पटना: पुलिस कस्टडी में शराब तस्करी के आरोपित की मौत, पुलिस स्टेशन पर पर हमला, रोड जाम, हंगामा
राजधानी पटना में शराब तस्करी के मामले में गिरफ्तार आरोपित धर्मेंद्र मांझी की गौरीचक पुलिस कस्टडी में मौत हो गयी है। कस्टडी में मौत से आक्रोशित लोगों ने रविवार को पुलिस स्टेशन का घेराव कर पथराव किया।
पटना। राजधानी पटना में शराब तस्करी के मामले में गिरफ्तार आरोपित धर्मेंद्र मांझी की गौरीचक पुलिस कस्टडी में मौत हो गयी है। कस्टडी में मौत से आक्रोशित लोगों ने रविवार को पुलिस स्टेशन का घेराव कर पथराव किया। गाड़ियों के शीशे तोड़ दिये। रोड जाम कर लोगों ने जमकर हंगामा किया। बेकाबू भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
आधा दर्जन पुलिस स्टेशन की पुलिस को मौके पर पहुंच भीड़ को शामत करने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। अंतत: पुलिस को लाठी जार्ट कर भीड़ को खदेड़ना पड़ा। परिजन और ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से शनिवार को ही युवक की मौत हो गई थी। पुलिस मामले को दबाने के लिए शाम से रात तक लीपापोती करते रही।
धर्मेंद्र मांझी की गौरीचक पुलिस स्टेशन के हाजत में हुई मौत से आक्रोशित ग्रामीण और परिजनों ने रविवार की सुबह थाने का घेराव किया। घेराव के बाद ग्रामीणों थाने पर पथराव करने लगे। सड़क पर टायर जलाकर कर रोड जाम कर दिया। पुलिस के कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। डीएसपी और आधा दर्जन थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। बावजूद ग्रामीण पटना-गया एनएच जाम किये हुए थे। लगभग आधा दर्जन गाडिय़ां क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीण थाना परिसर में घुसने लगे। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। दोपहर 12 बजे थाना परिसर में स्वजन, जनप्रतिनिधि और पुलिस अफसरों के साथ बातचीत के बाद मामला शांत हुआ।
शुक्रवार को ही हुआ था अरेस्ट
गौरीचक पुलिस ने के बड़का चिपुरा निवासी धर्मेंद्र सहित दो अन्य को शराब मामले में अरेस्ट थी। शनिवार को उसे जेल भेजने के लिए कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया गया। देर होने की वजह से उसे जेल नहीं भेजा जा सका। वापस लाकर थाने में लाकर हाजत में बंद कर दिया गया। पुलिस की मानें तो हाजत में उसकी तबियत बिगड़ने पर उसे संपतचक पीएचसी ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इधर धर्मेंद्र के स्वजनों को लगा कि पुलिस उसे शनिवार को जेल भेज दी है। परिजनों को शनिवार की रात लगभग नौ बजे ग्रामीणों के माध्यम से पता चला कि धमेंद्र थाने में ही मौत हो गई है। परिजन थाने पहुंचे तो उन्हें कभी एनएमसीएच तो कभी थाने का चक्कर लगवाया जा रहा था। कोई कुछ भी स्पष्ट बताने को तैयार नहीं था। बात में पता चला कि उसकी हाजत में मौत हो गई।