धनबाद: सीता सोरेन का आरोप, मैनेजमेंट की लापरवाही का परिणाम है खुदिया कोलियरी की घटना,पांचवें दिन भी पता नहीं चला लापता दोनों मजदूरों का

जेएमएम की जामा एमएलए सीता सोरेन ने इलीएल की खुदिया कोलियरी एमएस सीम की घटना के लिए मैनेजमेंट को जिम्मवार ठहराया है। माइंस पानी भरने के कारण लापता हुए बासिया माझी व माणिक बाउरी का शनिवार पांचवे दिन भी पता नहीं चला है। 

धनबाद: सीता सोरेन का आरोप, मैनेजमेंट की लापरवाही का परिणाम है खुदिया कोलियरी की घटना,पांचवें दिन भी पता नहीं चला लापता दोनों मजदूरों का

धनबाद। जेएमएम की जामा एमएलए सीता सोरेन ने इलीएल की खुदिया कोलियरी एमएस सीम की घटना के लिए मैनेजमेंट को जिम्मवार ठहराया है। माइंस पानी भरने के कारण लापता हुए बासिया माझी व माणिक बाउरी का शनिवार पांचवे दिन भी पता नहीं चला है। 
एमएलए सीता सोरेन शनिवार की शाम दोनों मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की। एमएलए ने  मुगमा एरिया के एजीएम अजय शर्मा से मिलकर पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने मैनेजमेंट को युद्ध स्तर पर बचाव व राहत कार्य चलाने का निर्देश दिया। जल्द से जल्द लापता कर्मियों को खदान से निकालने को कहा। सीता सोरेन ने कहा कि मैनेजमेंट की लापरवाही से यह घटना घटी है। जब 27 नवंबर को खुदिया कोलियरी की बीपी सिम में पानी भर गया था तो फिर किस आधार पर बगैर माइनिग सरदार व ओवरमैन के मजदूरों को खदान में भेजा गया। मैनमेंजट सिर्फ कोल प्रोडक्शन  पर अपना ध्यान केंद्रित किए हुए है। सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है।

उन्होंने कहा कि इस संबंध में मैंने डीसी से भी बात की है। उन्होंने भी आश्वासन दिया है कि जिला प्रशासन इस मामले पर नजर रखे हुए है। दोषियों पर कार्रवाई होगी। यहां आने के बाद पता चला कि बसिया मांझी एक पैर से दिव्यांग था। इसके बावजूद उसे माइंस में भेजा गया। एमएलए के साथ झामुमो के जिला अध्यक्ष रमेश टुडू, महादेव हांसदा, लखी सोरेन, बिरसिंहपुर पंचायत की मुखिया पुष्पा कुमारी, कांग्रेसी नेता अर्जुन भुइयां आदि उपस्थित थे। सीएम के प्रतिनिधि के रूप में टुंडी एमएलए मथुरा प्रसाद महतो खुदिया कोलियरी पहुंचे।उन्होंने जीएम विभाष चंद्र सिंह व एजीएम एके शर्मा से मिलकर राहत व बचाव कार्य की जानकारी ली।  लापता दोनों मजदूरों के परिजनों से भी मुलाकात कर उन्हें ढाढ़स बंधाया.
प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम: मथुरा
एमएलए मथुरा प्रसाद महतो ने कहा है कि खुदिया कोलियरी की घटना दुखद है।  पांच दिन हो जाने के बाद भी माइंस में लापता दोनों मजदूरों का पता नहीं लग पाना दुर्भाग्यपूर्ण है। यहघटना कहीं न कहीं प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम है।  इसकी जांच कर दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सीएम के आदेश पर स्थिति की जानकारी लेने आया हूं।