PCS Jyoti Maurya Case: SDM ज्योति मौर्य और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के चैट से बड़ा खुलासा
उत्तर प्रदेश के पीसीएस अफसर एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके हसबैंड आलोक मौर्य के बीच चल रहे विवाद में प्रतिदिन नये-नये खुलासे हो रहे हैं। दोनों के बीच विवाद अगर सामने नहीं आता तो शायद आलोक को बीच रास्ते से हटाया भी जा सकता था। इसका खुलासा एसडीएम ज्योति मौर्य और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के चैट से हुआ है।
- आलोक को हमेशा के लिए रास्ते से हटाना पड़ेगा, ओके....
- होमगार्ड कमांडेंट पर गेस्ट हाउस का दुरुपयोग करने का आरोप
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पीसीएस अफसर एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके हसबैंड आलोक मौर्य के बीच चल रहे विवाद में प्रतिदिन नये-नये खुलासे हो रहे हैं। दोनों के बीच विवाद अगर सामने नहीं आता तो शायद आलोक को बीच रास्ते से हटाया भी जा सकता था। इसका खुलासा एसडीएम ज्योति मौर्य और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के चैट से हुआ है।
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बरेली में पोस्टेंड महिला पीसीएस अफसर ज्योति मौर्या के हसबैंड आलोक मौर्या के साथ विवादों में घिरे होमगार्ड के जिला कमांडेंट मनीष दुबे डीजी होमगार्ड्स द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में फंस गये हैं। रिपोर्ट में पाया गया है कि ज्योति मौर्या के साथ मिलकर मनीष उसके हसबैंड आलोक मौर्या को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने की साजिश कर रहे थे। यही चैट मनीष दुबे के खिलाफ अहम एवीडेंस बन गया है। एसडीएम ज्योति मौर्य और मनीष दुबे के बीच इस वाट्सएप चैट ने ही उनके सस्पेंसन का रास्ता साफ कर दिया है। इस चैट के आधार पर ही डीजी होमगार्ड ने जांच रिपोर्ट शासन को भेजी है।
महिला होमगार्ड के साथ अश्लील हरकत करने का आरोप
मनीष दुबे पर अमरोहा में पोस्टेड रही महिला होमगार्ड के साथ अश्लील हरकत करने, उसे प्रताड़ित करने के भी आरोप पाये गये हैं। फिलहाल, दोनों मामलों में फंसे मनीष दुबे का सस्पेंशन पर शासन कभी भी कार्रवाई कर सकता है। रिपोर्ट पर कार्रवाई से पहले सभी पहलुओं पर विचार किया जायेगा। रिपोर्ट में मनीष दुबे को सस्पेंड कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की संस्तुति की गई है। प्रमुख सचिव होमगार्ड्स अनिल कुमार ने कहा कि जांच रिपोर्ट पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
एसडीएम ज्योति मौर्य और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के चैट का अंश
मनीष दुबे: मैं सोच रहा था कि क्यों न इसे रास्ते से हमेशा के लिए हटा दिया जाए। यह बार-बार परेशान कर रहा है।
ज्योतिः कौन आलोक...
मनीष दुबेः हां...
मनीष: इसकी कहानी हमेशा के लिए खत्म कर देते हैं।
ज्योति: ओके...
आलोक ने क्लोन कर रखा था ज्योति का मोबाइल
ज्योति मौर्या के हसबैंड आलोक ने मनीष दुबे पर अपनी मर्डर की साजिश रचने का आरोप लगाया था। आलोक का कहना है कि मनीष का मेरी वाइफ से करीबी संबंध है। दोनों मिलकर उन्हें रास्ते से हटाना चाहते हैं। दरअसल, आलोक ने ज्योति मौर्य का मोबाइल क्लोन कर रखा था। पुलिस ने जांच में पाया कि जो भी वाट्सएप ज्योति और मनीष दुबे के बीच आते थे, वह आलोक के पास भी समानान्तर रूप से उसके वाट्सएप पर भी आते थे। उसने एक ऐप की मदद से ज्योति के वाट्सएप सेक्यूआर कोड स्कैन कर उसका मोबाइल क्लोन कर रखा था। इससे उसने मनीष और ज्योति के बीच उसे हटानेकी साजिश के संदेश भी पढ़ लिए।
महिला होमगार्ड से अश्लीलता करते थे कमांडेंट
डीजी वीके मौर्य ने बताया कि अमरोहा में तैनाती के दौरान मनीष पर एक महिला होमगार्ड को प्रताड़ित करने के आरोप लगे हैं। महिला ने आरोप लगाये हैं कि उनसे मनीष जबरन संबंध बनाना चाहते थे।अश्लील बातें करते थे। उसके द्वारा मना करने पर उसे ड्यूटी परेड से निकाल दिया गया। बाद में जब वह होमगार्ड के पूर्व डीजी से मिली तब जाकर उसकी ड्यूटी बहाल हुई। इस महिला होमगार्ड के आरोपों की भी जांच की गई है। उसने बयान दिया है कि कमांडेंट उससे अश्लील बातें करते थे। इन दोनों ही मामलों में उन्हें सस्पेंड करने, पुलिस में एफआईआर दर्जकराने की अनुमति शासन से मांगी गई है। जांच में इसी संदेश को आधार बनाते हुए आलोक की मर्डर की साजिश रचनेके लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की अनुमति मांगी गई है। अगर अनुमति मिली तो दोनों के खिलाफ पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा जायेगा। इसी तरह महिला होमगार्ड से अश्लीलता के मामले में भी एफआईआर दर्ज करने की अनुमति मांगी गई है। आलोक की तरफ से एक आडियो क्लिपिंग भी उपलब्ध कराई गई है, जिसमें कथित तौर पर मनीष दुबे व ज्योति मौर्या उनकी मर्डरके तरीके पर बातचीत कर रहे हैं।
आलोक के कंपलेन पर हुई जांच
आलोक के शिकायती पत्र पर डीजी होमगार्ड्स बीके मौर्या ने प्रयागराज के डीआईजी होमगार्ड्स संतोष कुमार को जांच सौंपी थी। डीआईजी की जांच रिपोर्ट के आधार पर ही डीजी बीके मौर्या ने शासन को रिपोर्ट भेजी है। जांच अधिकारी ने मनीष दुबे की वाइफ के साथ चल रहे विवादों का भी उल्लेख किया है। मनीष पर वाइफ ने भी दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। उनके चरित्र पर भी सवाल उठाया था। इन विवादों के कारण शासन ने दो जुलाई को जिला कमांडेंट मनीष को गाजियाबाद के महोबा ट्रांसफर कर दिया था। उन्होंने अगले ही दिन महोबा पहुंच कर कार्यभार तो ग्रहण कर लिया। लेकिन उसके बाद सेड्यूटी पर नहीं लौटे हैं। गुलाबी गैंग की ओर से मनीष दुबे के विरोध में आंदोलन का ऐलान किये जाने से विभाग में हड़कंप है।
गेस्ट हाउस में अपने करीबी के साथ कई बार आकर रुके थे मनीष दुबे
होमगार्ड के कमांडेंट मनीष दुबे की मुश्किलें सस्पेंशन और विभागीय जांच के बाद भी खत्म नहीं होंगी। हेडक्वार्टर ने अंदरखाते उनके खिलाफ गेस्ट हाउस का दुरुपयोग करने की भी जांच शुरू कर दी है। महोबा में तैनात कमांडेंट मनीष दुबे गेस्ट हाउस में अपने करीबी के साथ कई बार आकर रुके थे। इस दौरान कागजों में वह गाजियाबाद में ऑन ड्यूटी थे। हेडक्वार्टर इसकी जांच करवा रहा है कि गेस्ट हाउस में वह किसके साथ किस मकसद से रुके थे।
ज्योति मौर्या से हसबैंड आलोक ने लगाई गुहार, मुझे मेरे बच्चों से मिलवा दो प्लीज...
एसडीएम ज्योति मौर्या के हसबैंड आलोक मौर्या ने कहा है कि उन्हें अपने बच्चों से मिलने दिया जाए। वह चाहते है कि दोनों बेटियां उनके पास रहें। वह चाहते है कि दोनों बेटियां उनके पास रहें। आलोक ने मीडिया के सामने बयान देते हुए कहा कि ज्योति जो भी आरोप लगा रही हैं वो गलत है। वह परिवार बचाने और अपनी बेटियों के लिए वाइफ ज्योति मौर्या से समझौता करने के लिए तैयार है, लेकिन यह जरूरी है कि जो दोषी है, उस पर कानूनी कार्रवाई हो।
होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर सख्त कार्रवाई की मांग
आलोक ने कहा कि होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर भी खुद शादीशुदा होते हुए गैर महिला से रिश्ता रखने के लिए सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कोई और किसी का परिवार तोड़ने से पहले सोचे। शासन स्तर से जांच पूरी हो चुकी है, जिसमें मनीष दुबे को दोषी पाया गया है।
डाइवोर्स की अर्जी पर 18 अगस्त को होगी सुनवाई
हसबैंड से डाइवोर्स की अर्जी देने वाली एसडीएम ज्योति मौर्या मंगलवार को परिवार न्यायालय नहीं पहुंचीं। उनके अधिवक्ता की तरफ से हाजिरी माफी अर्जी दी गई है। कहा गया कि सरकारी कार्य में व्यस्त होने से वह नहीं आ सकी। ज्योति के पति आलोक मौर्या ने वकील के साथ अदालत में पेश होकर अपना पक्ष रखा। बता दें, ज्योति ने पिछले महीने प्रयागराज परिवार न्यायालय में तलाक की अर्जी दी थी, जिसमें उन्हें मंगलवार को पेश होना था। अब इस मामले की सुनवाई की अगली तिथि 18 अगस्त नियत की गई है।
2010 में हुई थी आलोक और ज्योति की शादी
मूल रूप से वाराणसी के चिरईगांव की ज्योति मौर्या का आजमगढ़ के आलोक से 2010 में विवाह हुआ था। आलोक पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी है, जबकि ज्योति का 2015 में एसडीएम पद पर चयन हो गया। उनकी दो बेटियां भी हैं। प्रयागराज के देवघाट झलवा में मकान बनाकर ज्योति परिवार सहित रहने लगी थीं। अभी उनकी तैनाती बरेली में है।
ज्योति और आलोक में तीन साल से चल रही अनबन
लगभग तीन साल से ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या के बीच अनबन है। दो माह पहले ज्योति ने धूमनगंज पुलिस स्टेशन में अपने हसबैंड और ससुरालियों के खिलाफ उत्पीड़न समेत कई आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराया है। इसकी जांच हो रही है। ज्योति ने आलोक पर नौकरी के बारे में झूठ बोलकर शादी करने का आरोप लगाया है। जबकि आलोक ने व्हॉट्सऐप चैट सार्वजनिक कर गंभीर आरोप लगाये हैं। लगभग एक माह से ज्योति-आलोक का मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियों में छाया है।