साहिबगंज:बीजेपी लीडर को अरेस्ट करने गयी पुलिस टीम पर हमला, बरहड़वा एसडीपीओ की पिटाई, 28 राउंड गोली और 50 हजार रुपये लूटे
बीजेपी लीडर सूर्या हासंदा को अरेस्ट कर लौट पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। भीड़ ने एसडीपीओ पीके मिश्रा की जमकर पिटाई की। उनका सिर फट गया। सिर में आठ टांके लगे हैं।
- हमले में एसडीपीओ का बलेरो डैमेज
साहिबगंज। बीजेपी लीडर सूर्या हासंदा को अरेस्ट कर लौट पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। भीड़ ने एसडीपीओ पीके मिश्रा की जमकर पिटाई की। उनका सिर फट गया। उनके सिर में आठ टांके लगे हैं।
हमले में एसडीपीओ के ड्राइवर पिंटू का भी हाथ टूट गया है। दो बॉडीगार्ड भी घायल हुए हैं। लोगों ने भीड़ एसडीपीओ की बैग भी लूट ले गयी। बैंग में 28 गोली और 50 हजार रुपये थे। पुलिस पर भीड़ के हमले के बाद कस्टडी से बीजेपी लीडर भाग निकले। एसडीपीओ के कंपलेन पर इस मामले में पुलिस ने बोरिया पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज की गयी है।
एसडीपीओ ने बॉडीगार्ड को फायरिंग करने से रोका
बरहड़वा एसडीपीओ पीके मिश्रा बोरियो पुलिस स्टेशन एरिया के मोतीपहाड़ी से भाजपा नेता सूर्या हांसदा को अरेस्ट कर लौट रहे थे। रास्ता भटक जाने की वजह से भीड़ में फंस गये। लोगों ने पथराव शुरु कर दिया। भीड़ के हमले के दौरान अंतत: आरोपित को छोड़ना पड़ा। भीड़ ने एसडीपीओ की बलेरो को डैमेज कर उसमें रखे एक बैग भी ले लिया। बैग में नौ एमएम पिस्टल के 28 कारतूस, नकद 50 हजार रुपया, ब्लू टूथ आदि सामान था। उग्र भीड़ ने एसडीपीओ का मोबाइल लेकर तोड़ दिया। पथराव में एसडीपीओ का सिर फूट गया। बॉडीगार्ड बचाव में फायरिंग करना चाहते थे लेकिन भीड़ को देखते हुए एसडीपीओ ने इसकी अनुमति नहीं दी।
गोड्डा पुलिस को सहयोग करने गए थे एसडीपीओ
गोड्डा पुलिस जिले की ठाकुरगंगटी पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले में सूर्या हांसदा को अरेस्ट करने आयी थी। गोड्डा पुलिस की सहायता के लिए एसडीपीओ पीके मिश्रा के नेतृत्व में यहां की पुलिस टीम गई थी। सूर्या हांसदा को पुलिस की घेरेबंदी की सूचना मिल गई थी जिसके बाद वह बाइक से निकल रहा था तभी पुलिस कर्मियों ने उसे दबोच लिया। जहां पर सूर्या हांसदा की पकड़ा गया वहां मेला लगा हुआ था। हांसदा को ही मेले का उद्घाटन करना था। पुलिस उसे बोलेरो में बैठाकर लगभग ढाई किलोमीटर आगे बढ़ गयी। इसी बीच मेले में लगे लाउडस्पीकर से किसी ने सूर्या हांसदा को किडनैप करने की अफवाह उड़ा दी। इसके बाद ग्रामीणों ने पीछे से पुलिस गाड़ी को खदेड़ना शुरू किया। आगे रास्ता न होने की वजह से पुलिस को गाड़ी रोकनी पड़ी। भीड़ ने पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की और सूर्या हांसदा को छुड़ा लिया।