यूपी: ग्रेटर नोएडा डबल मर्डर केस का खुलासा, स्टाफ ने ही की थी बिजनमैन दंपत्ति की मर्डर
पुलिस ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चेरी काउंटी सोसाइटी में मंगलवार रात को हुए बिजनसमैन दंपति मर्डर केस का खुलासा कर लिया है। बिजमैन की दुकान में काम करने वाले स्टाफ अमन हयात खान ने पैसों के लिए इस डबल मर्डर को अंजाम दिया था। पुलिस ने अमन व उसकी गर्लफ्रेंड के पिता सौरभ को अरेस्ट कर लिया है।
- गर्लफ्रेंड के पिता की पैसों की मांग पूरा करने के लिए दंपत्ति की मर्डर लूट की रची साजिश
धर्म छुपाकर ग्रेटर नोएडा में रेंट पर रह रहा था अमन
गाजियाबाद। पुलिस ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चेरी काउंटी सोसाइटी में मंगलवार रात को हुए बिजनसमैन दंपति मर्डर केस का खुलासा कर लिया है। बिजमैन की दुकान में काम करने वाले स्टाफ अमन हयात खान ने पैसों के लिए इस डबल मर्डर को अंजाम दिया था। पुलिस ने अमन व उसकी गर्लफ्रेंड के पिता सौरभ को अरेस्ट कर लिया है।
अमन ने अपनी गर्लफ्रेंड के पिता की पैसे की मांग को पूरा करने के लिए डबल मर्डर कर लूट की साजिश रची थी। मर्डर के बाद अमन घर से एक लाख रुपये कैश लूट कर ले गया था। पुलिस ने अमन की गर्लफ्रेंड के घर से 72 हजार रुपये कैश, एक चेक बुक, एक मोबाइल और चाकू बरामद किया है। अमन हयात खान कारोबारी विनय कुमार गुप्ता की दुकान पर नौकरी करता था। वह ग्रेनो वेस्ट स्थित फ्रेंच अपार्टमेंट में रह रहा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी अमन ने बताया कि उसकी गर्लफ्रेंड का पिता सौरभ उससे पैसे की मांग कर रहा था। प्रेशर में आकर उसने लूट की योजना बनाई थी। मर्डर के बाद वह फ्लैट से एक लाख रुपये लेकर भागा था। पुलिस का कहना है कि इस घटना में आरोपी सौरभ ने अमन का साथ दिया था। सौरभ ने घटना के बाद आरोपी अमन के रुकने की व्यवस्था की थी। सौरभ ग्रेनो वेस्ट स्थित स्प्रिंग मिडोज सोसाइटी में रहता है।
मर्डर के बाद ओयो रूम में रुका था अमन
बिजनसमैन दंपति की मर्डर और लूट के बाद आरोपी अमन नोएडा सेक्टर-62 में स्थित ओयो रूम में रुका था। अमन के रुकने की व्यवस्था उसकी प्रेमिका के पिता सौरभ ने की थी। इसके बाद आरोपी टैक्सी कर बिहार भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने उसे धर दबोचा। आरोपी ने लूट की रकम प्रेमिका के पिता के घर में रखी थी। डबल मर्डर का मुख्य आरोपी अमन हयात खान बिहार के मोतिहारी जिले के दरियापुर का रहने वाला है। वह ग्रेटर नोएडा के एक कॉलेज के बीसीए की पढ़ाई कर रहा था। लेकिन लॉकडाउन में पिता के बेरोजगार होने और गर्लफ्रेंड के चक्कर में आकर उसने क्राइम को अंजाम देकर अपना फ्यूचर खराब कर लिया।
अमन के पिता सऊदी अरब में नौकरी करते थे। पिता ने बेटे को ग्रेटर नोएडा पढ़ने के लिए भेजा था, लेकिन लॉकडाउन में पिता की नौकरी चली गई। इसके चलते अमन का खर्चा-पानी बंद हो गया।अमन ने पढ़ाई बीच में छोड़ दी और नौकरी करनी शुरू कर दी। बिजनसमैन के स्टोर में नौकरी के दौरान अमन की फेसबुक के जरिये 15 साल की लड़की से दोस्ती हो गई। यह बात लड़की के पिता सौरभ को पता चली तो उसने अमन को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। सौरभ ने अमन पर पैसे के लिए प्रेशर बनाया। अमन अपनी तनख्वाह भी प्रेमिका और उसके पिता पर लूटा रहा था। अमन अपनी गर्लफ्रेंड को खुश रखने और उसके पिता की मांग को पूरा करने के लिए लूट की साजिश रची।
अपना धर्म छुपाकर रहता था अमन
कारोबारी की दुकान पर नौकरी करने वाला आरोपी अपना धर्म छुपाकर रहता था। उसका असली नाम अमन हयात खान है हलांकि वह अपना नाम अमन बताता था। वह जिस मकान में रहता था उसका एग्रीमेंट भी उसने अपने फ्रैंड के नाम से करवा रखा था। उसका पुलिस वेरीफिकेशन भी नहीं हुआ था। पुलिस छानबीन शुरू की तो अमन की असलियत का पता चला।