झारखंड में पांच अगस्त को हेमंत गवर्नमेंट गिराने की थी तैयारी, कांग्रेस के 14 MLA घूम चुके हैं गुवाहाटी
झारखंड में पांच अगस्त को हेमंत सोरेन गवर्नमेंट को गिराने की तैयारी थी। अगर कांग्रेस के तीन एमएलए 30 अगस्त को कैश के साथ पश्चिम बंगाल के हावड़ा में अरेस्ट नहीं होते तो पांच अगस्त को झारखंड में तख्ता पटलने की योजना थी। ऑपरेशन लोटस के तहत सत्ता परिवर्तन की पटकथा लिखी जा चुकी थी।
रांची। झारखंड में पांच अगस्त को हेमंत सोरेन गवर्नमेंट को गिराने की तैयारी थी। अगर कांग्रेस के तीन एमएलए 30 अगस्त को कैश के साथ पश्चिम बंगाल के हावड़ा में अरेस्ट नहीं होते तो पांच अगस्त को झारखंड में तख्ता पटलने की योजना थी। ऑपरेशन लोटस के तहत सत्ता परिवर्तन की पटकथा लिखी जा चुकी थी।
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हेमंत गवर्नमेंट गिराने की साजिश में एमएलए असम के गुवाहाटी में सौदेबाजी कर रहे थे। वहीं से झारखंड में नई सरकार की पटकथा लिखी जा रही थी। तीन एमएलए के कैश के पकड़े जाने के बाद अब आपरेशन झारखंड पर विराम लग गया है। लेकिन यह स्थाई विराम नहीं है। हर दिन जिस तरह से नये-नये खुलासे हो रहे हैं, उससे कांग्रेस में बड़ी टूट होने की संभावना बढ़ गयी है। कांग्रेस में बड़ी टूट हेमंत सोरेन सरकार का भविष्य तय करेगी।
आंख और दांत के इलाज के नाम पर गुवाहाटी गये MLA
जानकार सोर्सेज के अनुसार पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कांग्रेस के तीन एमएलए के 49 लाख कैश के साथ पकड़े जाने के बाद अब पार्टी उन एमएलए का हिसाब-किताब जुटा रही है जो किसी ना किसी बहाने से गुवाहाटी का चक्कर लगाया करते थे। कहा जा रहा है कि कई एमएलए दांत और आंख दर्द का इलाज कराने के नाम पर नई दिल्ली गये। फिर दिल्ली से गुवाहाटी का चक्कर लगा आये। कांग्रेस प्रसिडेंट सोनिया गांधी तक ऐसे सभी एमएलए के नाम की लिस्ट पहुंच गई है।
18 में से 14 एमएलए की भूमिका संदिग्ध
कांग्रेस सोर्सेज के अनुसार पार्टी के कुल 18 एमएलए में से 14 विधायकों के नाम इस लिस्ट में शामिल हैं। ये एमएल असम की राजधानी गुवहाटी का चक्कर लगा चुके हैं। कांग्रेस में नाराज एमएलए की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती गई। इसका एक अहम कारण रहा पार्टी के सेंट्रल लीडरशीप का ढीला रवैया है । प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने शुरू में तो सख्ती दिखाई, लेकिन देखते-देखते उनकी पकड़ ढीली पड़ती गई। एमएलए उन्हें सूचित किए बगैर कहीं भी चले जाते थे।
लिस्ट में दो मिनिस्टर और दो महिला एमएलए का नाम
कांग्रेस का कौन-सा एमएलए गुवाहाटी से लौटा है, आलाकमान तक ऐसे एमएलए की लिस्ट पहुंची है। इनमें दो मिनिस्टर के भी नाम हैं। चार में से दो महिला एमएलए भी गुवाहाटी का चक्कर लगा चुकी हैं। इनमें से एक तो अपने पिता को बेल दिलाने के लिए वकील से मिलने जाने की बात कहकर नई दिल्ली जाती थीं। फिर वहां से गुवाहाटी का फ्लाइट पकड़ लेती थीं। अब इसकी पूरी रिपोर्ट कांग्रेस के साथ-साथ जेएमएम एमएलए के पास भी है।
कांग्रेस पूर्व प्रदेश प्रभारी का भी नाम उछला
कुछ माह पहले बीजेपी में शामिल हुए झारखंड कांग्रेस के एक पूर्व प्रदेश प्रभारी अब उनका नाम भी ऑपरेशन लोटल में सामने आ रहा है। पूर्व प्रभारी ने कांग्रेस के विक्षुब्धों एमएलए की बीजेपी नेताओं के साथ मीटिंग करायी। इन एमएलए की यात्रा की शुरुआत से अंत तक के सभी इंतजाम उनकी नजरों से होकर गुजरता था। कांग्रेस में रहते हुए दिल्ली में अपनी पहुंच के बल पर उक्त प्रभारी कानूनी मामलों में उलझे कांग्रेस आलाकमान की नजरों से ऐसे एमएलए को दूर रखते थे।