पटना। जेडीयू के नेशनल प्रसिडेंट राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर लगातार कड़वी टिप्पणी कर रहे प्रशांत किशोर (पीके) व आरसीपी सिंह पर अटैक किया है। ललन सिंह ने कहा है कि प्रशांत किशोर गैर राजनीतिक व एक बिजनसमैन भर हैं। वह अपने प्रोडक्ट को बेचते रहते हैं। पीके बिहार में बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं।
बिहार जेडीयू ऑफिस में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में ललन सिंह ने कहा कि वर्ष 2010 के पहले आरसीपी सिंह को कौन पूछता था। वे तो सीएम के स्टाफ थे। वे कब से राजनीतिक कार्यकर्ता हो गये। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश ने आरसीपी को राज्यसभा भेजा तो वे अब बयान देने के लायक हो गये। उनके बयान पर क्या संज्ञान लेना? जिस व्यक्ति को सीएम ने बनाया, वह उसका भी वफादार नहीं हुए। बिना पार्टी को बताये ही सेट्रल में मिनिस्टर बन गये। जेडीयू ऐसे लोगों के बयानों को महत्व नहीं देता।
पीके द्वारा बिहार सरकार व सीएम पर किए जा रहे हमले के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि वे गैर राजनीतिक व्यक्ति होने के साथ ही एक बिजनसमैन हैं। अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए एक सेल्समैन की तरह प्रचार कर रहे हैं। प्रशांत किशोर को तो बिहार की पूरी जानकारी भी नहीं हैं। उन पर कोई भी टिप्पणी करना बेकार है। देश के अलग-अलग राज्यों में घूम-घूमकर वे सिर्फ बिजनस करते हैं। जब तक कोई व्यवसायी एक सेल्समैन की तरह अपना प्रोडक्ट बेचेगा नहीं तब तक उसका बिक्री नहीं होगी।
ललन सिंह ने कहा कि पिछले 17 सालों में बिहार का जो विकास हुआ उसमें उनका कोई योगदान नहीं है। प्रशांत किशोर फिलहाल बीजेपी का काम कर रहे हैं। पर्दे के पीछे से उनका काम चल रहा है। एक तरफ तो प्रशांत किशोर सीएम से मिलने का समय मांगते हैं और दूसरी तरफ अपनी ब्रांडिंग करने के लिए प्रेस को बताते हैं कि सीएम उनसे मिलना चाहते हैं। प्रशांत किशोर राजनेता नहीं हैं। इसलिए उन पर किसी तरह की टिप्पणी की कोई आवश्यकता नहीं है।
ललन सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर देश के विभिन्न हिस्सों में घूमते रहे हैं। उन्हें बिहार के बारे में कुछ भी नहीं पता है। ललन ने कहा कि वर्तमान में वह अपने उत्पादों के विज्ञापन में लगे हैं। विगत 17 वर्षों में बिहार के विकास में उनका कोई योगदान नहीं है। सभी यह जानते हैं कि बिहार में वह भाजपा के लिए काम कर रहे हैं।
बीजेपी को पराजित करने का है' टारगेट
ललन सिंह ने कहा कि हमारा टारगेट बीजेपीको पराजित करना है, तो हमें आपस में संगठन के काम के लिए प्रतिद्वंद्विता करनी होगी। पार्टी एवं नेता के प्रति वफादारी को अपनी व्यक्तिगत पसंद और नापसंद के ऊपर रखें। सबको साथ लेकर चलेंगे तो संगठन और नेता मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि कुछ जिलों ने पूर्व में सदस्यता अभियान के टारगेट को पार करने में सफलता पाई थी। इस बार भी जो जिले सदस्यता अभियान में अच्छा करेंगे उन्हें प्रोत्साहित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान को हर घर तक मुख्यमंत्री के काम और पार्टी सिद्धांत को पहुंचाने का माध्यम बनाएं। जिलाध्यक्ष के साथ मिलकर सभी प्रकोष्ठ, प्रखंड एवं पंचायत स्तर तक काम करें। पार्टी का संगठन मजबूत होगा तो सीएम नीतीश कुमार मजबूत होंगे। जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इस मौके पर कहा कि सदस्यता अभियान को चुनौती के रूप में लेते हुए इसे अवसर में बदलने का प्रयास करना है। सभी वर्ग के लोगों को पार्टी से जोड़ना है। महिलाएं बड़ी संख्या में जदयू की समर्थक हैं। सदस्यता अभियान के लिए आनलाइन विकल्प भी मौजूद है। सदस्यता अभियान के क्रम में यह कोशिश करनी होगी कि प्रदेश का कोई घर नहीं छूटे। हमें 50 लाख नये सदस्यों को इस बार पार्टी से जोड़ना है।