रांची: बीजेपी लीडर की मर्डर केस का खुलासा, PLFI के शूटरों से मनोज मुंडा ने करायी थी मर्डर 

रांची जिला बीजेपीअनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष जीतराम मुंडा की मर्डर ओरमांझी के साहेर गांव में रहने वाले मनोज मुंडा ने करायी थी। मनोज का पीएलएफआई से भी संबंध है। मनोज के कहने पर PLFI शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया था।हालांकि पुलिस अभी मामले में कुछ भी ऑफिसियल पुष्टि नहीं कर रही है। 

रांची: बीजेपी लीडर की मर्डर केस का खुलासा, PLFI के शूटरों से मनोज मुंडा ने करायी थी मर्डर 
जीतराम मुंडा (फाइल फोटो)।

रांची। जिला बीजेपीअनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष जीतराम मुंडा की मर्डर ओरमांझी के साहेर गांव में रहने वाले मनोज मुंडा ने करायी थी। मनोज का पीएलएफआई से भी संबंध है। मनोज के कहने पर PLFI शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया था।हालांकि पुलिस अभी मामले में कुछ भी ऑफिसियल पुष्टि नहीं कर रही है। 

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पुलिस कस्टडी में लिये गये दो संदिग्धों से पूछताछ में यह जानकारी मिली है। यह पता चला है कि मनोज के आग्रह पर जीतराम की मर्डर के लिए पीएलएफआई ने शूटर भेजे थे। पुलिस जांच में पता चला है कि जिस समय जीतराम पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल था, उसी समय से उसकी गतिविधि पर दो क्रिमिनल नजर रखे हुए थे। वह जैसे ही पुतला दहन के बाद निकला और पालू के एक होटल में राजिकशोर के साथ बैठा, इसकी जानकारी शूटरों को दे दी गई। मनोज मुंडा होटल के समीप कार से और शूटर बाइक से पालू में होटल के समीप पहुंचे थे। मनोज उस समय अपनी गाड़ी में ही बैठा रहा। शूटर रोड के दूसरे छोर पर अपने साथी को बाइक के साथ मुस्तैद रखकर होटल पहुंचा। वहां उसने जीतराम के सिर पर निशाना कर गोली चलायी। वापस रोड  पार कर बाइक से रांची की ओर भाग निकला था।

अब पुलिस की टेक्नीकल जांच व अन्य साइंटिफिक विधि से फरार मनोज तक पहुंचने के प्रयास में जुट गई है। हालांकि पुलिस होटल संचालक की संलिप्तता की भी गहराई से छानबीन कर रही है। जीतराम की पत्नी ने मनोज मुंडा और दो अज्ञात के खिलाफ ओरमांझी पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज करायी थी।

पत्नी की मौत मामले में जीतराम पर फंसाने का था संदेह
मनोज मुंडा को जीतराम पर उसकी पत्नी की मर्डर मामले मे फंसाने का संदेह था। मनोज की पत्नी की करंट लगने से मौत हो गई थी। इस मामले में जीतराम को सात साल की कैद हुई थी। उसे शक था कि जीतराम ने ही मामले में उसे फंसाया है। जेल से बाहर निकलने पर उसने जीतराम की मर्डर की नीयत से फायर की थी, लेकिन मिस फायर होने की वजह से उस समय जीतराम बच निकला था। पुलिस के मुताबिक मनोज मुंडा की पत्नी और जीतराम पूर्व परिचित थे। संयोग से उसकी शादी जीतराम के साथ नहीं हुई। इसके बावजूद जीतराम, मनोज की पत्नी के साथ लगातार बातचीत करता रहता था। इसकी भनक मिलने पर मनोज ने कई बार जीतराम को चेताया भी था।