यूपी: सीएम योगी आदित्यनाथ ने Hathras Case के पीड़ित फैमिली से की बात, 25 लाख रुपये मुआवजा, घर व नौकरी मिलेगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के पीड़ित फैमिली से वीडीओ कांफ्रेसिंग से बात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। सीएम ने फैमिली को 25 लाख रुपये मुआवजा, एक सरकारी नौकरी और शहर में घर देने का एलान कियाहै।
- हैवानियत की शिकार युवती के पिता से सीएम ने वीडियो कांफ्रेसिंग से बात की
- सीएम से दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के हाथरस की हैवानित की घटना से चौतरफा विरोध झेल रही स्टेट गवर्नमेंट बुधवार को हरकत में आ गयी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के साथ ही पीड़ित परिवार को न्याय और मदद की जिम्मेदारी अपने हाथ में ली है। सीएम ने पीड़ित फैमिली से वीडीओ कांफ्रेसिंग से बात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। सीएम ने फैमिली को 25 लाख रुपये मुआवजा, एक सरकारी नौकरी और शहर में घर देने का एलान कियाहै।
युवती के पिता ने सीएम योगी से दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया। योगी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि आरोपितों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। गवर्नमेंट पीड़ित परिवार की हर संभव मदद भी करेगी। पीड़ित परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी दी जायेगी। साथ ही सूडा योजना के तहत हाथरस शहर में एक घर दिया जायेगा।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने की सीएम से बात,जांच के लिए एसआइटी गठित
इससे पहले सीएम ने ट्वीट करके जानकारी दी थी कि बुधवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने हाथरस घटना पर उनसे वार्ता की और कहा कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए। सीएम ने घटना की जांच के लिए सचिव गृह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। तीन सदस्यीय एसआइटी गठित कर पूरे प्रकरण के हर पहलू की पड़ताल कराने का निर्देश दिया है। सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआइटी में डीआइजी चंद्र प्रकाश व एसपी पूनम बतौर सदस्य शामिल हैं। एसआइटी को सात दिनों में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपनी है। मामले से संबंधित मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का निर्देश दिया है। घटना के सभी आरोपी पहले ही अरेस्ट हो चुके हैं।
फ्लैश बैक
हाथरस जिले के चंदपा एरिया की गैंगरेप पीड़िता की 16 दिन बाद दिल्ली के सफदरगंज हॉस्पीटलल में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे मौत हो गयी थी। पुलिस इस मामले में चारों आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। पीड़िता की बॉडी मंगलवार की देर रात हाथरस पहुंचा, जहां पुलिस की निगरानी में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस ने घर वालों की मरजी के बिना दाह संस्कार कर दिया। इससे लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है। विपक्ष भी सड़कों पर उतर आया है। पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।