साहिबगंज महिला थाना प्रभारी एसआइ रूपा तिर्की की मौत मामले की सीबीआइ जांच में तेजी, केस के आइओ बदले
सीबीआइ ने महिला थाना प्रभारी एसआइ रूपा तिर्की मौत मामले की जांच कर रहे आइओ को बदल दिया है। पहले डीएसपी पी गैरोला को इस केस के जांच की जिम्मेदारी दी गई थी। इंस्पेक्टर जीके अंशु और अन्य पदाधिकारी उनकी जांच टीम में शामिल थे। अब इंस्पेक्टर जीके अंशु ही मामले की जांच करेंगे।
साहिबगंज। सीबीआइ ने महिला थाना प्रभारी एसआइ रूपा तिर्की मौत मामले की जांच कर रहे आइओ को बदल दिया है। पहले डीएसपी पी गैरोला को इस केस के जांच की जिम्मेदारी दी गई थी। इंस्पेक्टर जीके अंशु और अन्य पदाधिकारी उनकी जांच टीम में शामिल थे। अब इंस्पेक्टर जीके अंशु ही मामले की जांच करेंगे।
रूपा तिर्की की मौत की जांच कर रही सीबीआइ टीम एक बार फिर मंगलवार को साहिबगंज पहुंची हैदशहरा से पहले टीम यहां से होमवर्क कर वापस लौट गई थी। डीएसपी पी गैरोला पूर्व में सीबीआइ के दिल्ली आफिस में कार्यरत थे। इसी साल उनका ट्रांसफर पटना किया गया था। उन्हें पुन: दिल्ली भेज दिया गया है।
जेल में बंद एसआइ शिव कुमार कनौजिया से चार घंटे तक पूछताछ
साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआई ने बुधवार को मंडल कारा में बंद उसके बैचमेट एशआइ शिव कुमार कनौजिया से चार घंटे तक पूछताछ की। केस के आइओ इंस्पेक्टर जीके अंशु के नेतृत्व में सीबीआई की दो सदस्यीय टीम मंडल कारा पहुंची थी। सीबीआई ने साहिबगंज के विशेष न्यायधीश जिला जज प्रथम के कोर्ट में मंगलवार को आवेदन देकर बोरियो (जिरवाबाड़ी ) थाना कांड संख्या 127/2021 एवं भादवि की धारा 306 के मामले में जेल में बंद शिवकुमार कनौजिया का बयान कलमबंद करने को लेकर आवेदन देने पर कोर्ट ने सीबीआई के आवेदन को मंजूर कर लिया था। सीबीआई ने शिव से जेल ऑफिस में कनौजिया से पूछताछ की।
फ्लैश बैक
साहिबगंज महिला थाना प्रभारी 2018 बैच की एसआइ रूपा तिर्की की बॉडी तीन मई की शाम उसके पुलिस लाइन स्थित क्वार्टर में संदिग्ध अवस्था में फंदे से लटकी मिली थी। रूपा की मौत मामले में पहले यूडी केस (कांड संख्या 9 /21) दर्ज हुआ था। इसके आईओ इंस्पेक्टर राजेश कुमार की जांच रिपोर्ट व SIT की जांच रिपोर्ट के आधार पर एफाआइआर दर्ज की गयी। इसमें सुासइड के लिए उकसाने के आरोप में एसआइ शिव कुमार कनौजिया को आरोपी बनाया गया। पुलिस ने इस मामले में कनौजिया नौ मई को अरेस्ट कर ज्यूडिशियल में जेल भेज दिया था। एसआइ शिव कुमार कनौजिया देवघर जिले के मधुपुर स्थित भेड़वा का रहने वाला है। केस के आइओ साहिबगंज के इंस्पेक्टर शशिभूषण चौधरी ने जांच पूरा करने के बाद बीते तीन जून को ही कोर्ट में एसआइ शिव कुमार कनौजिया के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर दिया।। हालांकि जिला पुलिस के इनविस्टीगेशन में शेष आरोपी के विरुद्ध इन्विस्टीगेशन जारी रखी रही।
हालांकि रूपा तिर्की की मां पद्मावती उर्राइन ने सहेबगंज के एसपी को पत्र लिखकर बताया था कि बेटी की मौत में उसे साजिश लग रही है। मां के अनुसार उसके शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे, गले में दो रस्सी का निशान है, लेकिन पंखे में एक ही रस्सी लटकी हुई थी। साथ ही रूपा के नाक से झाग निकला हुआ था।र जीभ बाहर निकाला हुआ था। सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि सह जेएमएम लीडर पंकज मिश्रा, महिला सब इंस्पेक्टर, मनीषा कुमारी और ज्योत्सना महतो पर आरोप लगाये थे। पुलिस की एसआइटी जांच में तीनों को क्लीचीट देते हुए रूपा की मौत को सुसाइड बताया गया था।
हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ कर रही है जांच
झारखंड हाईकोर्ट के आदेशानुसार, इस केस को CBI ने टेकओवर कर लिया है। सीबीआइ ने राजमहल इंस्पेक्टर राजेश कुमार के बयान पर साहिबगंज के बोरियो पुलिस स्टेशन शिव कुमार कनौजिया के खिसाफ सुसाइड के लिए प्रेरित करने से संबंधित सेक्शन में दर्ज हुई एफआइआर को टेकओवर किया है। हाई कोर्ट में रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव ने याचिका दायर कर यह मांग की थी कि उनकी पुत्री रूपा तिर्की की मर्डर की गई है। उन्होंने पुलिस पर मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाते हुए सीबीआइ से जांच का आग्रह किया था। हाई कोर्ट ने एक सितंबर को ही सीबीआइ को आदेश दिया था कि वे इस केस को टेकओवर करते हुए जांच शुरू करें।
रूपा तिर्की के पिता ने पुलिस की जांच पर उठाया था सवाल
रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव ने अपनी पुत्री की मौत के बाद पुलिस की जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाया था। उन्होंने हाई कोर्ट में रिट दायर कर कहा था कि उनकी पुत्री का जिस परिस्थिति में बॉडी मिला था, वह कहीं से भी सुसाइड जैसा नहीं लगा। उसके शरीर पर भी पांच जख्म के निशान थे। उन्होंने कोर्ट में साहिबगंज में पंकज मिश्रा नामक एक व्यक्ति पर संदेह जताते हुए कहा था कि पंकज मिश्रा की पुलिस के साथ साठ-गांठ है, जिसके चलते झारखंड पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है। उन्होंने रूपा तिर्की की मौत के मामले में पुलिस व पंकज मिश्रा की साठ-गांठ का भी आरोप लगाया था।पुलिस ने जांच में पंकज मिश्रा को क्लिन चिट दे दिया। रूपा तिर्की के बैचमेट शिव कुमार कनौजिया को एफआइआर में नेम्ड एक्युज्ड व रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव को नन एफआइआर एक्युज्ड बना दिया।