यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र पर रूस का कब्जा, शहरों में भीषण लड़ाई, मीकोलईव में घुसी रूसी आर्मी
रूसी आर्मी भीषण लड़ाई करते हुए यूक्रेन के शहरों में अपने सैन्य अभियान को आगे बढ़ा रही है। रूसी आर्मी ने ते हुए शुक्रवार को यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र जपोरीजिया पर कब्जा कर लिया है।
कीव। रूसी आर्मी भीषण लड़ाई करते हुए यूक्रेन के शहरों में अपने सैन्य अभियान को आगे बढ़ा रही है। रूसी आर्मी ने ते हुए शुक्रवार को यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र जपोरीजिया पर कब्जा कर लिया है। हमले के दौरान हुई बमबारी से संयंत्र में आग लग गई।
बमबारी से परमाणु संयंत्र में आग लग इससे पूरी वर्ल्ड में सनसनी पैदा हो गई। आनन-फानन में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) और अन्य विशेषज्ञों ने रूस को खतरे से आगाह किया, तब यूक्रेनी फायर बिग्रेड टीम को आग बुझाने की अनुमति मिली। इससे पहले रूस ने यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर कब्जा किया है।
ऐसे में होता महाविनाश
जपोरीजिया संयंत्र से जुड़े अधिकारियों ने बताया है कि आग ट्रेनिंग सेंटर में लगी थी जिसे मुख्य संयंत्र तक पहुंचने से पहले बुझा दिया गया। अगर आग रिएक्टरों तक पहुंच जाती तो यूक्रेन ही नहीं नजदीकी देशों में महाविनाश तय था। आग बुझने के बाद आइएईए ने चैन की सांस ली है और क्षेत्र में विकिरण को सामान्य स्तर पर करार दिया है।
यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र
छह रिएक्टरों वाला यह यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र है जिससे छह हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। इस संयंत्र से यूक्रेन की जरूरत की 20 प्रतिशत बिजली की आपूर्ति होती है। इससे पहले रूसी सेना ने यूक्रेनी सुरक्षा बलों को परास्त कर संयंत्र के प्रशासनिक भवन और नियंत्रण भवन पर कब्जा कर लिया था। यहां की लड़ाई में यूक्रेन के तीन सैनिक मारे गये।
संयंत्र में कामकाज सामान्य
रूस ने कहा है कि संयंत्र में आग यूक्रेन के कर्मियों ने लगाई थी जिसे बुझा लिया गया है। संयंत्र में कामकाज सामान्य तरीके से शुरू हो गया है। इसके अतिरिक्त यूक्रेन में तीन और परमाणु संयंत्र हैं जिनमें निश्चित सीमा तक यूरेनियम का संवर्द्धन कर बिजली का उत्पादन होता है।
ओख्तिरकास का बिजलीघर तबाह
इससे पहले रूसी सेना ने यूक्रेन के बंद पड़े चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर कब्जा किया था। 1986 में इसके दुर्घटना का शिकार होने से तत्कालीन सोवियत देशों और यूरोप में भारी तबाही मची थी। इस संयंत्र में अभी भी रेडियोएक्टिव तत्वों का बड़ा भंडार मौजूद है। रूसी हवाई हमले में ओख्तिरकास का बिजलीघर तबाह होने की खबर है। रूसी सेना ने परमाणु संयंत्रों के अतिरिक्त बंदरगाह वाले शहरों पर भी कब्जे की कोशिश तेज कर दी है।
मारीपोल पर भीषण हमले
रूसी आर्मी हाल में खेरसोन पर कब्जा किया गया है। मारीपोल पर भीषण हमले हो रहे हैं। रूसी आर्मी का भीषण हमलों के साथ राजधानी कीव की ओर बढ़ना जारी है। यूक्रेन के दूसरे बड़े शहर खार्कीव और चार्निहीव में रूसी आर्मी के हमलों से तबाही जारी है। दोनों शहरों में बीते दो दिनों में 100 से ज्यादा लोग मारे गये हैं। आठ दिन से जारी रूसी हमलों में यूक्रेन के हजारों लोग मारे गये और घायल हुए हैं।
अमेरिका ने रूस पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया
अमेरिका ने परमाणु संयंत्रों पर हमला कर मानव जाति को खतरे में डालने के लिए रूस पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया है। यूक्रेन को परमाणु हथियार न बनाने देने के रूस के एलान के परिप्रेक्ष्य में ही रूसी सेना के परमाणु संयंत्रों पर कब्जे के अभियान को देखा जा रहा है।
जेलेंस्की के देश छोड़ने का दावा
बताया जा रहा है किकि रूसी सेना पांच लाख की आबादी वाले मीकोलईव शहर में प्रवेश कर गई है। मीकोलईव यूक्रेन के महानगरों में शुमार है और वहां पर पानी के जहाज बनते हैं।रूसी मीडिया का दावा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की देश छोड़कर पोलैंड चले गए हैं। लेकिन यूक्रेन सरकार ने इस दावे का खंडन किया है।
रूस में विदेशी न्यूज चैनलों पर रोक
10 लाख से ज्यादा लोग भागकर पड़ोसी देशों में पहुंचे हैं। रूस ने अपने देश में कई समाचार एजेंसियों और विदेशी न्यूज चैनलों पर रोक लगा दी है। साथ ही संसद ने प्रस्ताव पारित कर झूठी खबर प्रसारित करने पर 15 साल की सजा का प्रावधान कर दिया है।
रूसी इंटेलिजेंस ने दावा किया है कि नाटो के सदस्य देश यूक्रेन में आतंकी लड़ाके भेज रहे हैं।
रूस के 9,166 सैनिक मारने का दावा
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने युद्ध के दौरान रूसी सेना के 9,166 लोगों को मारने का बड़ा दावा किया है। ट्वीट कर बताया है कि 24 फरवरी से जारी इस युद्ध में अभी तक रूस के 939 हमला करने वाले सैन्य वाहन, हमले में योगदान देने वाले 404 अन्य वाहन, 251 टैंक, 105 तोपें, 60 ईंधन टैंकर, 50 राकेट लांचर, 33 लड़ाकू विमान, 37 अटैक हेलीकाप्टर, 18 एयर डिफेंस सिस्टम, तीन ड्रोन और दो स्पीड बोट नष्ट की गई हैं। इस प्रकार से यूक्रेन में रूस को सैन्य जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। गुरुवार को यूक्रेन में रूसी सेना के मेजर जनरल की मौत हुई थी। पता चला है उनकी गोली लगने से मौत हुई थी।