पटना के मासूम आयांश के इलाज के लिए 16 करोड़ जुटाने में जुटे तेज प्रताप; PM मोदी व CM नीतीश से मांगी मदद
बिहार के एक्स सीएम लालू व राबड़ी के बड़े बटे एमएलए तेज प्रताप यादव दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त पटना के आयांश के लिए धन जुटाने में लगे हैं। उन्होंने लोगों से मदद की अपील की है।
पटना। बिहार के एक्स सीएम लालू व राबड़ी के बड़े बटे एमएलए तेज प्रताप यादव दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त पटना के आयांश के लिए धन जुटाने में लगे हैं। उन्होंने लोगों से मदद की अपील की है।
तेज प्रताप ने आयांश की मदद के लिए आरजेडी ऑफिस में एक बॉक्स भी लगाया गया है। तेज प्रताप ने मासूम आयांश के घर जाकर उसका हाल भी जाना। तेज प्रताप यादव ने कहा कि जब भारत व चीन के बीच युद्ध हुआ था, तब यज्ञ किया गया था। उसका असर पड़ा था। इस मामले में भी यज्ञ का भी असर पड़ेगा। उन्हों ने पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम नीतीश कुमार से आयांश की मदद में आगे आने की अपील की।
किया आर्थिक मदद, दिया आश्वासन
तेज प्रताप यादव ने आयांश के घर जाकर उसके परिवार से मुलाकत कर ढ़ाढ़स बंधाया है। उन्होंआने इलाज के लिए उसके माता-पिता को आर्थिक मदद दी। इलाज में हर संभव मदद देने का आश्वारसन दिया। इस दौरान उन्होंाने मासूम को गोद में भी लिया।
शेयर किया बैंक अकाउंट का डिटेल
तेज प्रताप ने देशवासियों से प्रार्थना की है कि बिहार के बेटे आयांश को जितना संभव हो, सहायता राशि प्रदान करें। तेज प्रताप ने इसके लिए आयांश के बैंक अकाउंट का डिटेल भी शेयर किया है।
मामले में नहीं होनी चाहिए प़लिटिक्स
आयांश की फैमिली से मिलने के बाद तेज प्रताप ने कहा कि इस मामले में पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए। उन्होंरने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, इसलिए सीएम नीतीश कुमार व पीएम नरेंद्र मोदी को आयांश की इलाज में सहायता करनी चाहिए। सभी दलों को मिलकर बच्चेल की जान बचानी चाहिए। तेज प्रताप यादव ने कहा कि जब भारत और चीन में युद्ध हुआ था, तब यज्ञ हुआ था। उससे युद्ध रुका था। उसका असर पड़ा था।यज्ञ का असर पड़ता है।
आयांश को इलाज के लिए 16 करोड़ का इंजेक्शन की जरुरत
पटना का मासूम आयांश स्पाइनल मस्कुलर एस्ट्राफी नामक दुर्लभ व गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। उसके इलाज के लिए जो इंजेक्शन की जरुरत है उसकी कीमत 16 करोड़ रुपये से अधिक है। आयांश के माता-पिता बच्चेी के इलाज के लिए इतनी बड़ी रकम जुटा पाने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे में उनकी मदद के लिए कई हाथ बढ़े हैं, लेकिन पर्याप्त धन अभी तक नहीं जुट सका है।