रांची: बुढमू पुलिस स्टेशन में कांस्टेबल ने इंसास रायफल से खुद को उड़ाया, घर में चल रही थी शादी की तैयारी
राजधानी रांची के बुढ़मू पुलिस स्टेशन में पुलिस कांस्टेबल देवेश प्रसाद ने ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार कर सुसाइड कर ली। बुढमू पुलिस स्टेशन में संतरी ड्यूटी में लगे । 2018 बैच के कांस्टेबल देवेश प्रसाद ने रविवार की सुबह खुद को अपने इंसास राइफल से गर्दन मे सटा कर गोली मार ली।
- ड्यूटी के दौरान इंसास रायफल से खुद को गोली मार देवेश ने की सुसाइड
रांची।राजधानी रांची के बुढ़मू पुलिस स्टेशन में पुलिस कांस्टेबल देवेश प्रसाद ने ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार कर सुसाइड कर ली। बुढमू पुलिस स्टेशन में संतरी ड्यूटी में लगे । 2018 बैच के कांस्टेबल देवेश प्रसाद ने रविवार की सुबह खुद को अपने इंसास राइफल से गर्दन मे सटा कर गोली मार ली।
बुढ़मू पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज सिद्धेशवर महथा ने बताया कि रविवार सुबह चार बजे से देवश की संतरी डयूटी थी।सुबह मार्निंग वॉक से लौटने के बाद अन्य साथियों ने देवेश की खोजबीन शुरू की। कुछ पता नहीं चलने पर छत में आकर देखा तो देवेश मृत पड़ा हुआ था। घटना की सूचना मिलने पर एसपी नौशाद आलम व खलारी डीएसपी मनोज कुमार पुलिस स्टेशन पहुंचें और छानबीन की। एफएसीएल की टीम रांची से आकर जांच की व प्रिंट ली।
देवेश रातू पुलिस स्टेशन के हिसरी गांव का रहने वाला था। देवेश के बडे़ भाई नंद किशोर प्रसाद ने बताया कि 21 मई को उसकी शादी होने वाली थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही है।भाई ने यह भी बताया कि कल देवेश ने घर वालों से बातचीत भी की थी। उसने बताया था कि कल उसे घर जाना था।
सुसाइड पर फैमिली के लोग कर रहे हैं सवाल खड़े
पुलिस स्टेशन में जिस तरह कांस्टेबल की बॉडी कुर्सी पर पड़ा था परिजन उसपर सवाल खड़े कर रहे हैं। फैमिली को पुलिस स्टेशन में डीजीपी को बुलाने की मांग कर रहे थे।परिजनों की मानें तो जवान की शादी तय थी।घर मे किसी प्रकार का कोई तनाव नहीं था ऐसे में जिस प्रकार उसकी रायफल हाथ में था और वह कुर्सी में बैठा था। वह सुसाइड नहीं मर्डर को दर्शाता है। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग किया है।
कांस्टेबल के भाई का आरोप – साजिश के तहत देवेश की हुई है मर्डर
कांस्टेबल के भाई शिव चरण ने कहा है कि उसके बाई ने सुसाइड नहीं की हैष उसकी मर्डर की गयी है। शनिवार को मेरे भाई का थाना के स्टाफ से झगड़ा हो गया था। रविवार सुबह भाई की गोली मारकर मर्डर कर दी गयी।
डिप्रेशन में था कांस्टेबल
पुलिस सोसेर्ज का कहना है कि सुसाइड करने वाला जवान देवेश प्रसाद पिछले तीन दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था। हालांकि वह किस वजह से डिप्रेशन में था, यह उसने किसी को नहीं बताया था। सुसाइड का कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस सभी कारणों को केंद्रित कर जांच कर रही है।
पुलिस में बढ़ी सुसाइड की घटनाएं
पुलिस डिपार्टमेंट में हाल के दिनों में सुसाइड की घटनाएं बढ़ रही हैं। मानसिक और पारिवारिक तनाव के कारण पुलिसकर्मी सुसाइड कर रहे हैं। स्टेट पुलिस के सीनीयर अफसर लगातार प्रयास में लगे हैं कि पुलिस टीम को टेंशन से मुक्त रखा जाय। बावजूद पर मंथ किसी ना किसी जिले में पुलिसकर्मी सुसाइड कर रहे हैं। पाकुड़ में पिछले आठ नवंबर को सब इंस्पेक्टर रानू कुमार ने अपने घर के कमरे में बंद होकर फांसी लगा ली थी। पिछले 29 अक्टूबर को गिरिडीह में एक कांस्टेबल ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। पिछलेएक वर्ष के दौरान 10 से अधिक पुलिसवालों ने सुसाइड की है। झारखंड पुलिस ने 60 दिनों तक ‘अभियान सम्मान’ चलाया
डीजीपी एमवी राव के आदेश पर स्टेट में कांस्टेबल, हवलदार व चतुर्थवर्गीय पुलिसकर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए ‘अभियान सम्मान’ चलाया गया। डीजीपी के आदेश के अनुसार, कोविड 19 ड्यूटी में झारखंड पुलिस का काम काफी सराहनीय रहा।पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशील होकर उसे सुलझाने की जरूरत है। अभियान छह अलग-अलग चरणों में 20 अगस्त तक चला था।
पुलिसकर्मी ने की सुसाइड
11 मार्च 2020 : दुमका पुलिस लाइन में कांस्टेबल अरुण कुमार सिंह ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली थी।
19 अप्रैल 2020 : जमशेदपुर के गुड़ाबांदा पुलिस स्टेशन के एसआई ने खुद को एके-47 से गोली मार ली।
10 अगस्त 2020 : जमशेदपुर पुलिस लाइन में एएसआइ तरुण पाण्डेय ने अपने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी।
18 अक्टूबर 2020 : गिरिडीह जिले के टाउन पुलिस स्टेशन में एएसआइ विजय तिर्की ने गले में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था।
29 अक्टूबर 2020: गिरिडीह के पचम्बा पुलिस स्टेशन में कांस्टेबल राजीव एक्का ने फांसी लगाकर जान दे दिया था।
आठ नवंबर 2020 : पाकुड़ में सब इंस्पेक्टर रानू कुमार ने फांसी लगाकर सुसाइड किया था।
12 सितंबर 2019 : पटना के गर्दनीबाग में झारखंड पुलिस के देवघर जिले के दो कांस्टेबल ने को ट्रेन के आगे छलांग लगा दी।महिला कांस्टेबल नंदिनी कुमारी की मौके पर ही मौत हो गयी। पुरुष कांस्टेबल सरोज कुमार को गंभीर हालत में पीएमसीएच में एडमिट कराया गया था।
25 अक्टूबर 2019: सरायकेला जिले के दुगनी स्थित सीआरपीएफ 196 बटालियन के कैंप में सीआरपीएफ जवान मोहम्मद सैफुद्दीन अहमद की बॉडी पेड़ से लटका मिला था।