की तरह अब मध्यप्रदेश में भी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई अपनी मातृभाषा हिंदी में होगी। एमपी के 97 डॉक्टरों की टीम ने चार महीने में मेहनत करके अंग्रेजी की किताबों का हिन्दी में अनुवाद किया है। वहीं राज्य सरकार भी इस नए प्रयोग को लेकर रोमांचित है। सरकार के इस नय प्रयोग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सीएम शिवराज और उनके सभी मिनिस्टर, एमएलए सहित बीजेपी के नेताओं ने सोशल मीडिया अकाउंट पर डीपी व कवर फ़ोटो बदला है। पहली बार ऐसी अनूठी पहल को लेकर प्रदेश के युवाओं में काफी उत्साह का माहौल है।
2018 में शुरू हुई थी प्रक्रिया
हिंदी में लिखने की सुविधा MP आयुर्विज्ञान यूनिवर्नेसिटी वर्ष 2018 में ही शुरू कर दी थी। इसके परिणाम अच्छे रहे हैं। इस साल एमबीबीएस प्रथम वर्ष में एनाटामी, फिजियोलाजी और बायोकेमेस्ट्री की हिंदी में भी पढ़ाई कराई जायेगी। आयुर्विज्ञान यूनिवर्नेसिटी के तत्कालीन कुलपति डा. आरएस शर्मा ने कहा कि कई विद्यार्थियों ने इस व्यवस्था की तारीफ की थी।