रांची: सीएम का काफिला रोकने का मामला: हाई लेवल कमेटी ने DC, SSP, ट्रैफिक एसपी समेत अन्य अफसरों से पूछताछ
सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोकने के मामले में स्टेट गवर्नमेंट की ओर से गठित दो मेंबर वाली हाई लेवल कमेटी ने शनिवार को रांची के सीनीयर अफसरों से घंटो पूछताछ की।
- पुलिस के सीनीयर अफसरों पर भी गिर सकती है गाज
रांची। सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोकने के मामले में स्टेट गवर्नमेंट की ओर से गठित दो मेंबर वाली हाई लेवल कमेटी ने शनिवार को रांची के सीनीयर अफसरों से घंटो पूछताछ की। कचहरी स्थित कंट्रोल रूम में राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव केके सोन तथा आइजी मानवाधिकार अखिलेश कुमार झा ने एसएसपी, डीसी ,ट्रैफिक एसपी समेत कोतवाली थानेदार, सुखदेव नगर थानेदार से मामले में साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की।
पूछताछ के बाद मीडिया से बातचीत में केके सोन ने कहा कि पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। लगभग 3.30 घंटे तक सभी का पक्ष लिया गया। लोकल लोगों और आम लोगों से भी बातचीत की गई है। मौके पर मौजूद लोगों से भी घटनाक्रम का विवरण लिया गया। कमेटी की जांच जारी है। जल्द ही कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी। तय समय सीमा के अंदर जांच पूरी हो जायेगी।
पुलिस के सीनीयर अफसरों पर भी गिर सकती है गाज
सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोकने के मामले में पुलिस की भूमिका पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस की इंटरनल जांच में भी यह बात सामने आयी है कि सीएम के काफिले के मूवमेंट में तय प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। मामले की जांच के लिए गठित दो सदस्यों की हाई पावर कमेंटी इस मामले में प्राप्त तथ्यों के आधार पर रांची में पोस्टेंड सीनीयर पुलिस अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अनुशंसा कर सकती है।
यह मामला सीधे तौर पर सीएम के सुरक्षित यातायात से जुड़ा है। लिहाजा सभी पहलुओं की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि रांची में सीएम सहित तमाम वीआईपी मूवमेंट को लेकर प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है अथवा नहीं। सीएम के काफिले को एस्कॉर्ट कर रही पुलिस की गाड़ी के प्रदर्शन स्थल तक पहुंचने के पूर्व तक हंगामे की सटीक सूचना चालक दल को नहीं दी गई। यही वजह रहेगी कि रास्ता साफ कराने वाली पुलिस वैन में सवार अफसर की प्रदर्शनकारियों से आमना सामना हो गया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पुलिस के सीनीयर अफसर कौन कहे थानेदार भी मौके पर मौजूद नहीं थे। हाई लेवल कमेटी जिले के सीनीयर की ओर से भेजी गई जॉइंट रिपोर्ट की विवेचना कर रही है।