सीतामढ़ी: मेजरगंज एनकाउंटर स्थल से नहीं मिला एक भी खोखा, आइजी ने थानाध्यक्ष से पूछा- अंधाधुंध फायरिंग हुई तो खोखा कहां गया?
सीतामढ़ी मेजरगंज के कुंवारी मदन गांव में शराब तस्करों की गोलीबारी में एशआइ दिनेश राम की शहादत व चौकीदार लालबाबू पासवान के गोली लगने की घटना की तिरहुत जोन के आइजी गणेश कुमार ने जांच की। आइजी गुरुवार को कुंवारी मदन गांव में पहुंचते ही थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद को कड़ी फटकार लगाई।
- आईजी ने मेजरगंज के कुंवारी मदन गांव में शराब तस्करों की फायरिंग की जांच की
सीतामढ़ी। मेजरगंज के कुंवारी मदन गांव में शराब तस्करों की गोलीबारी में एशआइ दिनेश राम की शहादत व चौकीदार लालबाबू पासवान के गोली लगने की घटना की तिरहुत जोन के आइजी गणेश कुमार ने जांच की।आइजी गुरुवार को कुंवारी मदन गांव में पहुंचते ही थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद को कड़ी फटकार लगाई।
आईजी थानाध्यक्ष से पूछा कि बदमाशों की फायरिंग में हमारे एक पुलिस अफसर शहीद हो गये। एक चौकीदार को भी कई गोलियां लगीं। बावजूद, घटनास्थल से एक भी खोखा बरामद नहीं हो सका। मौके पर एसपी अनिल कुमार भी मौजूद थे। आइजी ने सभीअफसरों से यह सवाल किया कि इतनी बड़ी घटना के बाद आखिर वे बदमाश खोखा चुनने में व्यस्त रहे या जमीन निगल गई।
एसडीपीओ के पहुंचने के बाद मिला खा 9एमएम पिस्टल का एक जिंदा कारतूस
हलांकि एसडीपीओ सदर रमाकांत उपाध्याय के पहुंचने के बाद 9एमएम पिस्टल का एक जिंदा कारतूस ही बरामद हो पाया था। आइजी ने गांव के कई लोगों से कल की घटना के बारे में सच्चाई जानने की कोशिश की। आईजी ने गांव से एक किलोमीटर की दूरी पर घटनास्थल मुआयना किया जहां से एक अपराधी रंजन सिंह गोलीबारी में मारा गया था। पुलिस को इस क्रिमिनल की मर्डर के बारे में भी कोई ठोस दलील नहीं है। पुलिस जवाबी कार्रवाई की बात से ही इनकार करती है। जब पुलिस ने उन लोगों ने गोलियां चलाई ही नहीं तो पुलिस की गोली से इस क्रिमिनल की मौत की बात कैसे कही जा सकती है। पुलिस का कहना है कि क्रिमिनलों के बीच से ही किसी ने इसको मार गिराया हो।
गांव वालों ने थानाध्यक्ष के रवैये पर ही सवाल उठाया
आइजी की पूछताछ में गांव वालों ने थानाध्यक्ष के रवैये पर ही सवाल उठाया। इसपर आइजी ने थानाध्यक्ष से पूछा कि जब घटना हुई तब आप कहां थे। थानाध्यक्ष ने कहा कि एसाइ दिनेश राम के नेतृत्व में पुलिस टीम रेड करने पहुंची थी। उनको गोली लगने की सूचना मिलने पर वह खुद पहुंचे। इसपर भी सवाल उठाया गया कि यह जानते हुए कि क्रिमिनलों का उस गांव के एक घर में जमावड़ा लगा है। ये बात उस इलाके के चौकीदार से ही थानाध्यक्ष को पता चली तो आखिर वे खुद भी क्यों नहीं पहुंचे।
गांव के दफादार चंदेश्वर सिंह के पुत्र मिंटु सिंह ने भी आइजी को सारी कहानी बताई। मिंटू घटना का चश्मदीद बताया जाता है। सुधा देवी जिसके घर में मौजूद क्रिमिनलों ने फायरिंग की उसके पड़ोस में रहने वाली एक महिला किरण देवी से भी आइजी ने जानकारी ली। इसके बाद आईजी ने एसपी अनिल कुमार व अन्य पुलिस अफसरों से भी क्रास सवाल किया।