यूपी: अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन पांच अगस्त को, पीएम नरेंद्र मोदी मोदी करेंगे शिरकत, तीन दिन का अनुष्ठान शुरू
अयोध्या में रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए तीन दिवसीय भूमि पूजन का अनुष्ठान सोमवार से शुरु हो गया। मुख्य पूजन पांच अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी निर्धारित शुभ मुहूर्त में करेंगे। यह मुहूर्त 32 सेकंड का है जो मध्याह्न12 बजकर 44 मिनट आठ सेकंड से 12 बजकर 44 मिनट 40 सेकंड के बीच है।
- कार्यक्रम में 175 आमंत्रित अतिथि ही शामिल होंगे
- पीएम के साथ मंच पर होंगे चार लोग
- आडवाणी, मुरली मनोहर वर्चुअल रुप मौजूद रहेंगे
- इकबाल अंसारी को न्योता
- भूमि पूजन का निमंत्रण कार्ड में पीएम मोदी व मोहन भागवत का नाम
लखनऊ। अयोध्या में रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए तीन दिवसीय भूमि पूजन का अनुष्ठान सोमवार से शुरु हो गया। मुख्य पूजन पांच अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी निर्धारित शुभ मुहूर्त में करेंगे। यह मुहूर्त 32 सेकंड का है जो मध्याह्न12 बजकर 44 मिनट आठ सेकंड से 12 बजकर 44 मिनट 40 सेकंड के बीच है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज अयोध्या का दौरा किया।
कार्यक्रम में 175 आमंत्रित अतिथि ही शामिल होंगे
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कारसेवकपुरम में प्रेस कांफ्रेस में बताया कि भूमि पूजन कार्यक्रम में कुल 175 आमंत्रित अतिथि ही शामिल होंगे। 135 विशिष्ट साधु-संतों के अलावा अन्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के लिए आमंत्रण पत्र ही प्रवेश पास है। इस पर सुरक्षा के लिए बार कोड लगाया गया है, जो एक बार ही उपयोग में आयेगा। ऐसे में यदि कोई बाहर निकला तो दोबारा प्रवेश नहीं कर पायेगा। आमंत्रित अतिथि कार्यक्रम में मोबाइल-कैमरा आदि नहीं ले जा सकेंगे।
पीएम के साथ मंच पर होंगे चार लोग
श्री राय ने बताया कि मोदी रामलला के दर्शन के बाद पूजन में शामिल होंगे। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामजन्मभूमि में रामलला के दर्शन के बाद भूमि पूजन में शामिल होंगे। वे नौ प्रस्तर खंड का भी पूजन करेंगे। इस मौके पर पीएम रामलला पर एक डाक टिकट भी जारी करेंगे।
आडवाणी, मुरली मनोहर वर्चुअल रुप मौजूद रहेंगे
पीएम के साथ मंच पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत, यूपी के गवर्नर आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मौजूद रहेंगे। बीजेपी के सीनीयर लीडर लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी से वर्चुअल तौर पर मौजूद रहने का आग्रह किया गया है।
इकबाल अंसारी को न्योता
बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे इकबाल अंसारी और पद्मश्री समाजसेवी मोहम्मद शरीफ को भी भूमि पूजन समारोह का न्योता दिया गया है।
दिल्ली में 11 लाख दीये जलेंगे
राम जन्मभूमि पूजन समारोह को यादगार बनाने के लिए राजधानी दिल्ली में बुधवार को 11 लाख दीप जलाए जायेंगे।
हनुमानगढ़ी में योगी ने पूजा की
यूपी सीएम योगी ने कहा है कि लोग चार और पांच अगस्त को दीये जलाएं, मंदिरों को सजाएं, दीपोत्सव मनाएं और रामायण का पाठ करते हुए उन लोगों को याद करें जिन्होंने मंदिर के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि परिसर में भूमि पूजन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने रामलला के दर्शन किए। इस दौरान वे हनुमानगढ़ी भी गये। यहां पूजा-अर्चना और आरती की। सीएम ने इस दौरान राम की पैड़ी पर कराये गये कार्यों का भी जायजा लिया।
श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन गौरवशाली व एतिहासिक क्षण
सीएम ने श्रीराम जन्मभूमि परिसर के साथ हनुमानगढ़ी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त का दिन हमारे लिए काफी गौरवशाली व एतिहासिक है। इसके महत्व को समझते हुए, यहां अयोध्या में कार्यों का अवलोकन करने के लिए मैं स्वयं आया हूं। अयोध्या के साथ-साथ देश और दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा जब प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में लगभग 500 वर्षों की इस परीक्षा के परिणाम के साथ भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखेंगे। यहां पर कहीं भी कोई कोताही न बरती जाए, हम लोगों ने इसके लिए पूरी तत्परता के साथ तैयारी की है। प्रशासन का मुख्य फोकस कोविड-19 के प्रोटोकॉल को मजबूती से लागू करने पर है। इससे पहले उन्होंने अयोध्या का हवाई सर्वेक्षण किया। इस हवाई सर्वेक्षण के बाद वह साकेत डिग्री कॉलेज में बने हेलीपैड पर हेलिकाप्टर से उतरे।
भूमि पूजन का निमंत्रण कार्ड में पीएम मोदी व मोहन भागवत का नाम
अयोध्या राम मंदिर के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम के दो दिन पहले सोमवार को भगवा रंग का एक निमंत्रण कार्ड का अनावरण किया गया। इस निमंत्रण कार्ड में पीएम मोदी के अलावा केवल तीन लोगों का नाम है। भूमि पूजन कार्यक्रम के निमंत्रण कार्ड में पीएम मोदी अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, गवर्नर आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यानाथ का नाम दिखाई दे रहा है। निमंत्रण कार्ड में इन नामों के अलावा भगवान राम की फोटो भी है। कोविड संकट के चलते इस कार्यक्रम में सिमित संख्या में ही लोग बुलाये जा रहे हैं। पीएम मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में पौने तीन घंटे रुकेंगे।
पीएम के संभावित कार्यक्रम के मुताबिक वह पांच अगस्त को स्पेशल विमान से सुबह 10:35 पर लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से वह हेलीकॉप्टर से केएस साकेत पीजी कालेज ग्रांउड (अयोध्या) पहुंचेंगे। साकेत पीजी कालेज से वह सीधे हनुमानगढ़ी जायेंगे। वहां से वह 12 बजे श्रीराम जन्मभूमि जायेंगे। वहां वह पूजा व रामलला विराजमान के दर्शन करेंगे। यहां पर वह पारिजात का पौधा रोपेंगे।इसके बाद पीएम मोदी भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद वह सार्वजनिक सभा कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद वह अयोध्या से पहले लखनऊ जायेंगे और सवा तीन बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे।
पूर्ण हो रही कई शताब्दियों की प्रतीक्षा: योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ श्रीराम मंदिर के शिलान्यास की तैयारियों का अयोध्या में जायजा लिया। उन्होंने कई चौपाइयां और श्लोक ट्वीट कर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट में लिखा कि अवधपुरी में श्रीराम मंदिर की स्थापना के लिए दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज और पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज आजीवन समर्पित रहे। आज जबकि यह स्वप्न साकार हो रहा है तो हुतात्माद्वय को असीम संतोष की अनुभूति हो रही होगी।
अवधपुरी प्रभु आवत जानी।
भई सकल सोभा कै खानी।।
योगी ने कहा कि कई शताब्दियों की प्रतीक्षा अब पूर्ण हो रही है। व्रत फलित हो रहे हैं, संकल्प सिद्ध हो रहा है। सभी श्रद्धालु घर पर दीप जलाएं। श्रीरामचरितमानस का पाठ करें। प्रभु श्री राम का आशीष सभी जनों को प्राप्त होगा। एक ट्वीट में सीएम योगी ने संस्कृत भाषा की महिमा बखान करते हुए लिखा- संस्कृतं भारतस्य आत्मा। एषा भाषा न केवलं भारतीय-भाषाणां पोषिका अपितु अस्माकं संस्कृते: सभ्यताया: मार्ग-दर्शिका मानवीय-मूल्यानाम् आदर्शाणाम् सुसंस्काराणां संदर्शिका अथ च अपूर्वस्य ज्ञान-विज्ञानस्य संधानिका वर्तते। शुभस्य संस्कृत-दिवसस्य शुभाशया:। जयतु संस्कृतं जयतु भारतम्!
एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- जय राम सदा सुख धाम हरे। रघुनायक सायक चाप धरे।। भव बारन दारन सिंह प्रभो। गुन सागर नागर नाथ बिभो।।
भूमिपूजन को लेकर उत्साहित मुख्यमंत्री के शब्द थे- अयोध्या में श्रीरामलला विराजमान के दर्शन कर लोकमंगल के लिए प्रार्थना की। प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से सभी श्रद्धालुओं के दैहिक, दैविक और भौतिक तापों का अंत होगा। जय सिया राम! फिर चौपाई लिखी-
बंदउं अवध पुरी अति पावनि।
सरजू सरि कलि कलुष नसावनि।।
धर्मनगरी अयोध्या में आज मां सरयू का दर्शन-पूजन कर शाश्वत सनातन संस्कृति के उत्कर्ष हेतु आशीर्वाद मांगा। पुण्यसलिला मां सरयू सभी को अपनी कृपा से अभिसिंचित रखें। सरयू मइया की जय! उन्होंने ट्वीट के जरिए यह भी बताया कि भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया, विक्रम संवत 2077 यानी पांच अगस्त, 2020 को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री राम मंदिर का भूमिपूजन होगा। इसके लिए धर्मनगरी अयोध्या में हो रही तैयारियों की स्थलीय समीक्षा की।
100 नदियों का जल भूमि पूजन के लिए आया हैश्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में बताया गया है कि देश के लगभग 2000 पावन तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का पावन जल श्रीरामभक्तों द्वारा भूमि पूजन के निमित्त भेजा गया है। देश भर से पूज्य शंकराचार्यों और पूजनीय सन्तों ने अपने प्रेम और श्रद्धा स्वरूप विभिन्न भेंट भेजी हैं।
'अयोध्या जैसी भव्यता पूरे देश में दिखे'
एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि हम सभी रामभक्तों से आह्वान करते हैं कि इस अवसर पर जैसा दिव्य वातावरण अयोध्या में दिख रहा है, वैसा ही देश के सभी नगरों और ग्रामों में दिखना चाहिए। भजन, कीर्तन, प्रसाद वितरण के कार्यक्रम सब स्थानों पर कोरोना महामारी की सावधानियां बरतते हुए आयोजित करने का हम करबद्ध निवेदन करते
सॉलिड स्टोन की नौ शिलाओं का आज पूजन, नींव के नीचे होंगी स्थापित
पूजन कार्यक्रम आज यानी सोमवार से शुरु हो गया है। भूमि पूजन कार्यक्रम को वाराणसी के साथ प्रयागराज व अयोध्या के पंडित करा रहे हैं। यह पूजन कार्यक्रम पांच अगस्त तक चलेगा। मंदिर के भूमि पूजन का काम शुरू हो गया है। इससे पहले पंडित कल्किराम ने रामलला के अर्चक को पोशाक के चार सेट के साथ ध्वजा भी सौंपे हैं।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए आज से भूमि पूजन की प्रक्रिया सुबह से शुरू हो गई है। इसके तहत गौरी-गणेश की अराधना के साथ 21 पुरोहित अन्य पूजन सम्पन्न करा रहे हैं। आज सॉलिड स्टोन की नौ शिला का पूजन किया गया। मंदिर का नक्शा पास होने के बाद जहां पर रामलला विराजमान हों, वहां की नींव के नीचे इन नौ शिलाओं की स्थापना होगी।
21 पुरोहितों ने अनुष्ठान की शुरुआत की
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या की पांच अगस्त को राम मंदिर की आधारशिला रखी जानी है। इस क्षण को उत्सव के रूप में मनाने के लिए अयोध्या में भव्य तैयारी की गई है। तीन दिन तक चलने वाला श्रीराम मंदिर भूमि पूजन का अनुष्ठान आज यानी सोमवार से शुरू हो गया है। गौरी गणेश पूजन के साथ श्री राम जन्मभूमि में अनुष्ठान आज से शुरू हो गया है। सोमवार से 21 पुरोहितों ने यहां पर गौरी गणेश का आह्वान कर राम मंदिर भूमि पूजन के अनुष्ठान की शुरुआत कर दी है। श्रीराम मंदिर निर्माण का पूजन उत्सव रामनगरी अयोध्या में शुरू है। मंदिर निर्माण का भूमि पूजन के साथ ही आधारशिला रखने का कार्यक्रम पांच अगस्त को होगा। उससे पहले 3 अगस्त से ही पूजन उत्सव का शुभारंभ हो चुका है। हिंदू परंपरा के मुताबिक ही पूजन उत्सव का आरंभ सबसे पहले गणपति की स्तुति से हुआ है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव जी महाराज ने गणेश स्तुति के माध्यम से पूजन उत्सव की शुरुआत की। आज से अगले दो दिन तक अयोध्या पूरी तरह से राममय रहेगी। कोरोना संक्रमण की वजह से यहां भव्य आयोजन और पूजन उत्सव में रामभक्तों की सहभागिता उतनी नहीं हो पाई, जैसी आम दिनों में होती। सभी रामभक्त अपने घरों में ही इस आयोजन से जुड़े अनुष्ठान कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को जब राम मंदिर की आधारशिला रख रहे होंगे, तब रामलला पंडित कल्किराम की ओर से भेंट की गयी पोशाक धारण किये होंगे। पंडित कल्किराम ने रामलला के प्रधान अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास को रामलला के लिए चार सेट पोशाक सौंपी। रामलला इसमें से सफेद पोशाक सोमवार को, लाल पोशाक मंगलवार को तथा नव रत्नों से युक्त हरी पोशाक बुधवार को ऐन भूमिपूजन के दिन तथा पीली पोशाक गुरुवार को धारण करेंगे। पोशाक के प्रत्येक सेट के साथ रामलला सहित भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न, हनुमान जी एवं लड्डूगोपाल के विग्रह की पोशाक, आगे एवं पीछे का पर्दा तथा बिछावन शामिल है। पोशाक के साथ धर्मध्वज एवं विजय पताका के भी सात सेट दिये।
कल्किराम दो वर्ष से रामलला को पोशाक अर्पित कर रहे हैं। पंडित कल्किराम, रामलला, प्रधानमंत्री और मुख्य अर्चक के बीच रोचक समीकरण है। जनवरी 2014 में नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री भी नहीं हुए थे, तब पं. कल्किराम ने उनकी सफलता के लिए सतत अनुष्ठान किया। प्रत्येक अनुष्ठान की पूर्णाहुति पर रामलला के लिए मुख्य अर्चक को ध्वज सौंपते रहे हैं। रामादल के अध्यक्ष पं. कल्किराम पीएम मोदी के लिए छह वर्षों से अनुष्ठान करते आ रहे हैं। कल्किराम ने भूमिपूजन और पीएम के आगमन के ऐतिहासिक क्षण को यादगार बनाने के लिए अयोध्या के सभी शिवालयों और सरयू के घाटों को देशी घी के दीपों से सज्जित करने की तैयारी भी कर रखी है।
1.25 लाख बार शंखनाद का संकल्प
अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन से पहले शंखनाद हो रहा है। हैदराबाद से अयोध्या पहुंचे श्रीवल्लभ शंख का प्रण है कि वो भूमिपूजन से पहले 11 हजार बार शंखनाद करेंगे। राम मंदिर निर्माण से पहले देशभर में घूम-घूमकर 1.25 लाख बार शंखनाद करेंगे।
दीपावली की भी तैयारी
राममंदिर के भूमि पूजन के मद्देनजर अयोध्या में दीपावली मनाने के लिए रामनगरी में चार व पांच अगस्त को दीप प्रज्वलन कार्यक्रम प्रस्तावित है। दीपावली मनाने के लिए पर्यटन विभाग की तरफ से मिट्टी की दीये, सरसो का तेल आदि की आपूर्ति शुरू है। लाइटिंग कार्य शुरू हो गया है।हाईवे पुल, रेल पुल व नयाघाट पुल रंग-बिरंगी लाइटिंग से सजाया जा रहा है। ट्रेन व हाईव से गुजरने वालों को भूमि पूजन के उपलक्ष्य में रामनगरी के दीपावली मनाने का अहसास कराना है। दीप प्रज्वलन के लिए रामनगरी में करीब 30 स्थानों को चिह्नित किए गए है। करीब 135 टीन सरसों का तेल, करीब दो लाख रुई की बत्ती, एक लाख से ज्यादा मिट्टी के दीये के अलावा सात हजार से ज्यादा मोमबत्ती के पैकट का वितरण शुरू है। रामनगरी में राममंदिर निर्माण के भूमि पूजन के उल्लास में दीपावली जैसे माहौल की तैयारी है।
पीएम मोदी को भेंट की जायेगी भगवान राम की कोदंड प्रतिमा
अयोध्या में भूमि पूजन तथा शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लकड़ी की बनी कोदंड राम की दुर्लभ डेढ़ फुट की और एक फुट की लव-कुश की प्रतिमा भेंट की जाएगी। भगवान श्रीराम के धनुष को कोदंड के रूप में जाना जाता है।
मोरारी बापू की अपील पर अयोध्या में राम मंदिर के लिए 18.61 करोड़ का मिला दान
राम कथा वाचक संत मोरारी बापू की अपील पर राम मंदिर के लिए एकत्र 18.61 करोड़ रुपये की सहयोग राशि में विदेशों में रहने वाले भारतीयों ने सात करोड़ से भी अधिक का योगदान दिया है। बापू की कथा के नियमित श्रोता राज कौशिक ने बताया कि गुजरात में बापू के गांव तलगाजरडा के पिठोरिया हनुमान मंदिर में चली ऑनलाइन राम कथा में बापू ने पांच दिन पहले तुलसी जयंती के दिन अपने श्रोताओं से अपील की थी कि वो राम मंदिर निर्माण में सेवा के लिए पांच करोड़ रुपये देना चाहते हैं।
उन्होंने अपने चित्रकूट धाम ट्रस्ट की तरफ से पांच लाख रुपये देने की घोषणा भी की। बापू की अपील पर उनके हजारों श्रोताओं ने साढ़े तीन गुना से भी अधिक राशि शनिवार शाम तक जमा करा दी। भारत के रामभक्तों की तरफ से 11.31 करोड़ की धनराशि अतुल चंद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट, राजकोट के बैंक अकाउंट में जमा हुई है। यूके और यूरोप की धनराशि पावन और अमेरिका व कनाडा की नरेश भाई के पास जमा हुई है। रविवार सुबह कथा के विराम दिवस पर मोरारी बापू ने ये जानकारी देते हुए ट्रस्ट के लोगों से कहा कि भारत के कथा श्रोताओं के 11 करोड़ 30 लाख रुपये पांच अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन किये जाने से पहले राम मंदिर ट्रस्ट के अकाउंट में जमा करा दिए जाएं। विदेशों की धनराशि कुछ कानूनी औपचारिकता पूरी होने के बाद ट्रस्ट को दे दी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि दो साल पहले अयोध्या में मोरारी बापू ने गणिकाओं के लिए राम कथा मानस गणिका की थी। उसमें मुंबई और दिल्ली समेत कई शहरों की गणिकाओं को अपनी बेटियां बताते हुए बापू ने रामकथा गाई थी। उस कथा में बापू ने कहा था कि वो आध्यात्मिक रूप से रा और म नाम की दो ईंट राम मंदिर के शिलान्यास के रूप में रख रहे हैं। बापू ने प्रसन्नता व्यक्त की कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिलान्यास करने जा रहे हैं।